आंखों की खूबसूरती किस तरह से जाती है? आंखों के नीचे झुर्रियां रहें, पफीनेस हो जाए या फिर डार्क सर्कल बढ़ जाएं। डार्क सर्कल कई तरह के होते हैं और अधिकतर लोगों को ये समस्या होती है कि भले ही वो कुछ भी कर लें तो भी उनके डार्क सर्कल कम नहीं होते हैं।
Dermafollix skin & hair transplant क्लीनिक की डर्मेटोलॉजिस्ट डॉक्टर आंचल पंथ ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर इससे जुड़ी जानकारी शेयर की है। उन्होंने सबसे पहले ये बताया है कि कोई भी सिंगल क्रीम अलग-अलग तरह के डार्क सर्कल्स को करेक्ट करने के लिए सही नहीं होगी। आपकी समस्या जिस तरह की है आपको उसी तरह की क्रीम का इस्तेमाल करना होगा।
सबसे पहले तो आपको ये पता करना होगा कि असल में आपके डार्क सर्कल हैं कैसे?
- क्या सिर्फ डार्क स्पॉट्स हैं
- डार्क पैच हैं
- आंखें अंदर की ओर धंसी हुई हैं
- आंखों के आस-पास ब्लू पैच बने हुए हैं
- आंखों के नीचे पिगमेंटेशन और परमानेंट टियर लाइन है
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आपके लिए किस तरह की क्रीम या प्रोडक्ट असर करेगा वो इसी बात को ध्यान में रखकर इस्तेमाल करना चाहिए कि आपके डार्क सर्कल किस तरह के हैं। इससे पहले कि आप ट्रीटमेंट के बारे में सोचें आपको ये ध्यान रखना है कि आपके डार्क सर्कल होने की वजह क्या है। आपका ट्रीटमेंट हमेशा उसी आधार पर निर्भर करेगा।
अंडर आई एरिया में डार्क स्पॉट्स
अगर आपके अंडर आई एरिया में डार्क स्पॉट्स हैं और आंखें धंसी हुई नहीं हैं तो आपको ऐसी क्रीम्स चुननी चाहिए जिनमें स्किन लाइटनिंग एजेंट्स हों और प्लांट बेस्ड इंग्रीडिएंट्स हों।
- उदाहरण- डिपीव्हाइट आई कॉन्टोर जेल
- मेलालुमिन आई क्रीम
- अवारता अंडर आई
- पेरिवाइट अंडर आई क्रीम
- अंडर आई में पफीनेस
आंखों के नीचे की पफीनेस
अधिकतर स्ट्रेस और खराब लाइफस्टाइल और स्लीप साइकिल के बिगड़ जाने के कारण होती है। ऐसे समय में आपको आंखों के नीचे के लिए ऐसे इंग्रीडिएंट्स चुनने चाहिए जिनमें कैफीन हो ताकी आपकी आंखों की पफीनेस दूर हो सके।
- उदाहरण- फॉरएवर 52 इंडिया आई सीरम
- डॉक्टर शीथ्स कैमोमाइल कैफीन आई सीरम
- द ऑर्डिनेंस कैफीन सीरम

आंखों के नीचे ब्लू शेड के डार्क पैच
अगर आपकी आंखों के नीचे ब्लू शेड के डार्क पैच हैं तो इसका मतलब आपकी आंखें या तो बहुत थकी हुई हैं या फिर उनके नीचे ब्लड वेसल्स की थोड़ी समस्या है। कई लोगों को आयरन की कमी आदि के कारण भी ये हो सकता है। ऐसे में आपको ऐसी क्रीम्स चुननी चाहिए जिनमें विटामिन-के भरपूर मात्रा में हो।
उदाहरण- इसडिन इंडिया के-ऑक्स आई क्रीम
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आंखों के नीचे फाइन लाइन्स और रिंकल्स
अगर आपकी उम्र 30 पार कर चुकी है और आपकी आंखों के नीचे फाइन लाइन्स या रिंकल्स मौजूद हैं तो आपको एंटी-एजिंग स्किन इंग्रीडिएंट्स का सहारा लेना चाहिए। ये रेटिनॉल या पेप्टाइड्स जैसे इंग्रीडिएंट्स होते हैं जो आपके लिए बेस्ट साबित होंगे।
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- उदाहरण- रालेकॉस इंडिया आईकॉस क्रीमी जेल
- मुराद स्किन केयर रेटिनॉल आई सीरम
- धंसी हुई आंखें और टियर ड्रॉप का निशान
अगर आपकी आंखें धंसी हुई सी लगती हैं तो आपको उसके लिए वॉल्यूम रीस्टोर करनी होगी। इसके लिए कोई भी क्रीम सही नहीं होती है बल्कि इसके लिए आपको हयालूरोनिक एसिड फिलर करवाने होंगे और इसके लिए किसी डर्मेटोलॉजिस्ट से बात जरूर करें।
आपको अगर स्किन से जुड़ी कोई समस्या है तो आप उसके लिए डॉक्टर से सलाह जरूर लें। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
Image Credit: Freepik
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