कामकाजी माताओं के लिए अपने बच्चे को ज्यादा से ज्यादा समय देना अक्सर एक चुनौती भरा काम होता है। फिर भी महिलाएं पूरे 9 घंटे ऑफिस में बिताने के बाद घर और बच्चों की जिम्मेदारियां बखूबी निभाती हैं। शिफ्ट पूरी करने के बाद घर आकर बच्चों की देखभाल करना, उन्हें पढ़ाना और उनके साथ खेलना कई बार मुश्किल हो जाता है। इस दौरान मां के सामने कई समस्याएं भी आती हैं, जिससे वे उलझन महसूस करती हैं। ऐसे में, हम यहां कुछ छोटे-छोटे कारगर टिप्स बताने वाले हैं, जिसे अपनाकर आप निश्चित रूप से अपने बच्चों के साथ क्वालिटी टाइम बिता सकती हैं। तो चलिए कुछ ऐसे ही उपयोगी सुझाव के बारे में विस्तार से जानते हैं।
ऑफिस जाने से पहले थोड़ा जल्दी उठें और बच्चों के साथ कुछ क्वालिटी टाइम बिताएं। यह समय नाश्ता करते हुए बातचीत करने, उन्हें स्कूल के लिए तैयार करने में मदद करने या बस उन्हें गले लगाने और प्यार करने का हो सकता है। सुबह की यह सकारात्मक शुरुआत आपके और आपके बच्चों दोनों के दिन को खुशनुमा बना देगी।
अगर आपका ऑफिस घर से दूर है, तो आने-जाने के समय का इस्तेमाल आप ऑडियो बुक्स सुनने या बच्चों से फोन पर बात करने के लिए कर सकती हैं। अगर बच्चे स्कूल से घर आ चुके हैं, तो उनसे उनके दिन के बारे में पूछें और उन्हें अपनी दिनचर्या के बारे में बताएं। यह छोटी सी बातचीत भी आपके जुड़ाव को मजबूत करेगी।
आजकल वीडियो कॉल एक बेहतरीन तरीका है बच्चों से जुड़े रहने का, खासकर जब आप ऑफिस में हों। लंच ब्रेक में या काम से थोड़ा समय निकालकर आप बच्चों से वीडियो कॉल पर बात कर सकती हैं, उन्हें देख सकती हैं और उनका हालचाल जान सकती हैं।
यह विडियो भी देखें
जब आप घर पर हों, तो एक निश्चित समय निर्धारित करें जब आप और आपके बच्चे दोनों ही मोबाइल, टीवी या अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से दूर रहेंगे। इस समय में आप साथ में खेल सकते हैं, किताबें पढ़ सकते हैं, कहानियां सुना सकते हैं या सिर्फ बैठकर बातें कर सकते हैं। नो स्क्रीन टाइम का फैसला आपके और आपके बच्चे के आपसी संवाद को बढ़ाएगा।
बच्चों को घर के छोटे-छोटे कामों में शामिल करें। जैसे, कपड़े तह करना, टेबल साफ करना या पौधों को पानी देना। यह न केवल उन्हें जिम्मेदारी सिखाएगा बल्कि आपको उनके साथ बातचीत करने और उन्हें कुछ नया सिखाने का भी मौका मिलेगा।
सप्ताह के अंत में बच्चों के साथ कुछ खास योजनाएं बनाएं। यह पिकनिक, मूवी देखना, पार्क में घूमना या घर पर ही कोई मजेदार एक्टिविटी करना हो सकता है। यह समय पूरी तरह से बच्चों को समर्पित करें और उन्हें महसूस कराएं कि आप उनके साथ समय बिताने के लिए उत्सुक हैं।
इसे भी पढ़ें- इन 4 बातों के बारे में सोचकर खुद को कभी गलत न समझे 'मां'
बच्चों की रुचियों को जानने की कोशिश करें और उनमें भाग लें। अगर उन्हें पेंटिंग पसंद है तो उनके साथ पेंट करें, अगर उन्हें क्रिकेट खेलना पसंद है तो उनके साथ कुछ देर खेलें। जब आप उनकी पसंद की चीजें करते हैं, तो वे आपके साथ और अधिक जुड़ाव महसूस करते हैं।
इसे भी पढ़ें- बच्चे की त्वचा का रखना है ख्याल तो इन टिप्स को फॉलो करें, स्किन रहेगी सॉफ्ट
एक खुशहाल मां ही एक खुशहाल परिवार बना सकती है। दिन में कम से कम 15-20 मिनट का समय ऐसा निकालें जो सिर्फ आपके बच्चों के लिए हो। इस दौरान आप सिर्फ उनकी बातें सुनें, उनके सवालों का जवाब दें और उन्हें अपनी पूरा ध्यान दें। यह छोटा सा समय भी उनके लिए बहुत मायने रखेगा।
इसे भी पढ़ें- एक मां के लिए पोस्ट पार्टम स्ट्रेंथ है कितनी जरूरी? सुचेता पाल और हरजिंदगी की नई पहल से जानें...
इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही, अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें। इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हर जिन्दगी के साथ।
Image credit- Freepik
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।