
हिंदू धर्म में मुंडन संस्कार को एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान माना जाता है। मुख्य रूप से यह संस्कार बच्चे के चार महीने की उम्र से लेकर तीन साल की उम्र के बीच होता है। इस अनुष्ठान के दौरान बच्चे के सिर के पूरे बाल हटाए जाते हैं और सिर पर स्वास्तिक का निशान बनाया जाता है। यह बच्चे के लिए शुभता का आशीर्वाद प्रदान करता है। सनातन धर्म में मुंडन केवल एक परंपरा नहीं बल्कि जीवन के प्रमुख अनुष्ठानों में से एक माना जाता है। यह न केवल बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है बल्कि इसके पीछे कई गहरे आध्यात्मिक और ज्योतिषीय कारण भी होते हैं। यदि आप भी अपने बच्चे का मुंडन साल 2026 में कराना चाहती हैं, तो आइए आपको बताते हैं कि साल 2026 में किन शुभ तिथियों में मुंडन कराना शुभ होगा। आइए छिंदवाड़ा, मध्यप्रदेश के पंडित सौरभ त्रिपाठी से जानें साल 2026 के मुंडन संस्कार से जुड़े सभी शुभ मुहूर्त, तिथियां, नक्षत्र और महत्वपूर्ण बातें।
हिंदू धर्म में मुंडन संस्कार बच्चे के जीवन का एक अत्यंत महत्वपूर्ण संस्कार माना जाता है। यह संस्कार न केवल धार्मिक रूप से शुभ माना जाता है, बल्कि बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए भी जरूरी माना जाता है। साल 2026 में मुंडन कराने के लिए कई शुभ तिथियां और मुहूर्त हैं, जिनमें प्रमुख नक्षत्र, तिथि और दिन का विशेष ध्यान रखा जाएगा। आप भी जानें उन शुभ तिथियों के बारे में।
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| मुंडन की शुभ तिथि | मुंडन के शुभ मुहूर्त |
| 21 जनवरी,बुधवार | 07:14:04- 26:49:45 |
| 29 जनवरी,गुरुवार | 07:32:48- 13:57:46 |
| 11 फरवरी,बुधवार | 10:53:42-31:03:11 |
| 12 फरवरी,गुरुवार | 07:02:25- 13:43:22 |
| 18 फरवरी, बुधवार | 17:00:10- 21:16:55 |
| 26 फरवरी, गुरुवार | 06:49:56 -12:12:19 |
| 27 फरवरी, शुक्रवार | 10:49:45- 22:35:23 |
| 06 मार्च, शुक्रवार | 09:30:33-17:56:15 |
| 16 मार्च,सोमवार | 09:43:52-30:30:28 |
| 25 मार्च, बुधवार | 06:20:01- 13:52:38 |
| 27 मार्च, शुक्रवार | 10:09:19- 30:17:42 |
| 03 अप्रैल,शुक्रवार | 08:45:16-30:09:37 |
| 13 अप्रैल, सोमवार | 05:58:27- 25:11:48 |
| 23 अप्रैल, गुरुवार | 05:48:11- 20:52:05 |
| 01 मई, शुक्रवार | 05:40:51- 22:55:30 |
| 04 मई, सोमवार | 09:58:33- 29:27:40 |
| 11 मई, सोमवार | 15:27:41- 25:29:33 |
| 17 जून, बुधवार | 05:22:57- 21:41:34 |
| 24 जून, बुधवार | 05:24:18 -29:24:18 |
| 25 जून,गुरुवार | 05:24:34 -16:30:01 |
| 02 जुलाई, गुरुवार | 09:28:01- 29:26:52 |
| 03 जुलाई, शुक्रवार | 05:27:15 -11:23:02 |
| 09 जुलाई,गुरुवार | 10:40:21 -14:56:58 |
| 15 जुलाई,बुधवार | 11:53:40 -21:47:53 |
| 20 जुलाई, सोमवार | 19:10:23 -28:04:58 |
मुंडन को सनातन धर्म के 16 महत्वपूर्ण संस्कारों में से एक माना जाता है। यह आमतौर पर बच्चे के पहले या तीसरे वर्ष में किया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि जन्म के समय बच्चे के सिर के बालों में मां के गर्भ से संबंधित ऊर्जा और संस्कार समाहित होते हैं। इन बालों को हटाने से एक नए जीवन, पवित्रता और सकारात्मक ऊर्जा का आरंभ होता है। मुंडन न केवल धार्मिक दृष्टि से शुभ माना जाता है, बल्कि बच्चे के बालों के बेहतर विकास और मानसिक विकास में भी सहायक माना जाता है। ज्योतिष में भी, यह संस्कार बच्चे के ग्रह दोषों को दूर करने और उसके जीवन में शुभता लाने के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।
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हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र, वैशाख, ज्येष्ठ, आषाढ़, माघ और फाल्गुन माह मुंडन के लिए सबसे शुभ माने जाते हैं। इन महीने में किए गए कार्य धार्मिक दृष्टि से फलदायी होते हैं। वहीं मुंडन की सबसे शुभ तिथियों में द्वितीया, तृतीया, पंचमी, षष्ठी, दशमी, एकादशी और त्रयोदशी शुभ तिथियां होती हैं। यदि हम शुभ दिनों की बात करें तो सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार को मुंडन कराना शुभ माना जाता है। वहीं नवरात्रि के दौरान किसी भी दिन मुंडन कराना शुभ होता है। आपको खरमास, मलमास या पितृ पक्ष जैसे समय में बच्चे का मुंडन नहीं कराना चाहिए। इसके साथ ही, मुंडन हमेशा पहले, तीसरे या पांचवें साल में ही कराना चाहिए। साल या महीने की विषम संख्या में मुंडन कराना शुभ माना जाता है। मुंडन के लिए सबसे शुभ नक्षत्र रोहिणी, मृगशिरा, पुनर्वसु, पुष्य, हस्त, चित्रा, स्वाति, अनुराधा, श्रवण, धनिष्ठा, शतभिषा और रेवती माने जाते हैं।
हिंदू पंचांग के अनुसार मुंडन तिथि का पालन करना आवश्यक है। ऐसा करने से, यह अनुष्ठान सबसे शुभ समय पर संपन्न होता है, जिससे इसके सकारात्मक प्रभाव कई गुना बढ़ जाते हैं। शुभ मुहूर्त का पालन करने से नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं और अनुष्ठान का फल कई गुना बढ़ जाता है। ऐसा माना जाता है कि सही समय पर मुंडन कराने से बच्चे की बुद्धि तीक्ष्ण होती है, बाल मजबूत होते हैं और आने वाला जीवन शुभता से परिपूर्ण होता है। इसलिए हिंदू पंचांग के अनुसार मुंडन की तिथि और मुहूर्त का चयन अत्यंत आवश्यक है।
अगर आप भी साल 2026 में बच्चे का मुंडन कराना चाहती हैं तो यहां बताई तिथियों का ध्यान अवश्य दें। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसे ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
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