घर की बालकनी में लगा लें 5 खुशबूदार फूलों की बेल, सालभर मिलेंगे टोकरी भर-भरकर Flowers

Which flowering vines can grow in monsoon: मानसून का सीजन पेड़-पौधों की ग्रोथ के लिए अच्छा माना जाता है। ऐसे में अगर आप अपने घर की बालकनी पर फूलों की बेल लगाना चाहती है, तो यहां हम 5 खुशबूदार और सुंदर फूल वाली बेलों के बारे में बताने जा रहे हैं जो मानसून के सीजन में लगाई जा सकती हैं।
flowering vines can grow in monsoon

Best flowering vines for monsoon season: मानसून के आते ही हरियाली और ताजगी की बहार छा जाती है। ऐसे मौसम में अगर घर की बालकनी और छत पर फूलों की बेलें हो तो नजारा ही बदल जाता है। यह बेलें सिर्फ देखने में सुंदर नहीं लगती हैं, बल्कि घर को नेचुरली सजाती हैं और फूलों से खुशबू भी सुकूनभरा कर देती हैं। खास बात यह है कि यह बेलें सालभर हरी-भरी रहती हैं और फूल भी देती हैं। साथ ही यह दूसरे पौधों के मुकाबले कम जगह घेरती हैं, इन्हें दीवारों या रेलिंग के सहारे चढ़ाया जा सकता है। कुल मिलाकर बात करें तो फूलों वाली बेलें आपकी बालकनी गार्डन के लिए परफेक्ट हो सकती हैं।

मानसून के सीजन में कौन-सी फूलों वाली बेल लगाई जा सकती है?

अगर आप इस बारिश के सीजन में बेलों वाले पौधे लगाने के बारे में सोच रही हैं, तो यहां हम ऐसी 5 फूल वाली बेल प्लांट्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके फूलों की सुंदरता आपकी बालकनी का लुक बदल देगी।

लहसुनिया बेल

vines grow in pot

लहसुनिया बेल को नील लता, नीला गुच्छा और सैंडपेपर वाइन भी कहा जाता है। यह एक खूबसूरत और सजावटी फूलों वाली बेल है, जिसमें नीले-बैंगनी फूलों के गुच्छे खिलते हैं। इसकी पत्तियां थोड़ी खुरदुरी होती हैं, सैंडपेपर की तरह। यह बेल तेजी से फैलती है और छत, गेट या ग्रिल पर बहुत सुंदर लगती है। यह बेल फरवरी से जुलाई तक, लगाई जा सकती है। खासतौर पर वसंत और मानसून के मौसम, क्योंकि इन महीनों में मिट्टी नम और तापमान मध्यम होता है।

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चमेली

चमेली एक सुंदर और खुशबूदार फूलों वाली बेल है। इसे आसानी से घर की बाउंड्री, बालकनी के गमले में लगाया जा सकता है। चमेली की बेल लगाने का सबसे अच्छा समय फरवरी से अप्रैल या फिर बरसात का मौसम यानी जून-जुलाई होता है। यह बेल गर्म और नमी वाले मौसम में तेजी से बढ़ती है।
चमेली की बेल कटिंग और नर्सरी से पौधा लाकर लगाई जा सकती है। इस पौधे को लगाने के बाद ऐसी जगह रखें, जहां धूप अच्छी आती हो कम से कम दिन में 4 से 6 घंटे।

बटरफ्लाई पी बेल

बटरफ्लाई पी बेल को हिंदी अपराजिता की बेल भी कहा जाता है। यह बेल मानसून में लगाई जा सकती है, लेकिन यह इस सीजन में फूल नहीं देती है। अपराजिता में नीले और सफेद फूल आते हैं जो देखने में खूबसूरत तो होते ही हैं और औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं। यह बेल कटिंग और बीज, दोनों तरह से लगाई जा सकती है। बीज से अपराजिता का पौधा लगाने के लिए बीजों को पहले 8 से 10 घंटे भिगोकर रखें।

मॉर्निंग ग्लोरी

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मॉर्निंग ग्लोरी बेल एक तेजी से बढ़ने वाली बेल है, जिसमें रंग-बिरंगे और खूबसूरत फूल निकलते हैं। इस बेल को मॉर्निंग ग्लोरी इसलिए कहा जाता है, क्योंकि इसके फूल सुबह-सुबह खिलते हैं और दोपहर तक मुरझा जाते हैं। यह बेल जुलाई से सितंबर तक लगाई जा सकती है, इसे गर्मी और नमी वाला मौसम पसंद होता है।

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बोगनवेलिया

यह बेल खूबसूरत, रंग-बिरंगे फूलों वाली होती है। इसे गमले में लगाना बहुत आसान होता है और जब इसमें फूल खिलते हैं तो यह देखने में बेहद सुंदर लगती है। बोगनवेलिया की बेल 12 से 15 इंच गहरे गमले में लगाई जा सकती है और इसे जुलाई से सितंबर-अक्तूबर के महीने में लगाया जा सकता है, क्योंकि इसे गर्म और हल्की नमी वाला मौसम पसंद होता है।

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Image Credit: amazon.com

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