सन 2012 में दिल्ली के एक इलाके में हुए रेप केस, जिसे निर्भया कांड का नाम दिया गया था उसकी यादें अभी लोगों के दिलों में ताजा है। इस केस के बाद जहां लड़कियों में अपनी सेफ्टी को लेकर कई सवाल मन में आए तो वहीं बहुत सी संस्थाओं द्वारा महिलाओं को अपनी सेफ्टी खुद करने के लिए ट्रेनिंग भी दी जाने लगी। मगर जब ऑड टाइमिंग्स में महिलाओं को घर से बाहर निकलना पड़ता है तो उस वक्त खुद की सेफ्टी के लिए उन्हें सूज भूज और कुछ ऐसे हथियारों की आवश्यता होती हैं, जो मुसीबत के वक्त उनकी मदद कर सकें। आज हम आपको ऐसी कुछ वुमन सेफ्टी हथियारों के बारे में बताएंगे, जिन्हें महिलाएं अपने पर्स में हर वक्त रख सकती हैं और ऑड सिचुएशन में उसका इस्तेमाल अपने बचाव के लिए कर सकती हैं।
टेजर गन
आपने उस गन के बारे में तो सुना ही होगा, जिसमें से गोलियां निकलती हैं तो आदमी के शरीर के आरपार हो जाती हैं मगर हम बात कर रहे हैं टेजर गन की। इसे गोलियां नहीं निकलती बल्कि करंट निकलता है। बैटरी से चलने वाली इस गन से गोलियों की तरह तार निकलते हैं जो हमला करने वाले के शरीर में लगते ही उसे करंट का झटका देते हैं। इस गन का इस्तेमाल अधिकतर पुलिस वाले करते हैं और अधिकतर देशों में इसे हथियार के तौर पर मान्यता दी जाती है। ऑस्ट्रेलिया के कुछ राज्यों में इसे रखना गैरकानूनी नहीं है लेकिन इसके लिए अनुमति लेनी होती है। आइसलैंड में टेजर गन के इस्तेमाल पर कोई रोक नहीं है। अमेरिका में टेजर गन को हथियार नहीं माना जाता और कोई भी इंसान बिना किसी रोक-टोक के इसे लेकर घूम सकता है। वैसे भारत में ये उपलब्ध नहीं है। इसलिए आप टेजर गन तो नहीं रख सकती मगर खिलौने वाली पिचकारी गन में मिर्च का पानी या नीबू का रस भर कर रख सकती हैं और वक्त पड़ने पर इसका इस्तेमाल हमलावर की आंखों पर कर सकती हैं।
पेपर स्प्रे
पेपर स्प्रे यानी मिर्ची स्प्रे के बारे में आपने कई बार सुना होगा। यह स्प्रे सबसे अच्छा सेफ्टी टूल होता है। इसका इस्तेमाल आप हमलावर पर कर सकती हैं और बेस्ट बात यह है कि जब यह स्प्रे हमलावर की त्वचा पर लगेगा तो वह तिलमिला उठेगा और जलन से उसका ध्यान भंग हो जाएगा, हमलावर अपनी आंखें नहीं खोल पाएगा, इस स्प्रे से उसके चेहरे पर तेज़ जलन होती है और सांस लेने में तकलीफ होती है। इस स्प्रे का असर 30-40 मिनट तक रहता है। ये विभिन्न तरीके की पैकिंग और रूप में आता है जिसे आसानी से जेब में रखा जा सकता है। कुछ खास तरह के पेपर स्प्रे में अल्ट्रा वॉयलेट रंग भी मिलाए जाते हैं जिससे हमलावर अगर भाग पाने में कामयाब हो तो उसे पकड़ने में आसानी हो सके। पेपर स्प्रे के कैन की मार 6-7 फुट तक हो सकती है और ये महिलाओं की सुरक्षा का अहम हथियार माना जाता है। भारत जैसे देश में इस स्प्रे को सरकारी कंपनियां ही बेच सकती है और आम नागरिक इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
एंजल विंग अलार्म
इस तरह के अलार्म आप अपने बैग में रखकर चल सकते हैं। इनसे तेज ध्वनि निकलती है जिसे सहन करना आसान नहीं होता। इस तरह के अलार्म को 400 मीटर तक सुना जा सकता है। इस तरह के अलार्म की क्षमता अलग- अलग हो सकती है और दूर तक खतरे का संकेत पहुंचाने का ये अच्छा साधन है।
माना जाता है किसी दुविधा में शोर मचाना सबसे आसान और असरदार तरीका है और निजी पावर अलार्म ऐसी ही सोच की उपज है। इन्हें आसानी से अपने साथ रखा जा सकता है, इनके इस्तेमाल पर कानूनी रोक नहीं होती और इन्हें रखना सुरक्षित भी है। इस तरह के अलार्म की आवाज कितनी तेज हो, ये निर्माता पर निर्भर करता है। इसमें कान के पर्दे फाड़ देने वाली आवाज से लेकर दिल दहलाता अहसास करवाने वाली शामिल हैं।
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