हर किसी का सपना होता है कि एक दिन घर या प्रॉपर्टी खरीदना है। अगर आप भारत में जमीन खरीदने की सोच रहे हैं, तो आपको यह जानना होगा कि हर इलाके में जमीन मापने के लिए अलग-अलग इकाइयां होती हैं। उत्तर भारत के भीड़-भाड़ वाले शहरों से लेकर दक्षिण भारत के शांत गांवों तक, हर जगह जमीन मापने के लिए खास तरीका होता है। आज हम आपको इस आर्टिकल में जमीन मापने की तीन इकाइयों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो एकड़ा, बीघा और बिस्वा हैं।
यह शब्द इंग्लिश के एकर से आया है, जिसका मतलब खुला मैदान होता है। एकड़ दुनिया के कई देशों में जमीन नापने के लिए इस्तेमाल किया जाता है और इसमें कनाडा, अमेरिका, इंग्लैंड, स्पेन, फ्रांस, जर्मनी के साथ-साथ भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका और बांग्लादेश जैसे देश शामिल हैं। खास बात यह है कि इंग्लैंड में एकड़ का इस्तेमाल सबसे ज्यादा किया जाता है। एकड़ उस जमीन को कहा जाता है जिसे बैलों के जोड़े से एक दिन में जोता जाता है।
ब्रिटिश शासनकाल में भी जमीन को मापने के लिए एकड़ चलन में था और खेतों का आकार एकड़ से बताया जाता था। आपको बता दें कि एक एकड़ की माप हर जगह एक सी नहीं होती है और यह अलग-अलग होती है।
भारत में अधिकतर घरों की जमीन को वर्ग फुट में नापा जाता है और खेती की जमीन को एकड़ या हेक्टेयर में नापते हैं।
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भारत के उत्तर भारत के राज्यों जैसे- उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में जमीन मापने के लिए बिस्वा का इकाई का इस्तेमाल किया जाता है। बिस्वा का इस्तेमाल ज्यादातर बीघा के साथ-साथ छोटी जमीन को मापने के लिए किया जाता है। आमतौर पर, 4 से 6 बीघा जमीन मिलकर एक एकड़ जमीन के बराबर होती है। एक बिस्वा असल में एक बीघा का 20वां हिस्सा होता है। हालांकि, हर राज्य में इसकी माप अलग होती है। एक बिस्वा की माप राज्यों के हिसाब से बदलती रहती है और यह 50 से 150 वर्ग गज के बीच होती है। वहीं, 20 बिस्वा जमीन का कुल क्षेत्रफल लगभग 27,225 वर्ग फुट होता है। इसके आपको बिस्वा और बीघा के बीच का अंतर पता होना जरूरी है।
उत्तर भारत ही नहीं बल्कि असम, बिहार, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में जमीन मापने के लिए बीघा इकाई का इस्तेमाल किया जाता है। किसी भी राज्य में जमीन खरीदते समय बीघा जानना जरूरी होता है। आपको बता दें कि एक बीघा जमीन का क्षेत्रफल हर राज्य में अलग हो सकता है।
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यह समझना बहुत जरूरी है कि ये अलग-अलग माप की इकाइयां (जैसे एकड़, बीघा और बिस्वा) एक-दूसरे में कैसे बदलती हैं, ताकि आप जमीन का सही हिसाब लगा सकें।
नोट - यह केवल अंदाजा है और आपके इलाके की जमीन की माप के हिसाब से थोड़े अलग हो सकते हैं। सही हिसाब लगाने के लिए, आपको उस जगह के जमीन के रिकॉर्ड देखने चाहिए या सरकार के बताए गए ऑनलाइन टूल का इस्तेमाल करना चाहिए।
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