herzindagi
vrindavan tatiya sthan significance

भारत के इस गांव में आज तक नहीं आया कलयुग

उत्तर प्रदेश के वृंदावन में स्थित टटिया स्थान एक ऐसा धाम है, जहां आज तक कलयुग नहीं आया है। आइए इस लेख में इस स्थान के बारे में विस्तार से जानते हैं।
Editorial
Updated:- 2024-11-25, 17:31 IST

भारत में कई ऐसे मंदिर और धार्मिक स्थान हैं। जिनके बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं। इन्ही में से एक टटिया स्थान है। ऐसा कहा जाता है कि 21वीं सदी में होने के बावजूद इस स्थान पर अभी तक कलयुग नहीं आया है। इस कलयुग में कुछ लोग ही हैं, जिन्हें अपना जीवन सरल भाव से व्यतीत करना पसंद होता है। अगर मैं आपसे कहूं कि यही एक ऐसा स्थान हैं, जहां आज भी लोग रज में बैठकर भजन-कीर्तन करते हैं और आधुनिक उपकरणों से दूर रहते हैं। साथ ही यहां किसी भी तरह मोबाइल या कैमरा ले जाना वर्जित है। आइए आज हम आपको अपने इस लेख में एक ऐसे अनोखे गांव के बारे में बताएंगें। जहां आपको जाकर पहले के युग में चले आ रहे परंपराओं का अनुभव होगा।

कहां है टटिया स्थान?

interesting facts of tatiya sthan

टटिया स्थान वृंदावन का ऐसा धाम है। जहां आज भी इस स्थान पर कलयुग नहीं आया है। यहां भक्त पूरी श्रद्धा के साथ भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति में लीन रहते हैं। आपको बता दें, टटिया स्थान स्वामी हरिदास संप्रदाय से जुड़ा है। स्वामी हरिदास को बांके बिहारी जी का परम भक्त माना जाता है। उन्होंने वृंदावन के पक्षियों, फूलों और पेड़ों से दिव्य संगीत की शिक्षा ली। यहां ठाकुर जी की सेवा के साथ-साथ गोसेवा, संतसेवा भी की जाती है। टटिया स्थान एकमात्र ऐसा स्थान है, जहां भक्त प्रकृति से जुड़ता है।

यह भी पढ़ें: इस मंदिर में पत्थर पर नाम लिखने से आत्मा को मिलती है मुक्ति, जानें क्या है मान्यता 

टटिया स्थान की मान्यता क्या है?

टटिया स्थान को लेकर कई लोगों का कहना है कि यहां ठाकुर जी आज भी वास करते हैं। इस स्थान बेहद पवित्र और दिव्य माना जाता है। यहां आज भी भक्त बिना पंखा और एसी के बिना रहता है। यहां लोग दीएं जलाकर रहते हैं। यहां भगवान श्री कृष्ण की पूजा बेहद भव्य तरीके से की जाती है।

यह भी पढ़ें: वृंदावन की इस जगह को क्यों कहते हैं भूत गली? जानें इसका रहस्य 

यह विडियो भी देखें

इस स्थान का नाम कैसे पड़ा टटिया?

mystery of tatiya sthan

टटिया स्थान बांस के डंडो से घिरा हुआ है और स्थानीय भाषा में बांस को टटिया कहा जाता है। इसलिए इस स्थान को टटिया स्थान कहा जाता है। यह स्थान वृंदावन के दूसरे जगह से बेहद अलग है। टटिया स्थान यमुना नदी के बेहद पास है। इस स्थान की दिव्यता भक्तों को श्रीकृष्ण के उपस्थिति की अनुभूति होती है।

अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह के और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से। अपने विचार हमें आर्टिकल के ऊपर कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।

Image Credit- HerZindagi

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।