Lakshmi ji ki Aarti​ | ओम जय लक्ष्मी माता...मां लक्ष्मी की आरती

Maa Laxmi ji ki Aarti: लक्ष्मी जी स्वच्छ और शांत वातावरण में वास करती हैं। इसलिए कई लोग केवल मंदिर की सफाई पर ध्यान देते हैं, लेकिन घर में झाड़ू नहीं लगाते। ध्यान रखें कि पूजा से पहले घर की साफ-सफाई, विशेष रूप से करना जरूरी है। सबसे जरूरी घर का द्वार है, जिसे आप पानी से अच्छे से धो लें।
 maa lakshmi aarti lyrics in hindi for wealth and prosperity

हिंदू धर्म में धन, समृद्धि और सौभाग्य की देवी मानी जाने वाली माता लक्ष्मी की पूजा अगर आप सही तरीके से करते हैं, तो उनको प्रसन्न किया जा सकता है। शुक्रवार का दिन माता लक्ष्मी से जुड़ा होता है, इसलिए कई लोग इस दिन व्रत भी रखते हैं। माता लक्ष्मी की पूजा की शुरुआत करने से पहले आपको नियम को जानना जरूरी है। माता लक्ष्मी की आरती से पहले दीपक, फूल, चावल, रोली, कुमकुम, गंगाजल, मिठाई, नारियल और लक्ष्मी जी का सबसे प्रिय कमल का फूल आप उन्हें चढ़ा सकते हैं। इससे माता रानी खुश होती हैं और लक्ष्मी जी की आरती का फल आपको मिलता है। पूजा की शुरुआत विधी विधान से करने के बाद आप लक्ष्मी जी की आरती कर सकते हैं।

ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स के अनुसार लक्ष्मी जी आरती वैसे तो किसी भी दिन की जा सकती हैं, लेकिन शुक्रवार का दिन को लक्ष्मीजी का माना जाता है। ऐसे में इस दिन आरती करने से इसकी विशेष कृपा होती है। इसके अलावा दिवाली के मौके पर लक्ष्मी जी की आरती जरूर की जाती है। इससे पूरे साल लक्ष्मी जी की कृपा बनी रहती है, जो भी भक्त सच्चे मन से मां लक्ष्मी की उपासना और आरती करता है उसके जीवन में हमेशा खुशहाली बनी रहने के साथ सदा माता का आशीर्वाद प्राप्त होता है। यदि आप भी अपने जीवन के सभी कष्ट, आर्थिक परेशानियों को दूर करना चाहती हैं। आइए इस लेख में देखें लक्ष्मी जी की आरती।

मां लक्ष्मी की आरती (Lakshmi ji ki AartiLyrics)

maa lakshmi ki aarti

ओम जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता।
तुमको निशिदिन सेवत, हरि विष्णु विधाता॥ ओम जय लक्ष्मी माता॥

उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता। मैया तुम ही जग-माता।।
सूर्य-चंद्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता॥ ओम जय लक्ष्मी माता॥

दुर्गा रुप निरंजनी, सुख सम्पत्ति दाता। मैया सुख सम्पत्ति दाता॥
जो कोई तुमको ध्याता, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता॥ ओम जय लक्ष्मी माता॥

तुम पाताल-निवासिनि, तुम ही शुभदाता। मैया तुम ही शुभदाता॥

कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनी, भवनिधि की त्राता॥ ओम जय लक्ष्मी माता॥
जिस घर में तुम रहतीं, सब सद्गुण आता। मैया सब सद्गुण आता॥

सब सम्भव हो जाता, मन नहीं घबराता॥ ओम जय लक्ष्मी माता॥

maa lakshmi aarti in hindi

तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न कोई पाता। मैया वस्त्र न कोई पाता॥
खान-पान का वैभव, सब तुमसे आता॥ ओम जय लक्ष्मी माता॥

शुभ-गुण मंदिर सुंदर, क्षीरोदधि-जाता। मैया क्षीरोदधि-जाता॥
रत्न चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता॥ ओम जय लक्ष्मी माता॥

यह भी पढ़ें:किन राशियों पर हमेशा खुश रहती हैं मां लक्ष्मी?

महालक्ष्मीजी की आरती, जो कोई जन गाता। मैया जो कोई जन गाता॥
उर आनन्द समाता, पाप उतर जाता॥ ओम जय लक्ष्मी माता॥

maa lakshmi aarti

ऊं जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता।
तुमको निशदिन सेवत, हरि विष्णु विधाता। ऊं जय लक्ष्मी माता।।

मां लक्ष्मी चालीसा का पाठ

शुक्रवार के दिन करें ये उपाय

मां लक्ष्मी की व्रत कथा

अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं और अपना फीडबैक भी शेयर कर सकते हैं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

image credit: herzindagi

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP

FAQ

  • लक्ष्मी जी का प्रिय मंत्र क्या है?

    लक्ष्मी जी का प्रिय मंत्र "ऊं श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ महालक्ष्मी नमः है।
  • लक्ष्मी माता किसकी बेटी थीं?

    मां लक्ष्मी भृगु ऋषि और ख्याति की पुत्री हैं। 
  • लक्ष्मी जी की आरती कब नही करनी चाहिए? 

    दिवाली वाले दिन लक्ष्मी जी की आरती नहीं करनी चाहिए। ज्योतिषाचार्य के ऐसा करने से लक्ष्मी माता घर से विदा हो जाती हैं। 
  • लक्ष्मी जी का प्रिय रंग कौन-सा माना जाता है?

    लाल और गुलाबी रंग माता लक्ष्मी को सबसे ज्यादा प्रिय है। आप चढ़ावे में उन्हें लाल और गुलाबी रंग की चीजें रख सकती हैं।