गार्डनिंग का मतलब सिर्फ पौधे लगाना ही नहीं होता है, बल्कि आपको उनकी सही तरह से केयर करना और इससे जुड़ी छोटी-बड़ी समस्याओं को समझदारी से हल करना भी होता है। गार्डनिंग के दौरान नीम आपके काफी काम आ सकता है। नीम को कई सालों से कई अलग-अलग तरीकों से इस्तेमाल किया जाता रहा है, लेकिन गार्डन के लिए भी यह किसी वरदान से कम नहीं है।
नीम पौधों की सेहत का बेहतर तरीके से ख्याल रखता है। यही वजह है कि अगर आपके घर के पास नीम का पेड़ है या सूखे पत्ते ज़मीन पर गिरे रहते हैं, तो उन्हें बतौर मल्च इस्तेमाल करना एक अच्छा आइडिया हो सकता है। नीम में नेचुरल एंटी-फंगल गुण होते हैं, जो पौधों को अधिक हेल्दी रखने में मदद करते हैं।
खासतौर से, जब नीम के पत्तों से मल्च बनता है, तो फायदे और भी बढ़ जाते हैं। यह मिट्टी को धीरे-धीरे पोषण देने के साथ-साथ्ज्ञ पौधों को बीमारियों से भी बचाते हैं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि नीम की सूखी पत्तियों को बतौर मल्च इस्तेमाल करने के क्या-क्या फायदे हो सकते हैं-
मिट्टी में होने वाली बीमारियों से होता है बचाव
गार्डनिंग करते हुए मिट्टी की सेहत का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। ऐसे में नीम की पत्तियां काफी काम आ सकती है। चूंकि, नीम में एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, इसलिए इसे बतौर मल्च इस्तेमाल करना अच्छा विचार हो सकता है।
नीम की सूखी पत्तियों की मल्च पौधों की जड़ों को रूट रॉट जैसी फंगल बीमारियों से बचाती है। साथ ही साथ, यह मिट्टी की ऊपरी परत पर एक प्रोटेक्टिव लेयर की तरह भी काम करती है। इससे हानिकारक कीटाणु फैल नहीं पाते और पौधों को नुकसान नहीं पहुंचता।
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पौधों की ग्रोथ होती है बेहतर
नीम की पत्तियों को बतौर मल्च इस्तेमाल करने का एक फायदा यह भी है कि यह समय के साथ मिट्टी की क्वालिटी को बेहतर बनाती चली जाती हैं। दरअसल, जब सूखी नीम की पत्तियां धीरे-धीरे सड़ती हैं, तो इससे मिट्टी में नाइट्रोजन और फॉस्फोरस जैसे पोषक तत्व वापस मिल जाते हैं।
इतना ही नहीं, इससे मिट्टी के टेक्सचर में भी सुधार होता है। इस तरह पौधों को लगातार धीरे-धीरे पोषण मिलता है, जो उनकी हेल्दी ग्रोथ में मदद करता है।
नमी और तापमान बनाए रखे
नीम की सूखी पत्तियों की मल्च मिट्टी की नमी और तापमान बनाए रखने में भी मददगार है। यह अन्य मल्च की ही तरह मिट्टी से पानी जल्दी नहीं सूखने देतीं, जिससे गर्मियों में मिट्टी में नमी बनी रहती है।
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साथ ही साथ, इससे हर मौसम में मिट्टी का तापमान संतुलित रहता है। पौधों को तेज धूप व गर्मी या बहुत अधिक ठंड की वजह से नुकसान नहीं झेलना पड़ता। नीम की पत्तियों की मल्च पौधों को स्ट्रेस से बचाती है।
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Image Credit- freepik
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