Man Claims I Burned Bodies of Raped Girl: बेटी मंदिर जा रही है, वहां भला कैसा डर? आजतक शायद आप भी यही सोचते होंगे, लेकिन एक ऐसे चौंकाने वाले मामले का खुलासा हुआ है, जो एक झटके में आपकी सोच को बदल सकता है। कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले के धर्मस्थल में मंजूनाथ मंदिर में कार्यरत एक पूर्व सफाई कर्मचारी ने ऐसे दावे किए हैं, जो धार्मिक स्थलों पर बेटियों की सुरक्षा को लेकर एक बड़ा सवालिया निशान खड़ा कर रहा है। हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक,मंदिर के पूर्व सफाई कर्मचारी ने अपनी पहचान को गुप्त रखते हुए, पुलिस के सामने दावा किया है कि मंदिर में काम करते हुए, उससे जबरन कई महिलाओं और स्कूली छात्राओं के शवों को दफनाया और जलवाया गया। कर्मचारी का दावा है कि सभी शवों पर यौन उत्पीड़न के निशान साफ थे। यह दावा बेटियों की सुरक्षा को लेकर चिंता को और भी बढ़ा देता है। इस कर्मचारी की बताई हर कहानी आपके रोंगटे खड़े कर सकती है।
20 साल से ज्यादा तक छिपाए पीड़ितों के शव
कर्मचारी का दावा है कि 1998 से 2014 के बीच धर्मस्थल और इसके आसपास के इलाकों में कई रेप और मर्डर हुए। उस वक्त खुलासे करने वाला कर्मचारी धर्मस्थल मंदिर प्रशासन में कार्यरत था। टीएनआईई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, शिकायतकर्ता का प्रतिनिधित्व कर रहे एडवोकेट ओजस्वी गौड़ा और सचिन देशपांडे ने पुलिस को दिए बयान में कहा, "शिकायतकर्ता ने उन शवों की तस्वीरें पुलिस के साथ साझा की हैं, जिनकों लेकर उन्होंने दावा किया है। खुदाई करके उन नर कंकालों को बाहर भी निकाला गया है।"
रोज सताता है मौत का डर
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस ने उस व्यक्ति के हवाले से लिखा, "मुझे रोज डर सताता है कि वो लोग मुझे और मेरे परिवार को मार देंगे।" शिकायतकर्ता ने दावा किया कि उसे जितने भी शव दफनाने या जलाने के लिए दिए जाते थे, सभी लगभग नग्न अवस्था में होते थे। दावा किया गया कि शवों पर यौन उत्पीड़न और जान से मारने के निशान साफ दिखते थे। मंदिर जैसी पवित्र जगह पर महिलाओं और कम उम्र की स्कूली छात्राओं के साथ इस तरह की घटना प्रशासन पर भी निशान खड़ा करती है।
आखिर किसने खेला ये गंदा खेल?
दावे के मुताबिक, 20 सालों से ज्यादा वक्त तक कर्मचारी ने मंदिर में इस तरह का जघन्य अपराध देखा, लेकिन क्या पुलिस को कभी कानों-कान इसकी खबर नहीं हुई। आखिर अचानक इतनी महिलाओं और लड़कियों के गायब होने पर पुलिस प्रशासन कहां था? मंदिर के अंदर इतनी बड़ी घटना इतने सालों तक कैसे छिपी रही? आखिर कौन-कौन इसमें शामिल है? ये मामला पूरे देश के लिए चौंकाने वाला है। क्या आपको नहीं लगता, इस मामले को पूरी तरह से खुलकर सामने लाना चाहिए। इस अपराध को अंजाम देने वालों को सजा मिलनी चाहिए।
आखिर क्यों धार्मिक स्थलों पर भी सुरक्षित नहीं बेटियां?
इस घटना ने धार्मिक स्थलों पर बेटियों और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर लोगों के मन में एक डर पैदा कर दिया है। आखिर क्यों हर बार महिलाएं ही शिकार बनती हैं। आखिर क्यों किसी ने अब तक इस मामले के खिलाफ आवाज नहीं उठाई? क्या अब मां-बाप बेटियों को धार्मिक स्थलों पर भी अकेला नहीं भेज सकते? आखिर क्या गलती थी उन महिलाओं और स्कूली छात्राओं की, जो पहले उनके साथ बालात्कार किया गया और फिर मौत के घाट उतार दिया गया? ये घटना शर्मसार करने वाली है। आपकी इस पर क्या राय है? आप इस घटना को किस तरह से देखते हैं, हमें कमेंट में अपना विचार जरूर बताएं।
डिस्क्लेमर- इस घटना को लेकर हमारी ओर से किसी तरह की पुष्टि नहीं की गई है। मामले में मंदिर प्रशासन की ओर से फिलहाल कोई बयान जारी नहीं किया गया है। इस मामले में दूसरे पक्ष का बयान आना बाकी है।
इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही, अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो, तो इसे शेयर जरूर करें। इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हर जिन्दगी के साथ।
Image Credit: freepik/her zindagi
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