एक तरफ पूरी दुनिया में मेंटल हेल्थ को लेकर जागरूकता फैलाने की बात हो रही है। वहीं दूसरी तरफ इसी के नाम पर लोगों को नौकरी से बाहर भी किया जा रहा है। जी हां, इस पर हैरान होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि टॉक्सिक वर्क कल्चर कहानियों में नहीं होता है। यह एक असल चीज है और इसका एक नमूना हमारे सामने हाल ही में आया भी है। जी हां, कथित तौर पर दिल्ली-एनसीआर स्थित स्टार्टअप एक कंपनी ने 100 से ज्यादा लोगों को स्ट्रेस के नाम पर नौकरी से बाहर कर दिया है।
यह स्टार्टअप कंपनी और कोई नहीं बल्कि शार्क टैंक इंडिया में आ चुकी डोर स्टेप सैलून सर्विसेज देने वाली यस मैडम है। यस मैडम पर ऐसा कथित आरोप है कि कंपनी ने पहले कर्मचारियों के बीच एक मेंटल हेल्थ सर्वे कराया, जिसमें कर्मचारियों से पूछा गया कि क्या उन्हें स्ट्रेस यानी तनाव है? और जिन्होंने इस सवाल का जवाब हां में दिया, उन्हें नौकरी से बाहर कर दिया गया है।
वायरल स्क्रीनशॉट पर हो रही चर्चा
दरअसल, सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रहा है, जिसे कथित तौर पर कंपनी की एक कर्मचारी ने लिंकडिन पर शेयर किया था और उसमें यस मैडम के एचआर डिपार्टमेंट के ईमेल का स्क्रीनशॉट लगाया था। स्क्रीनशॉट में लिखा था कि, " हमने हाल ही में आपकी स्ट्रेस को लेकर फीलिंग्स समझने के लिए सर्वे किया था, जिसमें से आप में से कई लोगों ने अपनी भावनाएं शेयर की थीं, जिसकी हम वैल्यू और रिस्पेक्ट करते हैं।"
"कंपनी एक हेल्दी और सपोर्टिव काम का वातावरण बनाना चाहती है, इसलिए हमने आपके फीडबैक पर सावधानीपूर्वक विचार किया है। जिससे कोई भी काम पर तनावग्रस्त न रहे। हमने उन कर्मचारियों को अलग करने का मुश्किल फैसला किया है, जिन्होंने स्ट्रेस की बात कही थी। यह निर्णय तत्काल प्रभावी होगा और उन कर्मचारियों को आगे की जानकारी अलग से दी जाएगी।"
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कंपनी के Layoff के तरीके को लोगों ने बताया क्रूर
यस मैडम का कथित लेऑफ स्क्रीनशॉट वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कुछ लोगों का कहना है कि स्ट्रेस पर सर्वे कराने के बाद इस तरह से कंपनी से कर्मचारियों को निकालना बहुत ही क्रूर है। क्योंकि, पहले से ही तनाव में चल रहे लोगों को आपने नौकरी से निकालकर एक दूसरा झटका दे दिया है। क्रूर बताने के साथ कुछ लोग इसे टॉक्सिक वर्क कल्चर का उदाहरण बता रहे हैं और कंपनी को बॉयकॉट करने की बात भी कर रहे हैं।
वहीं कुछ लोग यस मैडम के इस लेऑफ को पीआर स्टंट और नेगेटिव मार्केटिंग भी बता रहे हैं। लोगों का कहना है कि इस तरह से खबरों में आकर यस मैडम लोगों के बीच पहुंचने की कोशिश कर रहा है। ऐसा पहले भी कई कंपनियों ने किया है। हालांकि, यस मैडम या उनके को-फाउंडर की तरफ से वायरल पोस्ट और 100 से ज्यादा कर्मचारियों को निकालने की बात पर कोई ऑफिशियल स्टेटमेंट नहीं आया है।
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कौन हैं यस मैडम के को-फाउंडर?
यस मैडम के को-फाउंडर का नाम मयंक आर्या है। उन्होंने सिंगापुर पॉलिटेक्निक से नॉटिकल स्टडी में डिप्लोमा किया है। मयंक आर्या ने साल 2016 में यस मैडम की स्थापना की थी।
यस मैडम कंपनी, एक ब्यूटी और वेलनेस सर्विसेज को घर-घर तक पहुंचाने का उद्देश्य रखती है। इस कंपनी के साथ कई महिलाएं और सैलून जुड़े हुए हैं, जो डोर स्टेप सर्विसेज देते हैं।
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Image Credit: Freepik
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