How to Upgrade Train Tickets: देश में ट्रेन से हर दिन लाखों यात्री सफर करते हैं। भारत में ट्रेन से यात्रा करना सस्ता, सुरक्षित और आरामदायक भी माना जाता है। जब भी किसी को ट्रेन से लंबी यात्रा करनी होती है, तो एसी (AC) में ही टिकट लेना पसंद करते हैं, लेकिन जब यात्री को एसी क्लास में टिकट नहीं मिलता है, तो वो स्लीपर क्लास का टिकट लेकर सफर करते हैं। ऐसे में अगर आप इस बार एसी की जगह स्लीपर क्लास में यात्रा कर रहे हैं, तो अगली बार आपको स्लीपर में सफर नहीं करना पड़ेगा। जी हां, अगर आप टिकट बुक करते समय रेलवे अपग्रेड नियम को फॉलो करते हैं, तो बिना एक्स्ट्रा चार्ज दिए एसी में सफर करने का मौका मिल सकता है। आइए इस टिकट उपग्रेट नियम और तरीके के बारे में जानते हैं।
भारतीय रेलवे द्वारा यात्रियों को आरामदायक सफर के लिए तमाम तरह की सुविधाएं दी जाती हैं, जिनमें में से एक सुविधा 'ट्रेन टिकट ऑटो अपग्रेडेशन' भी है। अगर कोई यात्री टिकट बुकिंग के समय अपग्रेड ऑप्शन को सेलेक्ट करता है, तो कई बार स्लीपर टिकट एसी में और 3 एसी टिकट 2 एसी में अपग्रेड हो सकता है।
मान लीजिए अगर आपने दिल्ली से मुंबई के लिए टिकट बुक किया है और टिकट बुकिंग के दौरान आपने ऑटो अपग्रेडेशन को सेलेक्ट किया होगा, तो टिकट अपग्रेड होकर ऊंची श्रेणी में जा सकता है।
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अगर आप यह सोच रहे हैं कि टिकट अपग्रेड के लिए कोई अलग से चार्ज लगता है, तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह बिल्कुल फ्री होता है। इसके लिए यात्री को न ही टिकट बुक करते समय और न ही टिकट अपग्रेड होने के बाद चार्ज देना होता है। अगर कोई 3 एसी का टिकट लेता है, तो ऑटो अपग्रेडेशन के तहत उसका टिकट 2 एसी में अपग्रेड किया हो सकता है।
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कहा जाता है कि ट्रेन खुलने या चार्ट बनाने से पहले ऑटोमेटिक सिस्टम चार्ट के द्वारा खाली सीटों की जांच होती है। इसके बाद पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम द्वारा खाली सीटों के आधार पर टिकट को अपग्रेड कर दिया जाता है।
अगर आप ऑनलाइन टिकट बुक करते हैं, तो आपको बता दें कि टिकट बुक करते समय टिकट ऑटो अपग्रेडेशन ऑप्शन दिखाई देगा, जिसे बुकिंग के दौरान सेलेक्ट करना होता है। इसके अलावा, अगर आप काउंटर टिकट बुक करते हैं, तो टिकट मास्टर से बोल सकते हैं कि टिकट को ऑटोमैटिक अपग्रेडेशन पर भी डाल दीजिए।
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गौरतलब है कि टिकट अपग्रेडेशन के बाद पीएनआर नंबर वही रहता है। अपग्रेडेशन के बाद सिर्फ सीट और बर्थ का की जानकारी अपडेट होता है। ऐसे में अगर टिकट अपग्रेट होता है, तो पीएनआर सर्च करके अपनी सीट देख सकते हैं।
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