Recharge नहीं कराया तो सिम कार्ड बंद? जानें नए नियम और टेलीकॉम कंपनियों की पॉलिसी, ताकि आपका नंबर न हो ब्लॉक

आज के समय मोबाइल फोन न केवल एक-दूसरे से बात करने का आसान जरिए बल्कि ऑफिस से जुड़ा काम हो या रोजमर्रा का। सभी इसी पर निर्भर है। अब ऐसे में बिना रिचार्ज के हम में से शायद ही कोई 1-2 से ज्यादा रह पाता होगा। लेकिन क्या कभी सोचा है कि आखिर रिचार्ज खत्म होने के कुछ समय के बाद इनकमिंग कॉल बंद कर दी जाती है। 
SIM card recharge rules
SIM card recharge rules

भागदौड़ भरी जिंदगी के बीच मोबाइल फोन उतना ही जरूरी हो गया है, जितना प्यासे को पानी की। ऑफिस, बच्चों के स्कूल से लेकर ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करने के लिए हम सभी फोन का इस्तेमाल करते हैं। फ्री टाइम में हमारा लगभग आधे से ज्यादा समय फोन पर बीतता है। हालांकि बिना रिचार्ज और नेट के फोन डिब्बा होता है। अब ऐसे में अगर रिचार्ज खत्म हो जाए, तो हम बिना किसी देरी के रिचार्ज करते हैं। वहीं कुछ लोग तो पैसे खत्म होने से पहले ही रिचार्ज कर लेते हैं ताकि किसी प्रकार की असुविधा न हो। पर कई बार ऐसा होता है कि अगर हमारे यहां वाई-फाई लगा है, तो हम बिना रिचार्ज के कुछ दिन चला लेते हैं।

हालांकि अगर आप कुछ दिनों तक रिचार्ज प्रोसेस नहीं करते हैं, तो नंबर पर इनकमिंग और ओटीपी आना बंद हो जाता है। अब ऐसे में मजबूरन रिचार्ज कराना पड़ता है। पर क्या आपने कभी सोचा है कि टेलीकॉम कंपनियां सिम क्यों बंद कर देती हैं। कुछ साल पहले तो ऐसा नहीं होता था। इस लेख में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि टेलीकॉम कंपनियों की नई पॉलिसी क्या है और इस नियम के पीछे का कारण क्या है-

रिचार्ज खत्म होने के बाद सिम कार्ड क्यों बंद कर दिया जाता है?

How long is a SIM card deactivated for

अगर आप अपने प्रीपेड सिम कार्ड को निश्चित समय के भीतर रिचार्ज नहीं करते हैं तो इनकमिंग और आउटगोइंग कॉल सेवाएं बंद हो जाती हैं। हालांकि अलग-अलग कंपनियों की अपनी-अपनी अलग-अलग पॉलिसी होती है। लेकिन आमतौर पर यह अवधि 90 दिनों तक की हो सकती है। इस समय सीमा के दौरान आपका नंबर निष्क्रिय रहता है।

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क्या इन-एक्टिवेट होने पर सिम किसी को रजिस्टर हो जाती है?

कई बार लोगों को ऐसा लगता है कि अगर हम अपना नंबर रिचार्ज नहीं कराएंगे, तो वह बंद होने के बाद किसी और के नाम पर रजिस्टर हो जाएगा। पर बता दें कि ऐसा नहीं है डि-एक्टिवेट होने के बाद भी सिम आपके नाम पर पंजीकृत होता है। हालांकि अगर आप 3 महीने से ज्यादा सिम को बंद रखते हैं, तो कंपनी आपके सिम कार्ड को परमानेंट के लिए बंद कर सकती है।

टेलीकॉम कंपनियों की नई पॉलिसी क्या है?

why SIM cards are deactivated

भारत में टेलीकॉम कंपनियां TRAI के नियमों के अनुसार प्रीपेड सिम कार्ड को रिचार्ज न होने पर निष्क्रिय कर सकती हैं। आमतौर पर अगर कोई सिम कार्ड 3 महीने तक यानी आउटगोइंग, इनकमिंग कॉल, एसएमएस या डेटा उपयोग नहीं किया जाता है, तो उसे निष्क्रिय माना जाता है। वहीं कुछ कंपनियां इस अवधि के बाद ग्राहकों को एक ग्रेस पीरियड आमतौर पर 15 दिन देती हैं ताकि वे न्यूनतम रिचार्ज करवाकर नंबर को एक्टिव रख सकें। यदि इस ग्रेस पीरियड में भी कोई रिचार्ज नहीं होता तो सिम कार्ड स्थायी रूप से बंद कर दिया जाता है।

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Image Credit- freepik

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