Beating Retreat Ceremony 2024: आखिर क्या है बीटिंग रिट्रीट समारोह? हर साल 29 जनवरी को विजय चौक पर क्या करते हैं पीएम

बीटिंग रिट्रीट समारोह सांस्कृतिक और सैन्य आयोजन है। यह समारोह भारतीय सेना की शक्ति और शौर्य को दर्शाता है। यह समारोह देश की एकता और अखंडता का भी प्रतीक है।

What meaning of beating retreat ceremony

Beating Retreat Ceremony 2024: बीटिंग रिट्रीट समारोह एक सैन्य परंपरा है, जो सूर्यास्त के समय युद्ध के मैदान से सैनिकों के वापस जाने का प्रतीक माना जाता है। यह समारोह भारत में गणतंत्र दिवस समारोह के तीन दिन के बाद 29 जनवरी को विजय चौक पर आयोजित किया जाता है। बीटिंग द रिट्रीट सेरेमनी को गणतंत्र दिवस समारोह का औपचारिक समापन भी माना जाता है। इस समारोह में भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना के बैंड भाग लेते हैं, जो कई देशों की सैन्य धुनें बजाते हुए संगीतमय धुनों के साथ मार्च करते हैं।

बीटिंग रिट्रीट समारोह का इतिहास

बीटिंग रिट्रीट समारोह की शुरुआत 17वीं शताबदि ब्रिटिश शासन के दौरान हुई थी। उस समय, यह समारोह रोजाना सूर्यास्त के समय आयोजित किया जाता था। इंग्लैंड के किंग जेम्स सेंकड ने आयोजन किया था। स्वतंत्रता के बाद, इस समारोह को हर साल गणतंत्र दिवस समारोह के बाद आयोजित किया जाने लगा।

भारत में रीट्रीट की शुरुआत 1950 के दशक में शुरू हुई थी। यह सदियों से मनाए जाने वाली पुरानी सैन्य परंपरा का प्रतीक है, जब सैनिक लड़ना बंद कर देते थे, अपने हथियार बंद करने बाद युद्ध के मैदान से हट जाते थे और रिट्रीट की आवाज पर सूर्यास्त के समय शिविरों में लौट आते थे। समारोह में अस्त्र-शस्त्र उतार कर, रंग और मानक खोल दिए जाते हैं और झंडे उतार दिए जाते हैं। यह समारोह बीते समय की पुरानी यादें ताजा कर देती है।

भारतीय सेना के मेजर रॉबर्ट ने इस कार्यक्रम को सेनाओं के बैंड के साथ इसका प्रदर्शन किया था, जिसें राष्ट्रपति मुख्य अतिथि और उनके साथ ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय और उनके पति प्रिंस फिलिप देश की आजादी के बाद पहली भारत यात्रा के दौरान अथिति के तौर पर शामिल हुए थे।

बीटिंग रिट्रीट समारोह का महत्व

बीटिंग रिट्रीट समारोह सांस्कृतिक और सैन्य आयोजन है। यह समारोह भारतीय सेना की शक्ति और शौर्य को दर्शाता है। यह समारोह देश की एकता और अखंडता का भी प्रतीक है।

बीटिंग रिट्रीट समारोह के कार्यक्रम

बीटिंग रिट्रीट समारोह 29 जनवरी को शाम 4:30 बजे से शुरू हुआ है। समारोह की शुरुआत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्तियों के आगमन से होती है। इसके बाद, भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना के बैंड धुन बजाते हैं। समारोह का समापन एक शानदार आतिशबाजी के साथ होता है। बीटिंग रिट्रीट समारोह को दूरदर्शन राष्ट्रीय यूट्यूब चैनल या डीडी न्यूज पर कार्यक्रम देख सकते हैं।

इस साल बीटिंग द रिट्रीट समारोह का एक खास आकर्षण शास्त्रीय रागों से प्रेरित हो कर 29 धुनों की भव्य धूमधाम समारोह की आयोजन की गई। इस साल के समारोह में अब तक के सबसे बड़े ड्रोन शो में से एक का भी प्रदर्शन किया जाएगा, जिसमें 3,500 स्वदेशी ड्रोन रायसीना हिल्स के आसमान को रोशन किया।

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बीटिंग रिट्रीट समारोह में प्रधानमंत्री की भूमिका

बीटिंग रिट्रीट समारोह में प्रधानमंत्री एक अहम भूमिका निभाते हैं। समारोह के दौरान, प्रधानमंत्री भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना के बैंडों को सलामी देते हैं। इसके अलावा, प्रधानमंत्री समारोह के अंत में आतिशबाजी का उद्घाटन भी करते हैं।

2024 में बीटिंग रिट्रीट समारोह

2024 में बीटिंग रिट्रीट समारोह 29 जनवरी को विजय चौक, नई दिल्ली में आयोजित किया गया। समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। समारोह में भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना के बैंड ने धुनें बजाईं। समारोह का समापन एक शानदार आतिशबाजी के साथ हुआ।

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Image credit: Freepik

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