एक रिसर्च के मुताबिक भारत में अधिकतर महिलाएं कभी शादी के बाद तो कभी बच्चा हाने के बाद अपने करिअर पर फुलस्टॉप लगा देती हैं। घर और बच्चे की जिम्मेदारी निभाने के चक्कर में महिलाओं को अपने करिअर पर ब्रेक लगाना पड़ता है। मगर बच्चों के थोड़ा बड़े होने पर जब महिलाओं को थोड़ा वक्त मिलता है तो वे या तो फिर से काम तलाशने लगती हैं या फिर यह सोच कर बैठ जाती हैं कि अब इतने लंबे ब्रेक के बाद उन्हें काम देगा कौन। ऐसी महिलाएं जो अपने करिअर की दूसरी इनिंग स्टार्ट करना चाहती हैं, उनके लिए देश में ऐसी 4 संस्थाएं हैं, जो उन्हें दोबारा अपने करिअर की शुरुआत करने का मौका देती हैं। आज हम आपको कुछ ऐसी ही संस्थाओं के बारे में जानकारी देंगें।
जॉब फॉर हर
बेंगलुरु स्थित इस संस्थान की फाउंडर नेहा बगारिया हैं। यह संस्था उन महिलाओं को दोबारा करिअर की शुरुआत करने के लिए प्रोत्साहित करती है, जो मां बनने के बाद घर की जिम्मेदारियों में उलझ कर रह गई हैं। इस संस्थान द्वारा महिलाओं को इंस्पायर करने के लिए ईवेंट्स आयोजित कराए जाते हैं, महिलाओं को जॉब सर्च करने में भी ये संस्था उनकी मदद करती हैं। इस संस्था के द्वारा महिलाओं को फुल टाइम जॉब के अलावा वर्क-फ्रॉम-होम , फ्रीलांसिंग और स्टार्टअप शुरु करने का भी मौका दिया जाता है। महिलाओं अच्छा कंपनियों में इंटर्नशिप दिलवाने में भी यह संस्था उनकी मदद करती है।
अवतार आई-विन
वर्ष 2005 में डॉक्टर सौंदर्या राजेश द्वारा शुरू की गई यह संस्था भी महिलाओं को करिअर में आए ब्रेक के बाद फिर से नई शुरुआत करने का मौका देता है। कंपनी की फाउंडर सौंदर्या कहती हैं, ‘भातर में महिलाओं को आज भी पुरुषों के मुकाबले कॉर्पोरेट में वो जगह नहीं मिली है, जो उन्हें मिलनी चाहिए थी। इसलिए महिलाओं को ही महिलाओं का सहारा बनना होगा। मैं भी यही कर रही हूं। ’ अवतार आई-विन के नेटवर्क से 40 हजार से भी ज्यादा महिलाएं जुड़ी हुई हैं और अब तक 8 हजार से ज्यादा महिलाओं को कंपनी नौकरियां दिलवा चुकी है।
शीरोज
बहुत सारी महिलाओं को शादी और बच्चा होने के बाद जॉब में फ्लेक्सिबिलिटी चाहिए होती हैं, जो हर जॉब में संभव नहीं होती। मगर नॉयडा की रहने वाली सैरी चहल ने शीरोज नाम से वर्ष 2014 में एक ऐसी संस्था का गठन किया जो महिलाओं को काम के साथ फ्लेक्सिबिलिटी भी देने का प्रयास करती है। इस संस्था द्वारा खासतौर पर उन महिलाओं की मदद की जाती है, जो वर्क-फ्रॉम-होम करना चाहती हैं। अपनी वर्क लाइफ और पर्सनल लाइफ में बैलेंस बनाना चाहती हैं, तो आप भी शीरोज की हेल्प ले सकती हैं। यह संस्था महिलाओं को वुमेन फ्रेंडली एम्प्लायर, फ्लेक्स फ्रेंडली फॉर्मेट, मॉमपेन्योर प्रोग्राम्स और पार्टनरशिप प्रोग्राम्स जैसी ऑपरच्युनिटी देती है।
हर सेकेंड इनिंग्स
अपने नाम के मुताबिक यह संस्था महिलाओं को दूसरी बार अपना करिअर शुरू करने की राह दिखाती है। वर्ष 2014 में मनजुला धर्मालिंगम द्वारा शुरू की गई यह संस्था बेंगलुरु और मुंबई में मौजूद है। यह महिलाओं को न केवल वर्क-फ्रॉम-होम, टेंप्रेरी एसाइंगमेंट्स और परमानेंट जॉब दिलाती है बल्कि यह संस्था महिलाओं को दूसरी बार करिअर की शुरुआत करने में उनकी स्किल्स को डेवलप करने में हेल्प करती है।
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