सावन में फूलों से भर जाएगा अपराजिता का पौधा, मिट्टी में डालें किचन की ये चीजें

मानसून में चारों तरफ हरियाली होती है, लेकिन कई बार पोषक तत्वों की कमी या बारिश का ज्यादा पानी पड़ने के कारण पौधों की जड़ें सड़ने लगती हैं और इनमें फूल नहीं आते हैं। ऐसे में आप कुछ उपाय आजमाएं। 

aparajita plant care in sawan

अपराजिता का पौधा अपने खूबसूरत नीले फूलों के लिए जाना जाता है। इस पौधे की रौनक ही इसमें खिलने वाले फूलों से बढ़ती है। किसी भी मौसम में अगर इस पौधे में फूल दिखाई देते हैं, तो उन्हें देखकर मन प्रसन्न हो जाता है।

खासतौर पर, मानसून तो कुछ अलग ही रौनक देने वाला होता है। इस मौसम में अगर इस पौधे में भरपूर फूल आ जाएं, तो बात ही क्या है। हालांकि, ऐसा हमेशा जरूरी नहीं होता है कि इस पौधे में फूल खिलते दिखाई दें।

कई बार ऐसा भी होता है कि मानसून में भी ये पौधा बेजान नजर आता है और फूल तो क्या कलियां भी नजर नहीं आती हैं। ऐसे में आपको किचन में मौजूद कुछ सामग्रियों के इस्तेमाल से इस पौधे में भरपूर फूल पाने में मदद मिल सकती है। मैंने अपने घर में लगे अपराजिता के पौधे को जब सावन के महीने में सूखते हुए देखा तो ग्रेटर नोएडा की नेहा नर्सरी के प्लांट एक्सपर्ट ब्रिजेन्द्र सिंह से बात की। आइए जानें, कैसे आप किचन की कुछ सामग्रियों से मानसून में अपराजिता के पौधे को फूलों से भर सकते हैं।

केले के छिलके का करें इस्तेमाल

banana peel for aparajita plant

केले के छिलके पोटैशियम से भरपूर होते हैं, जो पौधों में फूल आने में मदद करने के साथ उनकी सेहत को अच्छा करने में भी मदद करते हैं। अगर इन छिलकों का इस्तेमाल अपराजिता के पौधे के लिए करेंगी, तो उसमें फूलों की भरमार होने लगेगी।

पौधे में कैसे करें केले के छिलके का इस्तेमाल

  • पौधे की अच्छी ग्रोथ के लिए आपको केले के छिलके की चाय बनानी होगी। इसके लिए केले के छिलकों को एक या दो दिन के लिए पानी में भिगो दें।
  • दूसरे दिन इस पानी को अच्छी तरह से छान लें और पानी और छिलके को अलग कर लें। इस पानी को आप नियमित रूप से टॉनिक की तरह पौधे की जड़ों में डालें।
  • केले के छिलके को अपराजिता के पौधे की मिट्टी में दबा दें, जिससे इससे खाद बन जाएगी और पौधा पहले से ज्यादा हरा-भरा दिखाई देने लगेगा।

कॉफी बीन्स का करें इस्तेमाल

कॉफी बीन्स नाइट्रोजन के अच्छे स्रोत माने जाते हैं। ये पत्तियों के विकास के लिए आवश्यक हैं और पौधों को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। इसके इस्तेमाल के लिए आप 1 चम्मच कॉफी बीन्स लें और उन्हें गमले की मिट्टी में डालें।

इससे मिट्टी की उर्वरकता बढ़ती है और पौधों में पहले की तुलना में ज्यादा फूल आने लगते हैं। खासतौर पर सावन यानी कि मानसून में ये उपाय पौधों को फूलों से भर सकता है। इसके आलावा, आप पौधों के लिए टॉनिक भी कॉफी बीन्स की मदद से तैयार कर सकती हैं। इसके लिए आप एक लीटर पानी में 2 चम्मच कॉफी बीन्स भिगोएं और इसे 24 घंटे के लिए भिगोकर रखें। अगले दिन पानी को छानकर स्प्रे बोतल में भर लें और नियमित रूप से इसे पत्तियों में स्प्रे करें। ये उपाय पौधे को स्वस्थ रखने में मदद करता है।

एप्सम सॉल्ट का करें इस्तेमाल

epsum salt in plants

एप्सम साल्ट मैग्नीशियम और सल्फर से भरपूर होता है, जो पत्तियों के क्लोरोफिल उत्पादन में मदद करता है।इसके इस्तेमाल के लिए आप 4 लीटर पानी में 1 बड़ा चम्मच एप्सम साल्ट घोलें। इस घोल को संभालकर रख लें और इसे हर 3 दिन में पत्तियों पर स्प्रे करें। इससे पौधे की ग्रोथ होने के साथ ही इसमें ज्यादा फूल आएंगे।

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प्याज और लहसुन के छिलके का इस्तेमाल

प्याज और लहसुन के छिलके पौधे को मिनरल्स प्रदान करते हैं और इनमें प्राकृतिक एंटी-फंगल गुण होते हैं। पौधों में इस्तेमाल के लिए प्याज और लहसुन के छिलकों को पानी में उबालें, इसे ठंडा होने दें और फिर इस पानी से महीने में 4-5 बार अपने पौधे की सिंचाई करें। इस उपाय से पौधे की मिट्टी में मौजूद कीड़े-मकोड़े दूर होते हैं और मिट्टी की उर्वरकता भी बढ़ती है।

चावल के पानी का इस्तेमाल करें

चावल को धोते समय इसका पानी निकालकर अलग रख लें। इस पानी को अपराजिता के पौधे में डालें। आप चावल के माड़ का इस्तेमाल भी कर सकती हैं। इसके लिए चावल बनाते समय भगोने में अतिरिक्त पानी डालें और जब इसमें उबाल आने लगे, तब अतिरिक्त पानी को निकालकर एक बर्तन में रख लें। इस पानी को ठंडा करके पौधे में डालें। इससे आपके अपराजिता के पौधे की ग्रोथ अच्छी हो जाएगी और इसमें ज्यादा फूल आने लगेंगे।

मानसून में कैसे करें अपराजिता के पौधे की देखभाल

aparajita plant in monsoon care tips

  • मानसून में पौधे के गमले में जलभराव से बचने के लिए गमले की अच्छी जल निकासी सुनिश्चित करें, जिससे जड़ सड़े नहीं। इस मौसम में पौधे को तभी पानी दें, जब ऊपरी मिट्टी सूखी लगे।
  • समय-समय पर मृत या पीली पत्तियों को हटाने के लिए और नई पत्तियों को निकलने के लिए नियमित रूप से पौधे की छंटाई करें।
  • पौधे को ऐसे स्थान पर रखें जहां उसे सूर्य का प्रकाश सीधा न मिले। सीधी धूप इस पौधे की पत्तियों को खराब कर सकती है।

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Images:Freepik.com

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