लीज और रेंट में क्या फर्क होता है? 99% लोग नहीं जानते होंगे इसका सही जवाब

Difference Between Lease And Rent Agreement: आपने कभी ना कभी लीज के बारे में जरूर सुना होगा। घर या किसी प्रॉपटी को लीज और रेंट पर लिया जाता है। दोनों ही तरीके अलग-अलग हैं, लेकिन क्या आप इनके बीच का अंतर जानते हैं। आइए जानें, लीज और रेंट में क्या अंतर है? 
  • Nikki Rai
  • Editorial
  • Updated - 2025-04-21, 14:53 IST
Difference Between Lease And Rent Agreement

Lease Agreement Vs. Rental Agreement: आपने लीज और रेंट के बारे में तो जरूर सुना होगा, लेकिन क्या आप इन दोनों के बीच का फर्क जानते हैं। जब कोई घर या प्रॉपर्टी लेता है, तो उसके पास 2 ऑप्शन होते हैं। एक रेंट और दूसरा लीज का ऑप्शन। इन दोनों में से किसी एक तरीके से आप घर को लेने के बारे में सोच सकते हैं। हालांकि, इसके बाद भी बहुत से लोगों को इनका मतलब और उनके बीच का फर्क नहीं पता होता।

बहुत कम लोगों को ये बात पता होगी कि रेंट पर घर लेना सही होता है या फिर लीज पर। आइए जानें, लीज और रेंट के बीच में क्या फर्क होता है? लीज पर घर लेना सही होता है या रेंट पर?

रेंट एग्रीमेंट क्या होता है?

What is a rent agreement

जब आप एक घर को रेंट पर लेते हैं, तो वह घर आपको 11 महीनों के लिए मिलता है। इसे आप 11 महीने से ज्यादा के लिए नहीं बनवा सकते। जैसे ही 11 महीने पूरे होते हैं, इसके बाद आपको फिर से रेंट एग्रीमेंट को रिन्यू करवाना पड़ता है। रेंट पर ली गई, प्रॉपटी का असली मालिक उसका ऑन पेपर मालिक ही होता है। रेंट पर लेने वाले व्यक्ति का उस पर कोई हक नहीं होता। हालांकि, लीज में ऐसा नहीं होता। रेंट एग्रीमेंट की शर्तों में प्रॉपटी का मालिक बदलाव भी कर सकता है। रेंट एग्रीमेंट रजिस्टर हुए, बिना भी मान्य होता है।

लीज क्या होता है?

वहीं, बात करें लीज की तो इसे आप सालों के लिए भी बनवा सकते हैं। लीज एग्रीमेंट काफी लंबा बनाया जा सकता है। लीज एग्रीमेंट ज्यादा से ज्यादा 99 सालों के लिए जारी किया जा सकता है। इसके बाद, भी इसे आगे बढ़वाया जा सकता है। जैसे ही आपकी लीज की डेट पूरी हो जाती है, वैसे ही वह घर या प्रॉपटी फिर से उसके मालिक की हो जाती है। लीज एग्रीमेंट तक वह प्रॉपटी आपकी ही रहती है।

लीज एग्रीमेंट को अगर 12 महीनों के अंदर रजिस्टर नहीं करवाया जाता है, तो वह वैलिड नहीं रह जाता। लीज पर ली गई प्रॉपटी का मालिक वह होता है, जिसने उसे लीज पर लिया है। हालांकि, लीज एग्रीमेंट की डेट पूरी होते ही वह फिर से ऑटोमैटिक उसके असली मालिक की हो जाती है।इसकी कुछ शर्तें और नियम होते हैं। लीज पर ली गई, प्रॉपटी के लिए आपको मेंटेनेंस भी देना पड़ता है।

रेंट एग्रीमेंट और लीज में फर्क क्या होता है?

What is the difference between rent agreement and lease

लीज पर ली गई प्रॉपटी को वह व्यक्ति कभी भी खरीद सकता है। उसके पास हमेशा ये ऑफर होता है। वह लीज पर लेते हुए दी गई राशि के बाद प्रॉपटी की वैल्यू के हिसाब से और पैसे जमा करके उसे खरीद सकता है। यह ऑफर रेंट पर रहने वालों को नहीं मिलता।

यह भी देखें-Rent Agreement: रेंट एग्रीमेंट बनवाते समय इन खास बातों का रखना चाहिए ध्यान

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Image Credit: her zindagi

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