‘Inequality in pay’ पर कंगना से लेकर इंदिरा नुई तक ने उठाई आवाज

अब कंगना लड़कियों को encourage करते हुए कह रही हैं “Fight more, Be more, Be more human.” 

Kangana Ranaut fit to fight reebok campaign main

आधी रात को वो घर जाने के दौरान एक अंधेरी गली से गुजर रही थी। उस गली में एक आदमी खड़ा था। वो गंदी नजर से लड़की को ऊपर से नीचे देख रहा है। इस स्थिति में लड़की सोचती है- "लडूं या जाऊं? Fight or flight?"

तभी उसका मन कहता है..."चुपचाप से नीचे देखो और गली पार करो। उस लड़के को देखने की कोई जरूरत नहीं।"

ये उसकी और उसके मन की गलती नहीं। ये चीज तो उसे बचपन से सिखाई जा रही है। आपको भी सिखाया गया होगा, जैसे-

"किसी से बहस नहीं करनी चाहिए।"

"कोई रास्ते में कुछ बोले तो आंखें नीचे कर के आगे बढ़ जाना चाहिए।"

"कोई सीटी मारे तो कोई रिएक्शन ना दें।"

वगैरह-वगैरह...।

औऱ ये सारी बातें केवल eve-teasing और sexual assaulting में ही नहीं कही जाती बल्कि ये धीरे-धीरे लड़कियों को बोल-बोल कर इतना जता दिया जाता है कि वो हर काम में बहस करना बंद कर देती हैं। इस बहस ना करने की सीख को लड़कियां ऑफिस में भी फॉलो करती हैं और इसलिए लड़कियां वही काम के लिए लड़कों की तुलना में कम सैलेरी पाती हैं।

इस stereotype को तोड़ने के लिए रिबॉक एक वीडियो लाया है जिसका नाम ही रखा है...‘FitToFight’. इस वीडियो में कंगना equal effort के लिए equal Pay की demand करने को कह रही हैं।

#FitToFight campaign का है ये वीडियो

#FitToFight campaign के तहत Reebok ने इस बार inequality in pay को अपना मुद्दा बनाया है। Accenture द्वारा हाल ही में जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार देश में पुरुष को उसी काम के लिए महिलाओं से 67% ज्यादा सैलेरी मिलती है। इस बार Reebok India और brand ambassador कंगना रनौत ने सात में एक वीडियो बनाई है जिसमें एक महिला equal work के लिए equal pay की मांग कर रही है।

Inequality in pay पर बात करते हुए शाहरुख खान कहते हैं, “बॉलीवुड में महिलाएं पांच गुना अधिक मेहनत करती हैं लेकिन उन्हें पुरुषों की तुलना में दस गुना कम सैलेरी मिलती है।” वहीं इस पर आगे बात करते हुए PepsiCo की CEO इंदिरा नुई कहती हैं, "हमलोग फिर से अपन आवाज उठा रहे हैं और हमें equal treatment चाहिए तो चाहए।” हम (महिलाएं) कार्यस्थल पर इस क्रांति में हमारी तरफ से पकड़े गए ... हमें समान इलाज करना पड़ता है।" वहीं पिछले साल स्क्वॉश स्टार दिपिका पल्लीकल को पिछले साल पुरुषों और महिलाओं को मिलने वाले unequal prize money का विरोध करने के लिए राष्ट्रीय स्क्वैश चैंपियनशिप ने boycotted कर दिया था।

Reebok India की Brand Ambassador कंगना रनौत कहती हैं, "मैं professional front में personal तौर पर inequality देखी है। मैं रीबॉक के FitToFight campaign को पूरी तरह से support करती हूं खासकर इस साल का जो theme है ‘Girls Don’t Fight’ है उसे तो especially."

इस वीडियो में कंगना लड़कियों से सवाल कर रही हैं कि, लड़कियां fight नहीं करतीं। वो वापस लड़ाई करने के लिए फिट नहीं होतीं।

“Girls, don’t fight. They are not fit to fight back.”

लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। इस वीडियो में कंगना लड़कियों को लड़ने के लिए कह रही हैं।

“Fight more, Be more, Be more human.”

सो आप भी इस वीडियो को फॉलो करें और बनें #BeSmart.

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