धनतेरस, छोटी दिवाली, दिवाली, भाई दूज और गोवर्धन पूजा... त्यौहारों के ये दिन हर साल अपने साथ बहुत सारी खुशियां लेकर आते हैं। इन दिनों कई तरह के रीति-रिवाज निभाए जाते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि इस दौरान चीजों को रीयूज करने का चलन उतना ज्यादा नहीं है जितना होना चाहिए? दरअसल, पूजा सामग्री को अधिकतर लोग कचरे में फेंकने या नदी में सिराने की कोशिश करते हैं, लेकिन यह सही तरीका नहीं है। ऐसे ही गोवर्धन पूजा देश के कई हिस्सों में होती है जिसमें गोबर का इस्तेमाल होता है, लेकिन पूजा के बाद उस गोबर का क्या किया जाए इसके बारे में कुछ भी समझ नहीं आता।
ऐसे में आप गोवर्धन पूजा के दिन बचे हुए गोबर का इस्तेमाल गार्डनिंग के लिए कर सकती हैं। इस तरह से आपको कोई दिक्कत भी नहीं होगी और सामान वेस्ट होने से भी बच जाएगा।
क्या ताजे गोबर का बनाई जा सकती है खाद?
इसका जवाब है नहीं, गोबर को कम से कम थोड़ा सा सूखना होगा क्योंकि ऐसे में गोबर के अंदर कीड़े होने और फंगस लगने का खतरा होता है। गोबर की खाद तभी उपयुक्त बनती है जब वह थोड़ा सूख गया हो। अगर वह सूखा नहीं होता, तो फंगस बहुत तेजी से पौधे की जड़ों तक पहुंच सकती है।
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ताजा गोबर से बदबू भी बहुत ज्यादा आती है और इसमें नमक और नाइट्रोजन दोनों की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। ऐसे में यह पौधों के लिए टॉक्सिक हो जाएगा। इसलिए कभी भी ताजा गोबर को खाद समझ कर पौधों में इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
क्या गोवर्धन पूजा में इस्तेमाल गोबर से बन सकती है खाद?
हां, इसे बिल्कुल इस्तेमाल किया जा सकता है। अगर आपने इसमें प्रसाद चढ़ाया है और चीनी, बताशे आदि हैं, तो भी इस्तेमाल हो सकता है। बस ध्यान रखें कि जिस जगह ज्यादा कुमकुम लगा है उस हिस्से को ना यूज करें। कुमकुम पौधों की जड़ों के लिए सुविधाजनक नहीं होता है और इससे दिक्कत हो सकती है।
अगर आप गोवर्धन पूजा में इस्तेमाल गोबर की खाद बना रही हैं, तो उसे सुखाकर इस्तेमाल करना सबसे ज्यादा सुविधाजनक होगा।
कैसे बनाएं गोबर की खाद?
पहला काम आपको करना है गोबर को अच्छे से सुखा लेना। आप चाहें, तो कंडे बनाकर सुखा सकती हैं।
इसके बाद कंडों को छोटे-छोटे पीस में तोड़कर उसमें पानी मिला दें। इसे आपको लिक्विड कंसिस्टेंसी में लाना है। इसे अभी भी इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन अगर आप बहुत ही ज्यादा असरदार फर्टिलाइजर बनाना चाहती हैं, तो थोड़ी मेहनत करनी होगी।
- इसके बाद आप इसे 2 दिन के लिए ऐसे ही छोड़ दें। इसे किसी शेड वाले एरिया में रखें।
- जब इसका रंग गाढ़ा हो जाए तो किसी लकड़ी से मिक्स कर लें।
- आप इस स्टेज पर इसमें सरसों खली भी मिला सकती हैं।
- अब इसे ढक कर रख दें और हर तीन दिन में चलाती रहें।
- इसे कम से कम 1 महीने तक फरमेंट होने दें और उसके बाद इसे पानी में डाइल्यूट करके इस्तेमाल करें।

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क्या गोबर को वर्मी कम्पोस्ट में इस्तेमाल किया जा सकता है?
गाय के गोबर को वर्मी कम्पोस्ट में इस्तेमाल करने से पहले ध्यान रखें कि यह पूरी तरह से सूख गया हो। इसके सूखने के बाद ही आप इसे बाकी ऑर्गेनिक वेस्ट और किचन वेस्ट के साथ मिलाएं और फिर आप इन्हें एक साथ कम से कम 20 दिनों तक रखें। ऐसा करने से आपके कम्पोस्ट में फर्मेंटेशन होना होगा, तो पौधों की जड़ों तक पहुंचने से पहले हो जाएगा। ध्यान रखें कि कम्पोस्ट में जो भी चीजें आप मिलाएं उसका 30% हिस्सा ही गोबर का हो।
अगर गोबर पूरी तरह से सूख गया है, तो कैसे इस्तेमाल करें?
- अगर गोबर पूरी तरह से सूख गया है, तो उसे 2 दिन के लिए पानी में भिगोकर रख दें।
- इस पानी को ही आप फर्टिलाइजर के तौर पर पौधे में इस्तेमाल कर सकती हैं।
- आपको ध्यान रखना है कि गोबर के टुकड़े पूरी तरह से पानी में डाइल्यूट हो गए हों।
- गोबर की खास आप महीने में एक बार दे सकती हैं इससे ज्यादा पौधों को इसकी जरूरत नहीं होती है।
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Image credit: Organic Bazaar/ Agri farming/ Shutterstock
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