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How Many People Attend Kumbh Mela

कुंभ में कितने लोग पहुंचे, कितनों ने किया स्नान...कैसे होती है इसकी गिनती? जानें यहां

प्रयागराज की पावन धरती संगम में इन दिनों देश-विदेश से करोड़ों लोगों का जमावड़ा देखने को मिल रहा है। 13 जनवरी से शुरू महाकुंभ में लगभग 07 करोड़ लोगों ने स्नान किया है। मकर संक्रांति पर पहला शाही स्नान था। चलिए जानते हैं कुंभ में कितने लोग शामिल हुए इसकी गिनती कैसे की जाती है।
Editorial
Updated:- 2025-01-20, 16:02 IST

12 पूर्ण कुंभ के बाद महाकुंभ का पर्व मनाया जाता है। इस वर्ष महाकुंभ का आयोजन प्रयागराज में किया जा रहा है। जीवनदायिनी गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के पावन स्थल संगम में साधु-संतों, श्रद्धालुओं, कल्पवासियों और स्नानार्थियों का जमावड़ा देखने को मिल रहा है। 13 जनवरी, 2025 से शुरू इस पर्व में अब तक लगभग 07 करोड़ से ज्यादा लोग डुबकी लगा चुके हैं। इतना ही नहीं बल्कि सरकार का अनुमान है कि महाकुंभ में 45 करोड़ लोग आ सकते हैं। अब ऐसे में बड़ा सवाल यह उठता है कि कुंभ में कितने लोग शामिल हुए और कितने लोग स्नान कर रहे हैं इसकी गिनती कैसे होती है। अगर आपके मन में भी यह प्रश्न बार-बार आ रहा है, तो इस लेख में आज हम आपको इसके बारे में बताने जा रहे हैं।

अमृत स्नान में शामिल हो रहे हैं करोड़ों लोग

Kumbh mela people counting details

जनवरी में पड़ने वाली शीतलहर और कड़ाके की ठंड के बावजूद लाखों लोग रोजाना स्नान के लिए संगम आ रहे हैं। आस-पास, गांव कस्बा और देश-विदेश से लोग आ रहे हैं। अब ऐसे में पूरी कुंभ नगरी में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ देखने को मिल रहा है। बता दें, महाकुंभ के पौष पूर्णिमा के स्नान पर 1.70 करोड़ लोगों ने स्नान किया। इसके बाद मकर संक्रांति पर 3.50 करोड़ लोगों ने संगम में डुबकी लगाई। इसी क्रम में रोजाना लोगों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है।

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कुंभ में कैसे की जाती है श्रद्धालुओं की गिनती?

मकर संक्रांति से लेकर 16 जनवरी तक लोगों के स्नान की संख्या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने ट्विटर हैंडल पर इसकी जानकारी साझा की थी। प्रशासन का दावा है कि पहले शाही स्नान में 3.5 करोड़ लोगों ने स्नान किया था। बता दें साल 2013 से पहले श्रद्धालुओं की गिनती के लिए मेला के डीएम और एसएपी की रिपोर्ट को मान्य माना जाता था। यह रिपोर्ट कितनी बसें, ट्रेनें आईं और उसे कितने लोग उतरे उसके आधार पर तैयार की जाती थी। इसके अलावा निजी वाहनों पर भी नजर रखी जाती थी।

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महाकुंभ में कितने लोग हुए शामिल कैसे किया रहा तय?

how government count on people visiting mahakumbh

साल 2025 में होने वाले महाकुंभ में लोगों की संख्या करने के लिए एआई और सीसीटीवी के माध्यम से तय की जा रही है। इसके लिए एआई लैस कैमरे हर एक मिनट का डेटा अपडेट करता रहता है। ये सिस्टम सुबह तीन बजे से शाम 07 बजे तक एक्टिव रहते हैं। इसके साथ ही मुख्य पर्वों के दिन स्नान भोर में ही शुरू हो जाते हैं, जिसके कारण इन्हें पहले ही एक्टिव कर दिया जाता है। प्रयागराज के मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत के अनुसार, इस बार कुंभ मेले में आए श्रद्धालुओं की गिनती के लिए एआई तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। श्रद्धालुओं की सटीक गिनती के लिए इस बार एआई से लैस कैमरे लगाए गए हैं।

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