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inspirational story of ias mahima tomar in hindi

दादी से मिला आईएएस महिमा तोमर को अपने सपने पूरे करने का हौसला

दादी के सपने को पूरा करने के लिए आईएएस महिमा तोमर ने यूपीएससी क्रैक किया और यह साबित करके दिखाया कि कैसे सपने को पूरा किया जा सकता है।&nbsp; <div>&nbsp;</div>
Editorial
Updated:- 2023-03-30, 11:30 IST

सपने तो हर कोई देखता है लेकिन उन्हें पूरा करना सबके बस की बात नहीं होती है। यूपी के बागपत जिले की रहने वाली महिमा तोमर ने दादी के संस्कारों और हौसले से यूपीएससी जैसा कठिन एग्जाम पास कर सफलता पाई है। आईएएस महिमा तोमर ने किस प्रकार यूपीएससी क्रैक किया और अपने सपने को पूरा किया चलिए जानते हैं।

कहां से पूरी की पढ़ाई?

story of ias mahima tomar

महिमा ने गांव के ही सरकारी स्कूल से प्रारम्भिक शिक्षा पाई है। स्कूल की पढ़ाई पूरी होने के बाद महिमा ने एमआईटी मेरठ से बीटेक किया है। आरबीआई नाबार्ड के स्टेज तक भी पहुंच चुकी हैं। बीटेक के बाद तीन जगह महिमा को नौकरी मिली। इनमें से एक जगह पर नौकरी करते हुए उन्होंने कई बार यूपीएससी का एग्जाम दिया।

ग्रामीण परिवेश में पढ़ी महिमा ने एक इंटरव्यू में यह भी बताया था कि जितना सहयोग उनको परिवार का मिला है उतना आस-पड़ोस का भी मिला है।(मिलिए डॉ. रश्मि दास से जिन्होंने ऑटिज्म के बच्चों को आगे बढ़ने का दिया हौसला)बीटेक के बाद तीन स्थानों पर महिमा का सेलेक्शन हुआ। एक स्थान पर नौकरी करते हुए उन्हें चौथे अटेम्प्ट में आईएएस बनने में सफलता प्रप्त हुई।

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634 वीं रैंक हासिल की

यूपीएससी परीक्षा में महिमा को 634वीं रैंक हासिल हुई। महिमा ने अपनी मेहनत और लगन के साथ इस परीक्षा की तैयारी की और उन्हें इस एग्जाम को क्लियर करने में सफलता हासिल हुई। महिमा की दादी चाहती थी कि वह यूपीएससी परीक्षा को क्लियर करें और बागवत का नाम रौशन करें।(22 साल की अनन्या सिंह ने पहले प्रयास में ही ऐसे क्लियर किया यूपीएससी एग्जाम)जब महिमा ने यूपीएससी परीक्षा क्लियर की तो उन्हें सांसद डॉ. सत्यपाल सिंह व देशखाप ने सम्मान भी दिया।

महिमा की दादी उन्हें पढ़ाई करने के लिए बचपन से प्रोत्साहित करती हुई आई हैं और वह चाहती थी महिमा तोमर आईएएस बनकर गांव की हर लड़की के लिए एक मिसाल बनें। दादी से ही महिमा ने जीवन के अनुभव सीखें और उन्होंने जीवन में आगे बढ़ने के लिए उनसे संघर्ष करना सीखा।

उनके परिवार से कोई भी आइएएस नहीं था। जिस कारण महिमा को यह भी नहीं पता था कि कैसे तैयारी की जाती है लेकिन महिमा ने अपनी तैयारी खुद से पूरी की और सफलता हासिल कर ली। महिमा हमारे देश की हर लड़की के लिए इंस्पिरेशन हैं और उनसे हमारे समाज की कई महिलाएं प्रेरणा लेकर आगे बढ़ेंगी।

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