क्या आपको पता है घर पर इन आसान स्टेप्स में उगा सकते हैं लौंग का पौधा

लौंग का उपयोग रसोई में स्वाद का तड़का लगाने से लेकर पूजा घर में टोटके तक, कई चीजों के लिए किया जाता है। इसलिए किचन के इस जरूरी मसाले को घर पर लगाने की आसान विधि बताएंगे।

 

How long does clove take to grow

सभी के घरों में लौंग का उपयोग होता है। लौंग के सेवन से शरीर को कई जबरदस्त फायदे मिलते हैं। रसोई में पुलाव, बिरयानी और तमाम तरह की रेसिपीज, लौंग के स्वाद के बिना अधूरी है। घरों में लौंग के कई इस्तेमाल हैं, इसलिए हर कोई राशन के सामान के साथ लौंग जरूर लाता है। लौंग का उपयोग डिशेज में स्वाद के लिए ही नहीं बल्कि पूजा-पाठ में भगवान को चढ़ाने के लिए भी किया जाता है। लौंग का उपयोग आयुर्वेद में कई तरह के रोगों के उपचार के लिए भी किया जाता है।

सालों से दादी-नानी बच्चों को ज्यादा सर्दी और खांसी होने पर लौंग खाने की सलाह देते हैं। तमाम तरह के जरुरत को देखते हुए हर कोई अपने घरों में लौंग जरूर रखता है। ऐसे में यदि आपके घर पर ही लौंग का पौधा हो जाए तो क्या? घर पर लौंग का पौधा होने से आपको बाजार से महंगे दाम पर लौंग खरीदने की जरूरत नहीं होगी। इसके साथ ही जब मर्जी तब और जितना चाहे लौंग का उपयोग कर सकते हैं। तो चलिए जान लेते हैं घर पर लौंग का पौधा लगाने की विधि।

कैसे लगाएं लौंग का पौधा?

how to grow clove plant at home

  • घर पर लौंग का पौधा लगाने के लिए आप बाजार से बीज, नर्सरी से पौधा या फिर दूसरे लौंग के पेड़ से कलम का उपयोग कर सकते हैं। पौधा लगने के बाद इसे बढ़ने और फलने में 3-4 साल का वक्त लगता है (समर गार्डनिंग केयर)।
  • लौंग का पौधा लगाने के लिए अच्छी क्वालिटी का बीज और कलम का उपयोग करें। इसे उगाने के लिए 20-30 डिग्री तक का तापमान अच्छा रहता है, यानी फरवरी से लेकर मार्च तक के महीने में इसके पौधे को लगा सकते हैं।
can i grow cloves at home
  • यदि आप लौंग का पौधा लगाने के लिए कलम का उपयोग कर रहे हैं, तो उसे 2-3 घंटे के लिए पानी में भिगोकर रखें। पौधा लगाने के लिए गमले या जमीन में 10-15 सेंटीमीटर तक गड्ढा खोद लें और कलम को रोपर मिट्टी से ढक दें।
  • लौंग के पौधे को जल निकासी वाली बलुई-दोमट मिट्टी की जरूरत होती है। इसलिए मिट्टी में रेत मिलाकर ही पौधा लगाना चहिए। पौधे की मिट्टी में नमी बनाए रखने के लिए समय-समय पर पानी डालते रहें।
  • पौधे को कीड़े और रोग से बचाने के लिए समय-समय पर अदरक और दही का पानी डालते रहें, जिससे पौधे में किसी तरह का फंगल इंफेक्शन न हो और ग्रोथ भी न रूके। इसके अलावा हर महीने मिट्टी में गोबर की खाद या वर्मी कंपोस्ट डालते रहें।

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Image Credit: Freepik

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