हरा-भरा और घना हो सकता है आपका तुलसी का पौधा, बस घर में रखी इन 3 चीजों से बनाएं नेचुरल खाद.. हफ्ते भर में दिखेगा असर

अगर आपकी तुलसी भी सूख गई है और आप इसके पौधे को दोबारा हरा-भरा करना चाहती हैं, तो आपको इसके लिए बाहर खाद लेने की जरूरत नहीं है। घर में रखी कुछ चीजों को मिलाकर आप एक नेचुरल खाद खुद ही बना सकती हैं। इसके लिए चाय पत्ती, अंडे के छिलके और केले के छिलके से प्राकृतिक खाद बनाया जा सकता है। ये तीनों पोषक तत्व तुलसी को घना और स्वस्थ बना सकते हैं।
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भारतीय संस्कृति में तुलसी सिर्फ एक साधारण पौधा नहीं है, बल्कि यह पवित्रता, औषधि और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। यह आपको लगभग हर भारतीय घरों में आसानी से देखने को मिल जाएगा। हालांकि, तुलसी के पौधे को लेकर अक्सर लोगों की यह शिकायत रहती है कि गर्मी के मौसम में पौधा सूखने लगता है, पत्तियां पीली पड़ जाती हैं या पौधा घना नहीं हो पाता है। ऐसे में, इसकी अच्छी देखभाल जरूरी होती है। अगर आपकी तुलसी के साथ भी कुछ ऐसा ही हाल हो रहा है, तो आपको परेशान होने की बिल्कुल भी जरुरत नहीं है। आप अपने तुलसी के पौधे को हरा-भरा, घना और स्वस्थ देखना चाहती हैं, तो आपको महंगे खाद भी खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेग। आपकी रसोई में ही कुछ ऐसी चीजें मौजूद हैं, जिनसे आप अपने तुलसी के पौधे के लिए एक प्राकृतिक खाद बना सकती हैं। यह आपके पौधे को सही पोषण देने के साथ-साथ उसे तेजी से बढ़ने और घना होने में भी मदद कर सकता है। सबसे अच्छी बात यह है कि इसका असर आपको हफ्ते भर में ही दिखने को मिल सकता है। तो आइए इस आर्टिकल में जानते हैं कि वे कौन सी 3 चीजें हैं, जिससे खाद बनाया जा सकता है, ताकि आपका तुलसी का पौधा बरगद जैसा घना हो सके।

तुलसी के पौधे को घना बनाने के लिए इन 3 चीजों का करें इस्तेमाल

Tulsi plant

इस्तेमाल की हुई चाय पत्ती

  • चाय पत्ती, खासकर जो चाय बनाने के बाद बच जाती है, तुलसी के पौधे के लिए एक बेहतरीन खाद है। इसमें नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटैशियम जैसे पोषक तत्व होते हैं जो पौधे के विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं।
  • चाय बनाने के बाद बची हुई चाय पत्ती को अच्छी तरह धोकर सुखा लें ताकि उसमें से चीनी या दूध का अंश निकल जाए।
  • सुखी हुई चाय पत्ती को सीधे तुलसी के पौधे की मिट्टी में मिला दें। आप इसे महीने में एक बार इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • आप इसे गीली मिट्टी में भी मिला सकते हैं, लेकिन सुनिश्चित करें कि यह सड़े नहीं हों।

अंडे के छिलके

Natural fertilizer for tulsi plant

  • अंडे के छिलके कैल्शियम का एक बेहतरीन स्रोत हैं, जो पौधे की कोशिकाओं को मज़बूत बनाने और उसकी जड़ों को बेहतर ढंग से विकसित करने में मदद करता है। यह मिट्टी के pH लेवल को संतुलित करने में भी सहायक है।
  • अंडे के छिलकों को अच्छी तरह धोकर धूप में सुखा लें।
  • सूखे छिलकों को मिक्सी में पीसकर बारीक पाउडर बना लें।
  • इस पाउडर को तुलसी के पौधे की मिट्टी में हर 15-20 दिन में एक चम्मच मिला दें।
  • आप इसे सीधे छोटे टुकड़ों में तोड़कर भी मिट्टी में दबा सकते हैं, लेकिन पाउडर तेज़ी से असर करता है।

केले के छिलके

banana peel fertilizer

  • केले के छिलके पोटैशियम का एक समृद्ध स्रोत होते हैं, जो पौधे में फूलों और फलों के विकास के लिए महत्वपूर्ण है। तुलसी के मामले में, यह पत्तियों को स्वस्थ और हरा-भरा रखने में मदद करता है और पौधे को घना बनाता है।
  • केले के छिलकों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें।
  • इन टुकड़ों को सीधे तुलसी के पौधे की मिट्टी में दबा दें। ये धीरे-धीरे गलकर मिट्टी में पोषक तत्व छोड़ेंगे।
  • एक और तरीका है कि आप केले के छिलकों को पानी में 2-3 दिन तक भिगोकर रखें। इस पानी को छानकर पौधे में डालें।

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Image credit- Freepik


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