आजकल सभी बैंकों में सेविंग्स अकाउंट पर महज 2.5 से लेकर 3.5 फीसदी तक की ब्याज मिलता है, जो बहुत कम होता है। ऐसे में कई बार आप सोचते हैं कि कैसे सेविंग्स अकाउंट में पैसा रखकर ज्यादा ब्याज का फायदा उठाया जा सकता है? दरअसल आप ऐसा Sweep-In Fixed Deposit के जरिए कर सकते हैं। इसकी सुविधा हर बैंक देता है, लेकिन आपको कोई बताता नहीं है। आज हम इस आर्टिकल में बताने वाले हैं कि Sweep-In Fixed Deposit क्या है और कैसे काम करता है और इसके फायदे क्या-क्या हैं?
स्वीप-इन फिक्स्ड डिपॉजिट क्या होता है?(What isSweep-In FD)
जब आपके सेविंग्स अकाउंट में जरूरत से ज्यादा पैसा जमा हो जाए, तो आपको स्वीप-इन एफडी का तरीका अपनाना चाहिए। इससे आपको रकम पूरी तरह बिना लॉक किए हुए अच्छा रिर्टन मिलता रहेगा। इस सुविधा में आपका सेविंग्स अकाउंट और फिक्स्ड डिपॉजिट आपस में जुड़ जाते हैं। जब आपके अकाउंट में एक तय रकम से ज्यादा बैलेंस हो जाता है, तो वो एक्स्ट्रा पैसा अपने आप FD में चला जाता है। जहां आपको ज्यादा ब्याज मिल पाता है। इस स्वीप-इन एफडी की खासियत यह है कि जब आपके सेविंग्स अकाउंट में बैलेंस कम हो जाता है, तो FD से उसी रकम को वापस अकाउंट में ट्रांसफर दिया जाता है। इसके लिए आपको कोई फॉर्म भरने या आवेदन करनी की जरूरत नहीं होती है।
स्वीप-इन FD का इस्तेमाल करने के फायदे(Benifits OfSweep-In FD)
- अगर आपके सेविंग्स अकाउंट में ज्यादा रकम पड़ी है, तो उन्हें यूं ही नहीं जाने दें, बल्कि स्वीप-इन एफडी चला लें। इसमें एक्स्ट्रा पैसा अपने आप FD चला जाएगा और उस पर सेविंग्स अकाउंट से ज्यादा ब्याज मिलेगा।
- कई लोग सोचते हैं किफिक्स्ड डिपॉजिट में लॉक-इन पीरियड होने की वजह से इसे कराने से बचते हैं, लेकिन स्वीप-इन एफडी में ऐसा नहीं होता है। जब आपके सेविंग्स अकाउंट में बैलेंस कम हो जाता है, तो उतनी ही रकम FD से अपने आप अकाउंट में आ जाती है। इससे पैसा सुरक्षित बना रहता है और तुरंत मिल भी जाता है।
- इस सुविधा में आप खुद तय कर सकते हैं कि आपके खाते में कितने पैसे रहने के बाद जो भी ज्यादा पैसा हो, वह अपने आप FD में चला जाए। उदाहरण के लिए, आप 25,000 रुपये तय कर सकते हैं। इसका मतलब है कि जब भी आपके सेविंग्स अकाउंट में 25,000 से ज्यादा रुपये होंगे, तो वह अपने आप FD में जमा हो जाएगा। इससे आपको यह तय करने का पूरा हक मिलता है कि कब पैसे FD में जाएं और कब आपके नॉर्मल बचत खाते में रहें।
- आमतौर पर नॉर्मल फिक्स्ड डिपॉजिट में अगर आप मैच्योरिटी से पहले पैसा निकालते हैं, तो पेनाल्टी लगती है। लेकिन, स्वीप-इन एफडी में ऐसा नहीं होता है।
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स्वीप-इन FD कैसे चालू करें?(How to activate Sweep-in FD)
- आपको बता दें कि हर बैंक स्वीप-इन एफडी की सुविधा नहीं देता है। सबसे पहले आपको पता करना होगा कि कौन-सा बैंक यह सुविधा देता है।
- इस सुविधा को इस्तेमाल करने के लिए पहले आपको बैंक में सेविंग्स अकाउंट खुलवाना होता है। कुछ बैंक उसी अकाउंट से लिंक्ड FD खुद बना देते हैं, जबकि कुछ में आपको फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट खोलना पड़ता है।
- अब आपको तय करना होता है कि आपके सेविंग्स अकाउंट में कम से कम कितने पैसे हमेशा बने रहने चाहिए। अगर आप 25 हजार रुपये लेते हैं, तो इससे ज्यादा रकम होने पर वह अपने आप स्वीप-इन FD में चली जाएगी।
- भले ही यह पूरा प्रोसेस ऑटोमैटिक होता है, लेकिन महीने में एक बार चेक करना चाहिए कि एक्स्ट्रा पैसा सही से FD में जा रहा है और जरूरत पड़ने पर वापस आ रहा है।
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