धनतेरस दीपावली की शुरुआत का पहला दिन होता है। इस दिन भगवान धन्वंतरि और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। परंपरा के अनुसार, इस शुभ अवसर पर नई वस्तुएं खरीदना समृद्धि, स्वास्थ्य और सौभाग्य का प्रतीक माना गया है। लोग सोना-चांदी, नए बर्तन या लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां खरीदते हैं, ताकि घर में सकारात्मक ऊर्जा और वैभव का वास रहे। हालांकि, सभी वस्तुएं शुभ नहीं होती हैं। भारतीय ज्योतिष और पारंपरिक मान्यताओं के अनुसार, कुछ वस्तुओं की खरीद धनतेरस के दिन अशुभ मानी जाती है। इससे घर में धन कमी या परेशानियां आ सकती हैं। ये चीजें कौन सी हैं? इनके बारे में हमें एस्ट्रॉलोजर सिद्धार्थ एस कुमार बता रहे हैं।
इस श्रेणी में वे चीजें आती हैं, जो अस्थिर या शीघ्र टूटने वाली मानी जाती हैं, जैसे कांच या शीशे की वस्तुएं, तेल और घी, प्लास्टिक के सामान, खाली बर्तन और दवाइयां।
कांच और प्लास्टिक की वस्तुएं अस्थिरता और असुरक्षा का संकेत देती हैं। तेल और घी फिसलन और क्षय का प्रतीक हैं, इसलिए इन्हें इस दिन खरीदना आर्थिक और मानसिक अस्थिरता का संकेत माना जाता है।
खाली बर्तन खरीदना भी अशुभ समझा जाता है, क्योंकि यह जीवन में 'रिक्तता' और धन की कमी का प्रतीक होता है। दवाइयां या मेडिकल से जुड़ी चीजें इस दिन नहीं लेनी चाहिए, क्योंकि यह रोग और कष्ट को आमंत्रित करने का प्रतीक मानी जाती हैं।
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धनतेरस पर किसी भी प्रकार की काटने या छेद करने वाली वस्तु खरीदने से बचना चाहिए। इसमें चाकू, कैंची, ब्लेड, नेल कटर, लोहे के औजार और कोयले जैसी वस्तुएं शामिल हैं।
इन वस्तुओं को नकारात्मक ऊर्जा और दुर्भाग्य का प्रतीक माना गया है। धारदार वस्तुएं जीवन में 'विच्छेद' या 'कठोरता' का संकेत देती हैं और घर के सौभाग्य को 'काट' देने का प्रतीक मानी जाती हैं। लोहे की वस्तुएं शनि ग्रह से जुड़ी होती हैं और शनि के प्रभाव के कारण इस दिन इन वस्तुओं को खरीदना आर्थिक अस्थिरता और विवाद का कारण माना गया है।
धनतेरस नई शुरुआत का प्रतीक है, इसलिए इस दिन पुरानी, नकली या अशुभ रंग की वस्तुएं नहीं खरीदनी चाहिए। इसमें काले रंग के कपड़े, बैग, जूते, पुराना या सेकंड हैंड फर्नीचर, नकली आभूषण, टिन जैसी धातुएं, झाड़ू, कचरा साफ करने की वस्तुएं और लकड़ी या ईंधन संबंधी सामग्री शामिल हैं।
काला रंग शनि से जुड़ा होता है और इसे नकारात्मक ऊर्जा का संकेत माना जाता है। पुराना या नकली सामान घर में अस्थिरता और अशुभता लाता है। इसी तरह झाड़ू या कचरा साफ करने की वस्तुएं लक्ष्मी के घर से जाने का प्रतीक मानी जाती हैं, इसलिए इन्हें भी इस दिन नहीं खरीदना चाहिए।
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कुबेर देव की कृपा पाना चाहती हैं, तो धनतेरस के दिन आप भी इन चीजों को खरीदने से बचें। यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह के अन्य आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
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