हेमकुंड साहिब यात्रा पर जाने से पहले रूट्स की पूरी जानकारी लेना जरूरी है। क्योंकि, इससे आपको यात्रा करने में परेशानी नहीं होती। रूट्स पता होने पर आप गलती नहीं कर सकते हैं, इससे आपका समय भी कम लगता है और आप गलत रूट पर भी नहीं जा पाते। श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा लगभग 15,000 फुट से ऊपर की ऊंचाई पर स्थित है। इसलिए इतना लंबा सफर करने के लिए आपको रूट की जानकारी जरूर रखनी चाहिए। आज के इस आर्टिकल में हम आपको श्री हेमकुंड साहिब यात्रा को लेकर रूट्स के बारे में पूरी जानकारी देंगे। इससे आपकी यात्रा तो आसान होगी ही साथ में आप बिना किसी की मदद लिए यात्रा पूरी कर लेंगे।
श्री हेमकुंड साहिब यात्रा का पूरा रूट (Hemkund Sahib Travel Guide)
- श्री हेमकुंड साहिब की यात्रा आप ऋषिकेश से शुरू कर सकते हैं। पंजाब से ऋषिकेश की दूरी लगभग 300 किमी के करीब है। ऋषिकेश पहुंचने में आपको लगभग 8 से 9 घंटे का समय लगेगा। आप हरिद्वार तक पहले ट्रेन लेकर भी यहीं पहुंच सकते हैं। क्योंकि, ट्रेन से यात्रा करना आराम दायक रहता है। ध्यान रखें कि हेमकुंड साहिब यात्रा के लिए आपको सीधी बस सेवा मिलना मुश्किल है और अगर आप बजट में यात्रा करना चाहती हैं, तो आपको अलग-अलग साधन से ही यात्रा पर जाना चाहिए।
- ऋषिकेश पहुंचने के बाद आपको गोविंदघाट जाना होगा। सबसे अच्छी बात यह है कि गोविंदघाट के लिए आपको बस और कैब की सुविधा भी मिलती है। गोविंद घाट के लिए आपको शेयरिंग कैब की भी सुविधा मिलती है, इसलिए यह भी आपके लिए अच्छा है। ऋषिकेश से गोविंदघाट की दूरी लगभग 275 किमी है। इसे पूरा करने में आपको लगभग 7 से 8 घंटे का समय लग जाएगा। इसलिए यहां होटल लेकर आपको आराम करना होगा।यह एकधार्मिक यात्राहै।, इसलिए यहां के नियम भी आपको फॉलो करने होंगे।
- गोविंद घाट पहुंचने के बाद घंगारिया गांव तक जाना होगा। गोविंद घाट से घंगारिया लगभग 13 किमी की दूरी है। गोविंदघाट से घांघरिया तक सीधे बस नहीं चलती है। इसलिए यह सफर आप पैदल चलकर पूरा करेंगे या फिर हेलीकॉप्टर या टट्टू ले सकते हैं। इसे पूरा करने के बाद आपको आराम करने की जरूरत होगी, इसलिए आप घांघरिया के आस-पास ही होटल या आश्रम में रात गुजार सकते हैं। गोविंदघाट से घांघरिया तक आप हेलीकॉप्टर भी ले सकते हैं।
- घांघरिया पहुंचने के बाद आपका सफर हेमकुंड साहिब के लिए शुरू होता है। जिसे भी आपको पैदल ही चलना होता है। अगर आप पैदल नहीं चल सकते हैं, तो पालकी ले सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें कि ऊपर आपको होटल या कैंप की सुविधा नहीं मिलने वाली। इसलिए समय का ध्यान रखें ताकि अंधेरा होने से पहले नीचे आ जाएं। घांघरिया से हेमकुंड साहिब तक का ट्रेक लगभग 6 किलोमीटर लंबा है।यह भारत केसबसे प्रसिद्ध गुरुद्वारेमें से एक है।
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image credit- freepik
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