संविधान दिवस: डॉ भीमराव आंबेडकर के अलावा इन लोगों ने भी लिखा था संविधान, जान लीजिए सभी नाम

Constitution Day Of India: 26 नवंबर को भारतीय संविधान दिवस के तौर पर जाना जाता है, लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि संविधान कितने लोगों ने तैयार किया? संविधान बनाने में बाबा साहेब के अलावा और किन लोगों का हाथ था?
  • Nikki Rai
  • Editorial
  • Updated - 2024-12-26, 15:21 IST
why 26 november is celebrated as constitution day

How Many People Wrote The Constitution: 26 नवंबर को देशभर में संविधान दिवस के तौर पर जाना जाता है। 26 नवंबर 1949 के ही दिन संविधान सभा ने भारतीय संविधान को अपनाया था। वहीं, 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू किया गया था। संविधान के मूल्यों को बढ़ावा देने के मकसद से हर साल 26 नवंबर को संविधान दिवस के तौर पर मनाया जाता है।

संविधान की बात होते ही सबसे पहला नाम, जो दिमाग में आता है वो है डॉ भीवराव आंबेडकर का। डॉ भीवराव आंबेडकर के बिना शायद संविधान की कल्पना करना भी मुश्किल होता। इसके निर्माण में सबसे बड़ा हाथ हमेशा से ही डॉ भीवराव आंबेडकर का माना गया है। वे संविधान की ड्राफ्टिंग कमेटी के अध्यक्ष थे।

भले ही बाबा साहेब ने संविधान के निर्माण में अहम भूमिका निभाई है, लेकिन इसके पीछे कई और लोगों का भी हाथ था। बहुत कम लोग जानते हैं कि आखिर संविधान कितने लोगों ने तैयार किया था। आइए जानें बाबा साहेब के अलावा और किन लोगों ने संविधान लिखा था?

बाबा साहेब ने बनाया था संविधान का मसौदा

Baba Saheb had drafted the constitution

डॉ भीवराव आंबेडकर को संविधान का निर्माता माना जाता है। दरअसल, इसके पीछे का कारण यह है कि बाबा साहेब ही संविधान की ड्राफ्टिंग कमेटी के अध्यक्ष थे। इसका दूसरा कारण ये भी है कि संविधान का मसौदा तैयार करने का भारी काम आंबेडकर साहब ने अकेले ही किया था। प्रारूप समिति के ही सदस्य टीटी कृष्णामाचारी ने संविधान सभा के सामने इसका जिक्र भी किया था।

7 सदस्यों की कमेटी

संविधान का ड्राफ्ट तैयार करने के लिए ही 7 लोगों की कमेटी बनाई गई थी। मई 1947 में प्रारूप समिति ने संविधान सभा में मसौदा पेश किया था। उस दौरान 7,500 से ज्यादा संशोधन सुझाव दिए गए थे। इनमें से 2,500 को स्वीकार किया गया था। संविधान समिति में कन्हैयालाल मुंशी, मोहम्मद सादुल्लाह, अल्लादि कृष्णस्वामी अय्यर, गोपाळ स्वामी अय्यंगार, एन. माधव राव और टीटी कृष्णामचारी भी शामिल थे।

7 सदस्यों में कौन-कौन था मौजूद

Who were present among the 7 members

संविधान सभा में जिन 7 सदस्यों को चुना गया था, उसमें से एक बीमार पड़ गए थे। दो सदस्य दिल्ली से बाहर गए हुए थे। वहीं, एक सदस्य विदेश में थे। इसी बीच एक ने इस्तीफा भी दे दिया था। वहीं, बताया जाता है कि एक सदस्य ने जॉइन ही नहीं किया था। ऐसे में आंबेडकर ने अकेले 100 दिनों तक संविधान सभा में खड़े होकर संविधान के पूरे ड्राफ्ट को समझा और उस पर दिए गए सुझावों पर विमर्श किया था।

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Image Credit: Her zindagi

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