नौकरीपेशा वाले लोग सालभर मेहनत करते हैं और जब अप्रेजल का समय आता है, तो उम्मीद करते हैं कि इस साल सैलरी इंक्रीमेंट और प्रमोशन होगा। जिन लोगों का सैलरी इंक्रीमेंट इस साल हुआ है उन्हें हम बधाई देते हैं। सैलरी इंक्रीमेंट का मतलब है कि अब हर महीने आपके पास थोड़े ज्यादा पैसे आएंगे। लेकिन, थोड़े ज्यादा पैसों को अगर आप शॉपिंग में खर्च करने का सोच रही हैं, तो थोड़ा ठहर जाइए। आपको सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि बढ़े हुए पैसे का सही इस्तेमाल कैसे किया जाए। अगर आप अपने फ्यूचर को सेफ एंड सिक्योर रखना चाहती हैं, तो आपको इंक्रीमेंट वाले पैसों को सही जगह पर इन्वेस्ट करना जरूरी है। आज हम आपको इस आर्टिकल में बताने वाले हैं कि सैलरी इंक्रीमेंट के बाद आप अपने पैसों को कहां और कैसे इन्वेस्ट करें ताकि आपका पैसा धीरे-धीरे बढ़े और आपका बैंक बैलेंस मजबूत हो।
म्यूचुअल फंड में SIP
अगर आपका इंक्रीमेंट हुआ है, तो आप अपने एक्स्ट्रा पैसों को म्यूचुअल फंड में अपनी SIP बढ़ाने में या अगर अभी तक SIP नहीं शुरू की है, तो शुरू करके इन्वेस्ट कर सकती हैं। SIP में हर महीने एक तय रकम को म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट किया जाता है।
SIP क्यों अच्छा है?
- अगर आप छोटे-छोटे हिस्सों में मंथली इन्वेस्टमेंट ऑप्शन ढूंढ रही हैं, तो आपके लिए यह अच्छा है।
- इसमें जोखिम कम होता है, क्योंकि एक बार बड़ा अमाउंट लगाने की जगह आप छोटे-छोटे अमाउंट के साथ निवेश करते हैं।
- म्यूचुअल फंड आपके पैसे को स्टॉक्स और बॉन्ड्स में लगाते हैं, जिसकी वजह से आपको अच्छा रिटर्न मिल सकता है।
फिक्स्ड डिपॉजिट (FD)
अगर आप कम जोखिम लेकर एक निश्चित रिटर्न चाहते हैं, तो फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) आपके लिए अच्छा विकल्प हो सकता है। FD का मतलब है कि आप अपना पैसा एक बैंक में एक टाइम पीरियड के लिए एक निश्चित ब्याज दर पर जमा कर देते हैं।
फिक्स्ड डिपॉजिट के फायदे
- FD कराने का फायदा यह है कि बैंक आपको आपके पैसे के साथ सुनिश्चित तय ब्याज वापस करता है।
- नॉर्मल सेविंग्स अकाउंट की तुलना में FD में इंटरेस्ट रेट ज्यादा होता है।
- आप अपनी सुविधानुसार FD के टाइम पीरियड क चुन सकते हैं।
- कुछ FD इन्वेस्टमेंट पर आपको इनकम टैक्स के सेक्शन 80सी के तहत छूट भी मिल सकती है।
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)
यह एक सरकारी योजना है और इसका मैच्योरिटी पीरियड 15 साल का होता है। PPF में इन्वेस्ट करने पर आपको सुनिश्चित ब्याज और टैक्स छूट भी मिलती है। अगर आप हर साल 1.5 लाख रुपये तक पीपीएफ में इन्वेस्ट करते हैं, तो इनकम टैक्स के सेक्शन 80सी के तहत छूट मिल सकती है।आप किसी नजदीकी बैंक या पोस्ट ऑफिस में जाकर पब्लिक प्रोविडेंट फंड अकाउंट खुलवा सकते हैं।
साइड बिजनेस में इन्वेस्ट करें
अगर आपका इंक्रीमेंट हुआ है, तो आप अपनी स्किल्स को सुधारने या एक छोटा बिजनेस शुरू करने में इन्वेस्ट करके, लंबे समय में ज्यादा पैसा कमा सकते हैं।
अगर आप कोई नई स्किल्स सीखना चाहती हैं, तो आप डिजिटल मार्केटिंग, कोडिंग, डिजाइनिंग जैसे कई नए स्किल्स सीखने के लिए ऑनलाइन कोर्स कर सकती हैं। इसके अलावा, आप साइड बिजनेस भी शुरू कर सकती हैं, जो कमाई का अतिरिक्त जरिया बन सकता है।
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रियल एस्टेट या सोने में इन्वेस्ट करें
अगर आप अपने इंक्रीमेंट को अलग-अलग जगहों पर इन्वेस्ट करने का सोच रही हैं, तो आप कुछ हिस्सा रियल एस्टेट या गोल्ड में लगा सकती हैं।
अगर आप प्रॉपर्टी खरीदने में पैसा लगाती हैं, तो इसकी कीमत समय के साथ बढ़ती जाती है। आप प्रॉपर्टी से रेंट भी कमा सकते हैं। वहीं, अगर आप गोल्ड में इन्वेस्ट करने का सोच रही हैं, तो आप फिजिकल सोना, गोल्ड ईटीएफ या सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड खरीद सकती हैं। गोल्ड इन्वेस्टमेंट आपको महंगाई और रुपये की कीमत के उतार-चढ़ाव से बचाता है।
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