kaha hai vrindavan ki bhoot gali

वृंदावन की इस जगह को क्यों कहते हैं भूत गली? जानें इसका रहस्य

ऐसा माना जाता है कि वृन्दावन के मंदिर ही नहीं बल्कि वहां कि एक-एक गली श्री कृष्ण की लीलाओं की और उनके चमत्कारों की साक्षी रही है। इसी कारण से वृंदावन की गलियों को कुंज गली कहा जाता है। 
Editorial
Updated:- 2024-06-24, 15:46 IST

श्री कृष्ण की लीलास्थली वृंदावन में कई मंदिर मौजूद हैं। इन मंदिरों या दिव्य स्थानों से जुड़ी न सिर्फ पौराणिक कथाएं हैं बल्कि कई रहस्य भी हैं जो आज भी लोगों के बीच एक पहेली बने हुए हैं। ऐसा माना जाता है कि वृन्दावन के मंदिर ही नहीं बल्कि वहां कि एक-एक गली श्री कृष्ण की लीलाओं की और उनके चमत्कारों की साक्षी रही है। इसी कारण से वृंदावन की गलियों को कुंज गली कहा जाता है। हालांकि इन कुंज गलियों में से एक भूत गली भी है। जी हां, वृन्दान में एक ऐसी गली मौजूद है जिसे भूत गली के नाम से जाना जाता है। इस गली को लेकर कई मान्यताएं हैं, विशेष रूप से बाहरी लोगों का मानना है कि इस गली में भूतों का निवास है। ऐसे में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं कि आखिर क्या है इस भूत गली का रहस्य।

वृंदावन की यह गली क्यों कहलाती है भूतों का स्थान? 

पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार जब श्री कृष्ण और राधा रानी समस्त गोपियों संग महारास रचाने के लिए निधिवन में एकत्रित हुए। तब उस महारास को देखने के लिए भगवान शिव का भी उत्साहित थे। 

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जैसे ही महारास शुरू हुआ भगवान शिव खुद को रोक न सके और कैलाश से निधिवन जाने की ओर चल पड़े। भगवान शिव को इतना प्रसन्न देख उनके पीछे-पीछे उनके सभी गण और भूत-पिशाच भी चल दिए।  

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भगवान शिव को यह ज्ञात था कि महारास में मात्र गोपी रूप में ही आने की अनुमति है। ऐसे में उन्होंने अपने गणों और भूतों को एक स्थान पर रुकने का आदेश दिया और स्वयं गोपी वेश धारण कर महारास में पहुंच गए।

जब तक बह्ग्वान शिव महारास करते रहे तब तक उनके सभी गण एवं भूत उस स्थान पर ही उनकी प्रतीक्षा में खड़े रहे। जिस जगह पर भगवान शिव ने अपने भूत गणों को छोड़ा था वही स्थान आज भूत गली कहलाता है।

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असल में भगवान शिव ने अपने भूत गणों को एक छोटी सी गली में रुकने के लिए कहा था ताकि वृन्दावन के अन्य निवासी उनसे भयभीत न हो जाएं। भूतों के रुकने के कारण उसका नामा भूत गली पड़ा।

भूत गली लाल बाबू मंदिर से वंशीवट की ओर जाने वाली सड़क पर ब्रह्मचारी मंदिर के ठीक सामने है। यह गली भूतीया नहीं है, बस इसका नाम ही ऐसा है। इस गली में लोग निवास करते हैं और यह स्थान बिलकुल भीडरावना नहीं है।

 

आप भी इस लेख में दी गई जानकारी के माध्यम से यह जान सकते हैं कि अकहिर वृन्दावन में कहां है भूत गली और क्या पड़ा इसका यह नाम एवं क्या है इसके पीछे का रहस्य। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

image credit: herzindagi       

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