दिवाली आने में लगभगर 5 दिन ही बचे हैं। अब तो घर की साफ-सफाई और सजावट भी शुरू हो चुकी है। हमारी भारतीय संस्कृति में आम और उसके पत्तों का खासा महत्व है और दिवाली के दिन हर हिंदू परिवार में घर के मख्य द्वार पर बंधनवार लगाने का रिवाज है। वैसे तो बंधनवार कई तरह के होते हैं। अब तो बाजार में भी रेडीमेड और डिजाइनर बंधनवार आने लगे हैं। मगर आम के पत्तों से बने बंधनवार का महत्व ही कुछ और होता है। जी हां, जहां आम अपनी मिठास से लोगों का मुंह मीठा करता है वहीं आम के पत्तों से बना बंधनवार घर के लिए शुभ माना जाता है। आम के पत्ते वैसे भी पूजा-पाठ, कलश स्थापना आदि में इस्तेमाल होती हैं।
दिवाली के अलावा कुछ खास मौकों, गृह प्रवेश और शादी-ब्याह में भी आम की पत्तियों का इस्तेमाल होता है। कुछ खास मौको में घर के मुख्य द्वार पर आम की पत्तियों के साथ ही गेंदे के फूल और धान की बालियों से बने तोरण यानी बंधनवार को भी लगया जाता है। आइए हम आपको बताते हैं आम के पत्तों के बंधनवार से जुड़ी क्या मान्यता है।
- भारत में आम के पेड़ को हमेशा से पूजनीय माना गया है। घर में मांगलिक कार्य हो या फिर कोई तीज त्योहार सभी अच्छे अवसरों में आम के पत्तों का इस्तेमाल किया जाता है। पूजा पाठ के अलावा आम के पत्तों का बंधनवार घर के द्वार पर सजाना पुरानी परंपरा है। तोरण, बांस के खंबे आदि में भी आम की पत्तियां लगाने की परंपरा है।
- हमारी भारतीय संस्कृति में आम के पेड़ की लकड़ियों का उपयोग समिधा के रूप में वैदिक काल से ही किया जा रहा है।माना जाता है कि आम की लकड़ी, घी, हवन सामग्री आदि के साथ हवन में उपयोग से वतावरण में सकारात्मकता बढ़ती है।
- घर के मुख्य द्वार पर आम की पत्तियां लटकाने से घर में प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति के साथ सकारात्मक ऊर्जा घर में आती है. जिससे घर में सुख व समृद्धि बढ़ती है।
- ऐसा भी माना जाता है कि आम के पत्तों का बंधनवार बना कर घर के द्वारा पर लगाने से हर काम बिना रुकावट पूरा हो जाता है। इसके साथ घर को बुरी नजर नहीं लगती है ओर हर कार्य अच्छे से पूरा हो जाता है। आम के पत्तों का तोरण द्वार पर लगाने से नकारात्मक ऊर्जा भी शुभ कार्य में बाधा नहीं डाल पाती हैं।
- धार्मिक मान्यता के मुताबिक आम हनुमान जी का प्रिय फल है. इसलिए जहां भी आम और आम के पत्ते मौजूद होते हैं उस स्थान पर हनुमा जी की कृपा बना कर रखते हैं।

गेंदे के फूल से बने बंधनवार से जुड़ी मान्यता
कई अवसरों पर आम के पत्तों के बंधवार के साथ ही गेंदे के फूल से बने बंधनवार को भी लगाया जाता है। आपको बता दें कि इसका एक अलग ही महत्व है। दरवाज़े पर लगाए जाने वाले आम के पत्तों के तोरण में अक्सर पीले रंग के गेंदे के फूलों को भी लगाया जाता है। इससे दरवाजे की सुंदरता तो बढ़ती ही साथ ही यह शुभ भी होता है।
- गेंदे के फूल के बारे में कहा जाता है कि यह वास्तव में एक फूल नहीं बल्कि छोटे-छोटे कई फूलों का एक गुच्छा होता है। गेंदे के फूल को आम के पत्तों के बंधनवार के साथ दरवाजे पर लगाने से सकारात्मकता घर में आती है।
- गेंदे के फूल का संबंध बृहस्पति ग्रह से होता है इसलिए कहा जाता है कि जिस घर के दरवाजे पर गेंदे का फूल लगाया जाता है, उस घर में सुख-समृद्धि आती है।
धान की बालियों से जुड़ी मान्यता
अक्सर आम के पत्तों और गेंदे के फूल से बने बंधनवार के साथ धान की बालियों को भी घर के दरवाजे पर लगाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि बंधनवार में धान की बालियां लगाने से घर में कभी भी धन और धान की कमी नहीं होती है। जिस घर में धान की बालियों को दरवाजे पर लटकाया जाता है वह घर हमेशा आनाज से भरा रहता है। गौरतलब है कि हमारे हिंदू धर्म में आज भी लोग मांगलिक कार्यों में आम की पत्तियों, गेंदे के फूल और धान की बालियों का उपयोग करते हैं. ये सभी चीजें इंसान के जीवन को सकारात्मक ऊर्जा, खुशहाली और धन-धान्य से भर देती हैं.
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