गृह प्रवेश से लेकर घर के दोषों की मुक्ति तक के लिए क्यों किया जाता है हवन? जानें इसका महत्व

हिंदू धर्म में कई अनुष्ठानों में से एक है हवन। हम सभी पूजा-पाठ और नवरात्रि जैसे पर्वों में हवन का आयोजन करते हैं। आइए आपको बताते हैं हवन के महत्व और उससे मिलने वाले लाभों के बारे में।
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हिंदू धर्म अत्यंत अमूल्य विधियों और अनुष्ठानों से जुड़ा हुआ है। यहां प्रत्येक घटना अविश्वसनीय रूप से आपके लिए लाभकारी मानी जाती है। हिंदू धर्म में कोई भी महत्वपूर्ण पूजा-पाठ हवन से ही पूर्ण माना जाता है।

पूजा की किसी भी अन्य विधि से ज्यादा पवित्र हवन को माना जाता है। इसका घर में आयोजन करने से आपके घर में भी पवित्रता की भावना पैदा हो सकती है। पारंपरिक हिंदू अनुष्ठान में इसे होम के नाम से भी जाना जाता है और इसमें मंत्रोच्चारण के साथ अग्नि में आहुतियां दी जाती हैं।

शरीर के निर्माण के लिए प्राथमिक पांच घटकों में से एक होने के अलावा, अग्नि को हवन या होम का प्रमुख घटक भी माना जाता है। हवन के दौरान, पवित्र अग्नि में आहुतियां अर्पित की जाती हैं, जिसके बारे में माना जाता है कि इससे आस-पास के क्षेत्र और उसमें रहने वाले व्यक्तियों दोनों को शुद्ध किया जाता है। अगर आप भी हवन के महत्व को जानना चाहते हैं और इसके लाभ के बारे में पता लगाना चाहते हैं तो यहां ध्यान आश्रम के अश्विनी गुरुजी से इसके बारे में विस्तार से जानें।

हवन क्या होता है?

what is havan

हम सभी जानते हैं कि सूर्य प्राथमिक ऊर्जा का स्रोत है और अग्नि सूर्य की जीवन शक्ति का प्रतीक मानी जाती है। जिसके परिणामस्वरूप, हिंदू गुरु पवित्र अग्नि, अग्नि देवता का उपयोग करके मंदिरों, घरों और अन्य पूजा-पाठ में शुद्धिकरण संस्कार करते हैं जिसे हवन के रूप में जाना जाता है।

हिंदू साहित्य के अनुसार अग्नि देवता को दी गई कोई भी पेशकश वास्तव में सूर्य को दी गई आहुति मानी जाती है। संस्कृत मंत्रों का उच्चारण करते हुए, पवित्र अग्नि में घी, चावल, सूखे मेवे, शहद, जड़ी-बूटियां और लकड़ी की आहुति दी जाती है। इस अनुष्ठान को करने के लिए एक अग्निकुंड का इस्तेमाल किया जाता है जिसे हम 'हवन कुंड' के नाम से जानते हैं।

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हवन का महत्व

प्रत्यक्ष सृष्टि का निर्माण केवल पांच मूल तत्त्वों-पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु व आकाश के संयोजन से हुआ है। मानव शरीर भी इसी सृष्टि का अभिन्न अंग होते हुए इन्हीं पांच तत्वों से बना है। इन सभी तत्वों में अग्नि का विशेष महत्व है। जहां एक ओर अन्य सभी तत्व प्रदूषित हो सकते हैं, वहीं दूसरी ओर अग्नि को प्रदूषित नहीं किया जा सकता।

हमारे ऋषि मुनि अग्नि की इस विशेषता से भली भांति परिचित थे और इसीलिए हवन व अधिकतर सभी वैदिक कर्मों में अग्नि का विशेष महत्त्व होता है। इसलिए अश्वनी गुरु जी बताते हैं कि हवन मात्र एक कर्मकांड नहीं है बल्कि यह उन दिव्य शक्तियों से वार्तालाप करने का माध्यम भी है जो इस सृष्टि को चलाती हैं। आमतौर पर लोगों को हवन से शुद्धि मिलती है जिससे जीवन में प्रभावशाली परिवर्तन होता है।

हवन के लाभ

benefits of havan

यदि हम समय-समय पर घर में या पूजा के स्थान पर हवं का आयोजन करते हैं तो ये पर्यावरण के साथ-साथ हमारे शरीर, मन और आत्मा के लिए भी लाभकारी हो सकता है। आइए जानें घर में हवन करने के लाभ के बारे में-

  • अगर हम हवन की बात करें तो यह हवा को साफ करने के साथ-साथ हमारे शरीर और दिमाग से दूषित पदार्थों को खत्म करता है।
  • इस प्रक्रिया के माध्यम से, परिवार और समुदाय की शांति और एकजुटता भी कायम रहती है। ऐसा इसलिए क्योंकि हवन में परिवार के सभी लोग एक साथ साथ शामिल होते हैं और अग्नि को आहुति देते हैं।
  • किसी दिव्य मंत्र को लगातार दोहराने से सभी विचलित करने वाले और उतार-चढ़ाव वाले विचार हवन अग्नि में चले जाते हैं और आपका मन पवित्र होने लगता है। यही नहीं हवन से मन को एकाग्रचित्त करने में भी मदद मिलती है।
  • अपने सकारात्मक गुणों के कारण हवन आपके जीवन में सफलता और समृद्धि लाने में मदद करता है। यही नहीं घर में हवन का आयोजन व्यक्ति के जीवन में वित्तीय स्थिरता और विकास लाने में भी मदद करता है।

हवन करते समय ध्यान रखें ये बातें

हवन में ही यह क्षमता होती है कि मनुष्य के सभी दोष समाप्त हो सके, लेकिन इसके प्रभावशाली होने के लिए आपको कुछ बातों का ध्यान जरूर रखना आवश्यक है। आइए जानें इसके बारे में-

  • हवन करने के लिए स्वच्छ और शांत स्थान चुनें। यह स्थान हवादार होना चाहिए जिससे हवन से उत्पन्न धुआं आसानी से निकल सके।
  • हवन करने से पहले शुभ मुहूर्त का निर्धारण अवश्य करें। सही समय पर किया गया हवन अधिक फलदायी होता है।
  • इसमें प्रयोग की जाने वाली सामग्री, समिधा और घी पूर्ण रूप से शुध्द होने चाहिए।
  • जो लोग भी हवन में हिस्सा ले रहे हैं उनके भाव शुद्ध होने चाहिए और मंत्रों का सही उच्चारण किया जाना चाहिए।
  • हवन कुंड में अग्नि को उचित मात्रा में प्रज्वलित करें। अधिक धुआं या अनियंत्रित अग्नि से बचने की सलाह दी जाती हो।

यदि आप यहां बताई बातों का ध्यान रखते हुए हवन के अनुष्ठान का आयोजन करते हैं तब आपके जीवन में सदैव खुशहाली बनी रहेगी। आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।

Images: Freepik.com

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