सनातन धर्म में आषाढ़ गुप्त नवरात्रि के दिन मां दुर्गा के दस महाविद्याओं की साधना की जाती है। ऐसी मान्यता है कि यह व्रत तंत्र साधना और बुरी नजर से छुटकारा पाने के लिए किया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन जो जातक पूजा कर रहे हैं वह बिना किसी तंत्र साधना के ही करें। अब ऐसे में नवरात्रि के इन नौ दिनों में अलग-अलग तरह के तेल का दीपक जलाने का विधान है। इससे व्यक्ति को स्वास्थ्य, धन लाभ और जीवन में आ रही सभी परेशानियां दूर हो सकती है और व्यक्ति का भाग्योदय हो सकता है। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से आषाढ़ गुप्त नवरात्रि के दौरान किस दिन कौन सा दीपक जलाने से लाभ हो सकता है। इसके बारे में जानते हैं।
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि के पहले दिन जलाएं घी का दीपक
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि के दौरान गाय के शुद्ध घी का दीपक जलाना सबसे उत्तम माना जाता है। गाय का घी अत्यंत पवित्र होता है और इसे देवताओं को अति प्रिय माना जाता है। घी का दीपक जलाने से घर में सुख-समृद्धि आती है, सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है और देवी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। यह सभी प्रकार की बाधाओं को दूर करने में सहायक होता है।
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि के दूसरे दिन जलाएं तिल का दीपक
अगर गाय का शुद्ध घी उपलब्ध न हो या किसी कारणवश आप उसका उपयोग नहीं कर पा रहे हैं, तो तिल का तेल एक बहुत अच्छा विकल्प है। तिल का तेल विशेष रूप से शनिदेव और देवी काली को प्रिय है। इसे तेल का दीपक जलाने से शत्रुओं से छुटकारा मिल सकता है।
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि के तीसरे दिन जलाएं चमेली के तेल का दीपक
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि के तीसरे दिन चमेली के तेल का दीपक जलाना बेहद शुभ माना जाता है। इससे व्यक्ति को सभी रोगों से छुटकारा मिल सकता है।
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि के चौथे दिन जलाएं नारियल तेल का दीपक
देवी की विशेष कृपा पाने के लिए नारियल का तेल भी उपयोग किया जा सकता है। नारियल को अत्यंत पवित्र और शुभ माना जाता है। नारियल तेल का दीपक जलाने से भाग्योदय हो सकता है।
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि के पांचवे दिन जलाएं सरसो तेल का दीपक
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि के पांचवे दिन सरसो तेल का दीपक जलाना बेहद शुभ फलदायी माना गया है। इसे जलाने से भक्तों को सभी कष्टों से छुटकारा मिल सकता है।
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि के छठे दिन जलाएं चमेली के तेल का दीपक
चमेली का तेल अपने आप में सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत माना जाता है। इसका दीपक जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और नकारात्मकता दूर होती है।
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि के सातवे दिन जलाएं सरसो तेल का दीपक
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि के सातवे दिन सरसो तेल का दीपक जलाएं। इससे अगर आपको कार्यक्षेत्र में किसी तरह की कोई परेशानी आ रही है तो उससे छुटकारा मिल सकता है।
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि के आठवे दिन जलाएं तिल के तेल का दीपक
अगर आपकी कोई मनोकामना है, जिसे आप पूरी करना चाहते हैं तो आषाढ़ गुप्त नवरात्रि के आठवे दिन काले तिल के तेल का दीपक जलाएं। इससे उत्तम परिणाम मिल सकते हैं।
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आषाढ़ गुप्त नवरात्रि के नौवे दिन जलाएं चंदन के तेल का दीपक
चंदन का संबंध शांति, शीतलता और सकारात्मकता से है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चंदन का संबंध चंद्रमा और शुक्र ग्रह से है। चंदन के तेल का दीपक जलाने से इन ग्रहों की स्थिति मजबूत होती है, जिससे जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं।
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