कई बार ऐसा होता है कि हमारे जीवन में अनचाहे रूप में कई परेशानियां आने लगती हैं, घर में तनाव का माहौल बना रहता है, पारिवारिक क्लेश पनपता रहता है, तरक्की के मार्ग बंद हो जाते हैं, यहां तक कि सुख-शांति भंग हो जाती है। हालांकि, ऐसा क्यों होता है इसे समझ पाना व्यक्ति की सोच से भी परे हो जाता है, लेकिन ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स ने हमें बताया कि ऐसा जब भी हो तो मुख्य रूप से इसके पीछे का कारण पितृ होते हैं। ऐसे में पितरों से क्षमा मांग कर उनका आशीर्वाद पाने से इन सभी समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। तो चलिए जानते हैं कि कैसे मांगें पितरों से क्षमा और क्या है इसके उपाय।
क्यों हो जाते हैं पितृ नाराज?
पितृ यानी हमारे दिवंगत पूर्वज कई कारणों से नाराज हो सकते हैं। मुख्य रूप से, अगर म उनका उचित सम्मान न करें, जैसे श्राद्ध कर्म या तर्पण न करना तो उन्हें कष्ट होता है।
इसके अलावा, परिवार में आपसी कलह, अधर्मी आचरण या पितरों के नाम पर रखे गए वादों को पूरा न करना भी उनकी नाराजगी का कारण बन सकता है। माना जाता है कि जब हम अपने पूर्वजों की उपेक्षा करते हैं या उनके बताए मार्ग से भटक जाते हैं तो वे रुष्ट हो जाते हैं जिससे घर में शांति भंग होती है और बाधाएं आने लगती हैं।
यह भी पढ़ें:क्या मृत व्यक्तियों की तस्वीर के सामने रोज दीपक जलाना चाहिए? जानिए पंडित जी की राय
कैसे मांगें पितरों से क्षमा?
पितरों से क्षमा मांगने के लिए सबसे जरूरी है सच्चे मन से अपनी गलतियों को स्वीकार करना। आप उनके सामने हाथ जोड़कर अपनी भूलों के लिए माफी मांग सकते हैं। यह भी जरूरी है कि आप श्राद्ध कर्म, तर्पण और दान-पुण्य जैसे कार्य नियमित रूप से करें क्योंकि इससे उन्हें शांति मिलती है। साथ ही, घर में प्रेम और सद्भाव बनाए रखें और कोई भी ऐसा काम न करें जिससे आपके पूर्वजों की आत्मा को दुख पहुंचे। आप पीपल के पेड़ में जल चढ़ाकर और शाम को घर की दक्षिण दिशा में दीपक जलाकर भी उनकी शांति के लिए प्रार्थना कर सकते हैं।
यह भी पढ़ें:क्या आप जानते हैं कुंडली में कैसे लगता है पितृ दोष? इससे बचने के लिए जरूर आजमाएं ये उपाय
क्या है पितरों से जुड़ा उपाय?
रोजाना सुबह स्नान के बाद दक्षिण दिशा की ओर मुख करके जल में काले तिल मिलाकर पितरों को तर्पण दें। इस उपाय को श्रद्धा और भक्ति के साथ करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और अपना आशीर्वाद देते हैं जिससे जीवन की बाधाएं दूर होती हैं और घर में सुख-शांति आती है। इसके अलावा, गाय, कौवे और कुत्ते को भोजन खिलाना और जरूरतमंदों को अन्न-वस्त्र दान करना भी बहुत शुभ माना जाता है।
अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं और अपना फीडबैक भी शेयर कर सकते हैं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
image credit: herzindagi
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों