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How to find the best health insurance plan in India?

सबसे अच्छा हेल्थ इंश्योरेंस कौन-सा है? सही पॉलिसी चुनने के आसान टिप्स

आज के समय में हर किसी के पास हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी होना जरूरी है। इस पॉलिसी को लेने के बाद आपको मेडिकल खर्चों से छुटाकारा मिल सकता है। लेकिन आजकल मार्केट में कई तरह की हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी उपलब्ध हैं, आइए जानते हैं कौन-सी सही रहेगी।
Updated:- 2025-03-19, 17:05 IST

हेल्थ इंश्योरेंस आपके और आपके परिवार की आर्थिक सुरक्षा के लिए बहुत जरूरी है। खासकर जब Unexpected Medical Expenses का हमें सामना करना पड़ता है। आज के समय में, मेडिकल ट्रीटमेंट्स काफी महंगे हो चुके हैं, सही हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी को चुनना जरूरी हो गया। भारत में कई तरह की बीमा कंपनियां कई तरह के हेल्थ इंश्योरेंस बेच रही हैं, जिससे सही ऑप्शन चुनना काफी चुनौतीपूर्ण हो जाता है। आज हम इस आर्टिकल में आपको हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी चुनने के आसान तरीके बताने जा रहे हैं, जिसकी मदद से आप अपनी जरूरतों के हिसाब से हेल्थ इंश्योरेंस खरीद सकते हैं। 

हेल्थ इंश्योरेंस क्यों जरूरी है?

हेल्थ इंश्योरेंस आपको हॉस्पिटल में भर्ती होने, सर्जरी, डॉक्टर की फीस और दवाओं जैसे मेडिकल खर्चों से वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है। यह सुनिश्चित करता है कि आप महंगे इलाज की चिंता किए बिना बढ़िया मेडिकल ट्रीटमेंट प्राप्त कर सकें। एक अच्छी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी आपको कई फायदे देती है। सही हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी को चुनकर आप इनकम टैक्स की धारा 80डी के तहत टैक्स छूट भी प्राप्त कर सकते हैं। 

भारत में हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के प्रकार

Health insurance buying guide

Individual Health Insurance

इस पॉलिसी के तहत केवल एक इंसान का मेडिकल इलाज कवर किया जाता है। जो इंसान इस पॉलिसी को खरीदता है, वही अपने मेडिकल खर्चों के लिए वित्तीय सुरक्षा प्रदान कर सकता है। यह पॉलिसी तब काम आती है, जब किसी को बीमारी या इलाज की जरूरत पड़ती है। इस पॉलिसी में हॉस्पिटल में भर्ती होने, सर्जरी और डेकेयर ट्रीटमेंट, डॉक्टर की फीस, दवाओं के खर्चे को शामिल किया जाता है। 

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पॉलिसी प्रीमियम व्यक्ति की उम्र और उसकी हेल्थ हिस्ट्री के आधार पर तय किया जाता है। अगर आपको कोई मौजूदा बीमारी है, तो आमतौर पर 2-3 साल वेटिंग पीरियड होता है और इसके बाद आप क्लेम कर सकते हैं। पॉलिसीहोल्डर चाहे तो एक्स्ट्रा प्रीमियम देकर अपने लाइफपार्टनर, बच्चों और माता-पिता को भी इस इंश्योरेंस पॉलिसी में शामिल कर सकता है। आपको बता दें कि यह Individual Health Insurance 18 से 65 साल की उम्र के लोगों के लिए उपलब्ध है।

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Family Health Insurance

फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस के अंतर्गत पूरे परिवार को एक ही पॉलिसी के तहत कवर किया जाता है। इस पॉलिसी में पति/पत्नी, बच्चे और माता-पिता को शामिल किया जा सकता है। इस पॉलिसी की खासियत यह है कि केवल एक इंसान को प्रीमियम भरना होता है और मेडिकल खर्चों का लाभ पूरे परिवार को मिलता है। फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस के तहत, एक से अधिक परिवार के सदस्य एक साथ इलाज करवा सकते हैं, जब तक बीमा रकम की लिमिट पूरी नहीं हो जाती है। 

आमतौर पर इस पॉलिसी का प्रीमियम परिवार के सबसे उम्रदराज सदस्य पर आधारित होता है। अगर आपके घर में 60 साल से अधिक उम्र के सदस्य शामिल हैं, तो आपका प्रीमियम ज्यादा हो सकता है। 

Critical Illness Insurance

इस पॉलिसी के तहत, बड़ी बीमारियों के ट्रीटमेंट को कवर किया जाता है। जैसे- दिल का दौरा, कैंसर, लीवर फेल होना और स्ट्रोक आदि। अगर पॉलिसी होल्डर को लिस्टेड बीमारी हो जाती है, तो बीमा कंपनी पूरे अमाउंट का भुगतान करती है, चाहे असल इलाज खर्च कितना भी हो। इस पॉलिसी को लेने के बाद, आपको हॉस्पिटल में भर्ती होने से लेकर बीमारी का पता चलने पर पूरी बीमा राशि दी जाती है। हालांकि, इस पॉलिसी को रिडीम कराने के लिए 90 दिनों के वेटिंग पीरियड और 30 दिनों की सर्वाइवल पीरियड की जरूर हो सकती है। 

क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस के अंतर्गत कई तरह की बीमारियां शामिल होती हैं। जैसे- ऑर्गन ट्रांसप्लांट, कैंसर, स्ट्रोक, हार्ट बाईपास सर्जरी, किडनी फेल्योर, पैरालाइसिस, पहला दिल का दौरा, मल्टीपल स्केलेरोसिस और  फेफड़ों से जुड़ी गंभीर समस्याएं आदि। 

Senior Citizen Health Insurance

सीनियर सिटीजन हेल्थ इंश्योरेंस खासतौर पर 65 साल या उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए डिजायन किया गया है। अगर आप अपने पैरेंट्स के लिए बीमा पॉलिसी लेना चाहते हैं, तो यह एक बढ़िया ऑप्शन हो सकता है। इस पॉलिसी के अंतर्गत किसी भी बीमारी या एक्सीडेंट के कारण होने वाले मेडिकल खर्चे को कवर किया जाता है। हॉस्पिटल में डिस्चार्ज के बाद भी इलाज में लगने वाले खर्चों को शामिल किया जाता है। अगर आप डॉक्टर से घर पर ही इलाज के लिए कंसल्ट करते हैं, तो इसका खर्चा भी बीमा कंपनी देती है।

इस हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी को लेने के लिए उम्र सीमा 70 साल होनी चाहिए। पॉलिसी जारी करने से पहले फुल बॉडी चेकअप होता है। अगर बुजुर्ग को पहले से ही कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो उनका पॉलिसी का प्रीमियम बढ़ जाता है। 

Top Up Health Insurance

Health insurance buying guide

अगर आपको मौजूदा हेल्थ इंश्योरेंस से ज्यादा कवरेज चाहिए, तो आप टॉप-अप हेल्थ इंश्योरेंस ले सकते हैं। यह आपकी बेस पॉलिसी की बीमा रकम से अधिक खर्चों को कवर करता है। आपको बता दें कि टॉप-अप प्लान तभी काम करता है, जब आपका मेडिकल खर्च आपकी बीमा राशि से अधिक हो जाता है। उदाहरण के तौर पर अगर आपकी टॉप-अप पॉलिसी 5 लाख से अधिक कवर करती है और आपकी मौजूदा पॉलिसी लिमिट 3 लाख रुपये हैं, तो आपको पहले 3 लाख रुपये खुद खर्च करने होंगे। इसके बाद ही टॉप-अप प्लान काम करेगा।

सुपर टॉप-अप प्लान पूरा साल मेडिकल खर्चों को कवर करता है। आप एक से अधिक क्लेम कवर कर सकते हैं। अगर आपकी मौजूदा पॉलिसी की बीमा रकम खत्म हो जाती है, तो सुपर टॉप-अप एक्टिव हो जाता है। 

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Maternity Health Insurance

मैटरनिटी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी प्रेग्नेंसी और बच्चे के जन्म से जुड़े सभी मेडिकल खर्चों को कवर करती है। यह पॉलिसी Prenatal और Postnatal देखभाल को कवर करती है। इसमें नॉर्मल डिलीवरी और सिजेरियन डिलीवरी दोनों के खर्च शामिल होते हैं। इसके अलावा, बच्चे की देखभाल, वैक्सिनेशन और मेडिकल चेकअप का खर्चा भी कवर किया जाता है।

इस पॉलिसी में 9 महीने से 2 साल तक का वेटिंग पीरियड होता है, इसलिए फैमिली प्लानिंग करने से पहले इस पॉलिसी को लेना सही रहता है। 

Group Health Insurance

इन दिनों ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस का चलन काफी है। यह पॉलिसी कंपनियों द्वारा अपने कर्मचारियों के लिए प्रदान किया जाने वाला बीमा कवरेज है। इस पॉलिसी का प्रीमियम कम होता है। कर्मचारियों को बिना किसी प्रीमियम के बेसिक हेल्थ इंश्योरेंस मिलता है। कई ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी कर्मचारी के अलावा उनकी फैमिली को भी कवर करती हैं। इस पॉलिसी में कर्मचारी बिना किसी देरी के लाभ उठा सकते हैं। इस पॉलिसी के अंतर्गत हॉस्पिटल में भर्ती होने, डिलीवरी, OPD ट्रीटमेंट को कवर किया जाता है। 

हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदते समय ध्यान देने योग्य बातें

  • हेल्थ इंश्योरेंस लेते समय पॉलिसी प्रीमियम, वेटिंग पीरियड और रेन्यू कंडीशन्स आपकी उम्र पर निर्भर करती हैं। कम उम्र में पॉलिसी लेने से प्रीमियम कम पड़ता है।
  • अगर आप फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी लेने की सोच रहे हैं, तो जांच लें कि पहले से किसी को गंभीर बीमारी तो नहीं है। इससे पॉलिसी प्रीमियम प्रभावित हो सकता है।
  • हर पॉलिसी में कुछ चीजें कवर नहीं होतीं, जिन्हें Exclusions कहा जाता है। जैसे- पहले से मौजूद बीमारियां, कॉस्मेटिक सर्जरी, प्रेग्नेंसी संबंधित खर्चें, लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियां। 
  • Sum Insured वह राशि होती है, जो बीमा कंपनी किसी क्लेम के दौरान चुकाती है। बढ़ते मेडिकल खर्चों को देखते हुए हमेशा पर्याप्त Sum Insured चुनें। 
  • हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी लेते समय वेटिंग पीरियड जान लेना जरूरी है। खासतौर पर, पहले से मौजूद बीमारियों के लिए 2-4 साल तक का वेटिंग पीरियड होता है। 
  • हमेशा ऐसी पॉलिसी चुनें, जिसमें Lifetime Renewal की सुविधा हो ताकि आप बुढ़ापे में भी इसका लाभ उठा सकें। 
  • कैशलेस इलाज के लिए, बीमा कंपनी द्वारा लिस्टेड हॉस्पिटल की लिस्ट चेक करना सही रहता है। 

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Image Credit - freepik 

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