What to do when lightning strike from sky in monsoon:मानसून का मौसम जब भी आता है तो अपने साथ राहत लेकर आता ही है इसमें कोई दो राय नहीं है। लेकिन, इस मौसम में बारिश, आंधी, बादल फंटने और बिजली गिरने की वजह से कई नुकसान भी होते हैं। बीते दिनों ऐसी कई खबरें सुनने और पढ़ने को मिली हैं कि उत्तर प्रदेश और बिहार में आसमान से बिजली गिरने की वजह से कई लोगों की जान चली गई। जब भी हम ऐसी खबरें पढ़ते हैं तो दुख के साथ यह सवाल मन में आता है कि आखिर आसमान में बिजली कैसे बनती है और यह कितने वाट की होती है जिसकी वजह से यह जानलेवा बन जाती है।
कैसे बनती है आसमान में कड़कने वाली बिजली?
आसमान में बारिश और मानसून के मौसम में सबसे ज्यादा बिजली कड़कती दिखाई देती है। यह आकाशीय बिजली नमी वाली हवाओं से बननी शुरू होती है। जी हां, जब मानसून की शुरु होता है और गर्म हवा नमी के साथ जमीन से उठकर आसमान में पहुंचती है। तब बादलों में पानी के कण इकठ्ठा होते हैं, और हवा चलने की वजह से इन कणों में आपस में टकराव होता है। टकराव की वजह से कुछ बादलों में पॉजिटिव चार्ज बनता है तो कुछ में नेगेटिव। फिर यह पॉजिटिव और नेगेटिव चार्ज वाले बादल आपस में टकराते हैं और बिजली बनती है।
आसमान की बिजली में कितने वोल्ट का करंट होता है?
आसमान में कड़कने वाली बिजली सिर्फ तेज आवाज या रोशनी नहीं देती है, बल्कि जब यह जमीन पर गिरती है तो जानलेवा भी बन जाती है। क्योंकि, इसमें हजारों या लाखों नहीं, बल्कि करोड़ों वोल्ट का करंट होता है।
इसे भी पढ़ें: क्यों कहा जाता है कि ' जो बादल गरजते हैं, वो बरसते नहीं'? Weather से जुड़ी इस कहावत का जानिए सच
नेशनल वेदर सर्विस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, आसमान में बनने वाली बिजली में 10 से 30 करोड़ वोल्ट और 30 हजार एम्पियर का करंट होता है। बता दें, घर की बिजली आमतौर पर 120 वोल्ट और 15 एंपियर करंट की होती है। अब आप साफ तौर पर समझ पाएंगी कि आसमान से गिरने वाली बिजली कितनी खतरनाक और जानलेवा हो सकती है।
जमीन पर कैसे गिरती है बिजली?
यह फैक्ट पूरी तरह से साइंस और फिजिक्स का है। जिन बादलों की बिजली कड़कती या गरजती है अगर उनका चार्ज नेगेटिव होता है और वह धरती की सतह पर मौजूद पॉजिटिव चार्ज की तरफ खिंच जाता है तो बिजली जमीन पर गिरती है।
कहां होता है सबसे ज्यादा खतरा?
खुले मैदान, पहाड़, पेड़, तलाब या नदी के पानी जैसी जगहों पर बिजली गिरने का सबसे ज्यादा खतरा होता है। ऐसे में जब आसमान में बिजली की गड़गड़ाहट शुरू हो तो इन जगहों से दूर रहने की सलाह दी जाती है।
इसे भी पढ़ें: बारिश के मौसम में घर से बाहर हैं या अंदर, जानें आसमान से बिजली गिरे तो क्या करना चाहिए?
मानसून में आप क्या करें?
- मानसून के मौसम में थोड़ी सावधानी बरतना भी आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। इसके लिए सबसे पहले खुले मैदान, खेत और ऊंची जगहों से दूर रहना चाहिए।
- पेड़ों के नीचे भी पनाह नहीं लें, क्योंकि उनपर भी बिजली गिरने की संभावना ज्यादा होती है।
- मेटल की चीजों से रहें दूर। दरअसल, मेटर में भी इलेक्ट्ऱॉनिक चार्ज होते हैं, जिनकी वजह से आसमान की बिजली अट्रेक्ट हो सकती है। ऐसे में साइकिल, छाता, मोबाइल और बिजली के खंभों से दूरी बनाकर रखें।
- पानी के खुले सोर्स से भी दूर रहना चाहिए। इसमें तालाब, नदी और स्विमिंग पूल भी शामिल है।
- अगर आप कहीं फंस गए हैं और बिजली कड़कनी शुरू हो गई है तो किसी दीवार के पास पैरों को जोड़कर जमीन पर बैठ जाएं। हालांकि, लेटने की गलती नहीं करें, क्योंकि इससे शरीर का जमीन से कॉनटेक्ट ज्यादा होता है। वहीं, अगर आप गाड़ी या बस में हैं तो उसी में बैठने का प्रयास करें। इसके अलावा मोबाइल फोन या बिजली के उपकरणों को बंद करने की सलाह भी दी जाती है।
हमारी स्टोरी से रिलेटेड अगर कोई सवाल है, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे।
अगर आपको स्टोरी अच्छी लगी है, इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से।
Image Credit: Freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों