Hindi Diwas 2025: 14 सितंबर को हर साल हिंदी दिवस मनाया जाता है। इस खास मौके पर शिक्षण संस्थानों में तमाम तरह के कार्यक्रम का आयोजन कराया जाता है। हिंदी भाषा सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा में से एक हैं। हम सभी आमतौर पर एक-दूसरे से इसी भाषा में बात करते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि हम रोजमर्रा कई ऐसे शब्द बोलते हैं, जिसका वास्तव में हिंदी शैली से दूर-दूर तक कोई ताल्लुक नहीं है। हालांकि ये शब्द हमारी बोलचाल में इस तरह से शामिल हो चुकें हैं कि यह हमें देसी लगते हैं लेकिन असल में विदेशी भाषाओं से आए हैं। अगर कोई यह कहे कि यह असल में हिंदी शब्द नहीं हैं, तो यकीन करने में ठीक-ठाक समय लग जाता है। हिंदी दिवस के मौके पर आज हम आपको 10 ऐसे शब्दों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो हमारे रोजमर्रा के जीवन का हिस्सा हैं, लेकिन जिनकी जड़ें विदेशी भाषाओं में हैं। नीचे करें चेक-
रोजाना बोले जाने वाले शब्द हिंदी नहीं बल्कि अरबी, फारसी, तुर्की और यहां तक कि अंग्रेजी से जुड़े हैं। किताब, अदालत, पजामा, साइकिल और इश्क जैसे शब्द, जो हम हर दिन इस्तेमाल करते हैं। नीचे जानें कौन से हैं वे शब्द जो हिंदी से नहीं लिए गए हैं-
हम बुक को हिंदी में किताब बोलते हैं। अगर कोई हम से कहे कि इसे हिंदी में किताब नहीं कहते हैं, तो हम इस पर अच्छी खासी बहस तक कर लेंगे, लेकिन आपको यह जानकर ताज्जुब होगा कि यह हिंदी नहीं बल्कि अरबी भाषा से आया है। इसका मूल अरबी शब्द किताब ही है, जिसका अर्थ लिखी हुई वस्तु है।
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मैरिज को अगर हिंद में पूछा जाए, तो हम शादी कहेंगे, लेकिन आपको बता दें कि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। हालांकि यह शब्द इतना आम है कि हमारे मुंह से शादी शब्द ही निकलता है। वास्तव में यह हिंदी नहीं बल्कि फारसी भाषा से आया है। फारसी में शादी' का अर्थ खुशी या आनंद होता है।
रोजमर्रा के जीवन में बोला जाने वाला शब्द जमीन हिंदी शब्द लगता है, लेकिन आपको बता दें कि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। असल में यह शब्द फारसी भाषा से आया है, जिसका अर्थ फारसी अर्थ धरती होता है।
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तेज आंधी या तूफान आने पर हम बोलचाल की भाषा में बोलते हैं कि तेज हवा चल रही है, लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि यह हिंदी शैली से रिश्ता नहीं रखता है। यह वास्तव में फारसी और अरबी दोनों से संबंध रखता है।
सुबह उठकर देश-दुनिया की खबर जानने के लिए हम सभी अखबार का हर कोना छान मारते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि अखबार हिंदी शब्द नहीं है। यह शब्द अरबी भाषा के खबर से आया है, जिसका बहुवचन अखबार होता है।
घर का कोई सामान खरीदना हो,तो हम आमतौर पर यह बोलते हैं कि इस दुकान से सामान ले आओ। यह शब्द हम सभी को हिंदी भाषा से जुड़ा लगता है, लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि यह वास्तव में हिंदी नहीं बल्कि फारसी भाषा से आया है।
किसी बच्चे या बड़े ने कोई गलती कर दी तो हम डांटने के मामले में यह बोलते हैं कि बेवकूफ हो क्या है, लेकिन अगर मैं आपसे कहूं कि यह वास्तव में हिंदी शब्द नहीं है। यह फारसी भाषा से लिया गया है।
जब कभी भी हम किसी तिथि या डेट के बारे में करते हैं, तो उससे पूछते या कहते हैं कि आज कौन सी तारीख है, यह कौन सी तारीख को काम होना है। आपको बता दें कि तारीख शब्द अरबी भाषा से लिया गया है।
किसी केस को लड़ने या आगे के प्रोसेस को बढ़ाने के लिए हम वकील से बात करते हैं, लेकिन आपको बता दें कि वकील वास्तव में अरबी शब्द है।
मजदूर शब्द का इस्तेमाल हम आमतौर पर करते रहते हैं, लेकिन अगर मैं आपसे कहूं कि यह वास्तव में हिंदी शब्द नहीं है, तो यकीनन आप भरोसा नहीं करेंगे, लेकिन आपको बता दें कि यह शब्द फारसी भाषा से आया है।
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