image

करवाचौथ पर पंजाब में सरगी, बाया और पूजा थाली बदलने का रीति-रिवाज क्यों है खास? जानें यहां

Karwa Chauth 2025: करवा चौथ के त्योहार के रीति-रिवाज हर जगह अलग-अलग होते हैं। पंजाब की महिलाएं भी इस त्योहार को अलग तरह से मनाती हैं। वहां पर सरगी, बाया और पूजा थाली को बदलने का रिवाज अहम होता है। आइए इसकी खासियत के बारे में आर्टिकल में समझते हैं।
Editorial
Updated:- 2025-10-07, 17:24 IST

करवा चौथ उत्तर भारत में धूमधाम से मनाया जाता है। महिलाएं श्रृंगार करके तैयार होती हैं, और चंद्रमा की पूजा करके इस व्रत को पूरा करती हैं, लेकिन पंजाब में इसे मनाने का एक खास तरीका है जिसमें सरगी, बाया और पूजा थाली बदलने की परंपरा शामिल है। यह केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि पंजाब की संस्कृति और रिश्तों की गहराई का प्रतीक है। इसके बिना वहां का करवा चौथ का त्योहार पूरा नहीं माना जाता है। साथ ही महिलाएं भी इस रिवाज को काफी लंबे समय से करती आ रही हैं, इसलिए इसे करवा चौथ के दिन जरूर किया जाता है। आइए आर्टिकल में जानते हैं इसका क्या महत्व है?

सरगी, बाया और पूजा थाली बदलने का क्या होता है मतलब?

  • करवा चौथ से एक दिन पहले सुबह का विशेष भोजन तैयार किया जाता है। जिसे पति अपनी पत्नी को अपने हाथों से खिलाता है। इसे खाने के बाद ही पत्नी इस व्रत की शुरूआत करती हैं। इसके बाद वो पूरे दिन कुछ नहीं खाती हैं। साथ ही पानी भी ग्रहण नहीं करती हैं। यह सरगी सासू मां द्वारा दी जाती है, जिसमें सुहाग से जुड़े सामान और खाने की अलग-अलग चीजें होती हैं। इसलिए मिले हुए सामान को तैयार होते समय इस्तेमाल जरूर किया जाता है। जिसे पति अपनी पत्नी के लिए तैयार करता है। इसे व्रती महिला सुबह खाने के बाद व्रत रखती है।
  • करवा चौथ के दिन पूजा से पहले महिला के घर पर रिश्तेदार और मित्रों द्वारा दिया जाने वाला उपहार या भोजन, जिसे बाया कहा जाता है वो पंजाब में जरूर दिया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इससे बड़ों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। साथ ही त्योहार का उत्साह और ज्यादा बढ़ जाता है।  
  • पूजा थाली बदलना करवा चौथ की शाम को व्रत कथा के बाद किया जाता है। इस समय महिलाएं श्रृंगार करके तैयार होती हैं। इसके बाद साथ में पूजा करने वाली महिलाओं के साथ अपनी थाली को 7 बार बदलती हैं। ऐसा कहा जाता है कि इससे प्रेम, विश्वास और एक-दूसरे के प्रति सम्मान बढ़ता है। इसलिए इस रिवाज को जरूर निभाया जाता है।

1 - 2025-10-07T142640.641

पंजाब में करवा चौथ के रीति-रिवाज का क्या है महत्व

ऐसा कहा जाता है कि करवा चौथ के व्रत की महत्ता पंजाब में सबसे ज्यादा होती है। यह सिर्फ एक रिवाज नहीं है, बल्कि पति-पत्नी के बीच प्यार को बढ़ाता है। त्योहार केवल धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि पारिवारिक और सामाजिक मेलजोल का अवसर होते हैं।  पूजा थाली बदलने का अर्थ होता है एक-दूसरे की खुशियों में हिस्सेदारी और वैवाहिक जीवन में सुख-शांति की कामना। पंजाब में यह परंपरा घर-परिवार और रिश्तों की मजबूती का प्रतीक बन गई है। इसलिए वहां की महिलाएं इन रिवाजों को जरूर निभाती हैं।

karwa-chauth-2023-things-to-buy-in-hindi

इसे भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में धूमधाम से मनाते हैं करवा चौथ का पर्व, लेकिन उत्तराखंड में क्यों है इसकी मनाही; जानें वजह

पंजाब में करवा चौथ पर सरगी, बाया और पूजा थाली बदलने की परंपरा सिर्फ एक रिवाज नहीं, बल्कि गहरे सामाजिक और धार्मिक अर्थों से जुड़ी है। यह न केवल प्रेम और श्रद्धा को दर्शाती है बल्कि पारिवारिक एकता और संस्कृति को भी जीवित रखती है। इसलिए वहां पर करवा चौथ का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है।

इसे भी पढ़ें: सिर्फ जल नहीं, बिहार और झारखंड में करवा चौथ के दिन चांद की पूजा करते समय दिया जाता है दूध से अर्घ्य; जानें इसके पीछे का महत्व

अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें। इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिंदगी के साथ।

Image Credit-  Freepik

यह विडियो भी देखें

Herzindagi video

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।

;