केसर उगाकर महीने में लोग कमा रहे हैं लाखों रुपये! यहां जानें इस पौधे को उगाने के ट्रिक्स और सही समय

पहले के समय में जहां लोग केवल अपने देश में मशहूर फसल या फल ग्रो करते हैं। लेकिन बदलते दौर में अब लोग विदेशी फल से लेकर और अन्य पेड़-पौधे की खेती अपने घर के बगीचे में करने लगे हैं। ऐसे में क्या आपको पता है कि आप केसर को भी अपने गार्डन में ग्रो कर सकती हैं। बस इसके लिए मौसम और समय का खास ध्यान रखने की जरूरत है। नीचे जानिए-
How to successfully grow saffron

अगर बात करें केसर की तो इसकी कीमत इतनी होती है कि इसके एक रेशे को भी बहुत संभाल कर रखते हैं। एक किलोग्राम केसर की कीमत 1.5 लाख से 3.5 लाख के बीच में होती है। आमतौर पर केसर की खेती मुख्य रूप से जम्मू-कश्मीर में केसर की खेती की जाती है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि अब अन्य जगहों के लोग भी इसकी खेती करके लाखों रुपये कमा रहे हैं। वैसे अमूमन लोग यह सोचते हैं कि इसे घर पर उगाना न केवल मुश्किल है बल्कि नामुमकिन है। लेकिन आपको बता दें कि अब केसर को उगाना काफी आसान है। अगर आप इसे अपने घर में उगाने का सपना देख रही हैं, तो इसे पारंपरिक खेती के तरीकों से हटकर, आप अपनी रसोई में इस्तेमाल के लिए एरोपोनिक तकनीक का उपयोग करके घर पर भी केसर उगा सकते हैं। चलिए इस लेख में जानिए क्या है ये तरीका और कब और कैसे ग्रो कर सकते हैं केसर का पौधा-

केसर का इस्तेमाल किन-किन कामों में करते हैं?

What is the best weather for Kesar farming

केसर का इस्तेमाल आमतौर पर लोग न केवल खाने में करते हैं बल्कि चेहरे का निखार बढ़ाने के लिए करते हैं। साथ ही केसर का एंटीडिप्रेसेंट गुण याददाश्त बढ़ाने में भी मदद करता है। इसके अलावा इसमें एंटीऑक्सीडेंट और कैरोटीनॉयड भरपूर मात्रा होने से आंखों की रोशनी में सुधार होता है। चलिए नीचे जानिए कैसे कर सकते हैं इसे घर में ग्रो-

कैसे उगाएं केसर का पौधा (How to Grow Kesar At home)

What is the season for saffron plant

  • केसर को घर के गमले में उगानासंभव है। खासकर एरोपोनिक जैसी आधुनिक तकनीकों के साथ। हालांकि पारंपरिक तरीके से गमले में उगाना भी मुश्किल नहीं है। केसर के लिए कम से कम 8 से 13 इंच गहरे और 12x12 इंच के ग्रो बैग या गमले का उपयोग करें। यह सुनिश्चित करें कि गमले में जल निकासी के लिए पर्याप्त छेद हों क्योंकि केसर को अत्यधिक पानी पसंद नहीं है।
  • केसर को अच्छी जल निकासी वाली रेतीली दोमट मिट्टी पसंद है। आप 50 प्रतिशत कोको-पीट और 50 प्रतिशत वर्मीकम्पोस्ट का मिश्रण इस्तेमाल कर सकते हैं। मिट्टी का pH मान 6.0 से 8.0 के बीच होना चाहिए। मिट्टी को भुरभुरा बनाना महत्वपूर्ण है ताकि पानी जमा न हो।
  • केसर को उसके छोटे बल्ब से उगाया जाता है। ये दिखने में छोटे प्याज जैसे होते हैं। इसे लगाने का सही समय जुलाई से सितंबर के बीच होता है। इस समय मौसम में नमी होती है जो अंकुरण के लिए अच्छी होती है।
  • सबसे पहले इसके लिए आपको अच्छी गुणवत्ता वाले स्वस्थ और बड़े आकार के केसर के बल्ब खरीदने होंगे। आप इसे अच्छी नर्सरी या ऑनलाइन स्टोर से इसे खरीद सकते हैं।
  • गमले को तैयार मिट्टी के मिश्रण से भरें। अब इसमें केसर के कंदों को 2 से 3 इंच की गहराई पर और प्रत्येक कंद के बीच 3-4 इंच की दूरी रखते हुए लगाएं। सुनिश्चित करें कि कंद सीधे खड़े हों। कंद लगाने के बाद, मिट्टी को हल्के हाथ से ढक दें और अच्छी तरह से पानी दें।
  • केसर को मध्यम ठंडी जलवायु पसंद है। इसके लिए सबसे बेस्ट तापमान 10°C से 25°C के बीच होना चाहिए। यदि आप एरोपोनिक तकनीक का उपयोग कर रहे हैं, तो कमरे का तापमान दिन में 17°C और रात में 10°C बनाए रखने की कोशिश करें। केसर के पौधे को कम से कम 6 घंटे की सीधी धूप की आवश्यकता होती है। गमले को ऐसी जगह रखें जहां पर्याप्त धूप आती हो।
  • केसर को ज्यादा पानी की आवश्यकता नहीं होती है। मिट्टी को लगातार नम बनाए रखें। लेकिन ओवरवाटरिंग से बचें। जब मिट्टी हल्की सूखी लगे तभी पानी दें। अत्यधिक पानी से कंद सड़ सकते हैं। सर्दियों में या जब पौधा सुप्त अवस्था में हो तो पानी देना कम या बंद कर दें।

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Image Credit- freepik

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