घर को नजर दोष से बचाती है कीर्तिमुख मूर्ति, जानें इसके फायदे

घर में यदि हम कोई भी वस्तु वास्तु के नियमों का पालन करते हुए रखते हैं तो ये खुशहाली का कारण बनती है। ऐसे ही मुख्य द्वार के लिए भी कुछ विशेष वास्तु नियम बनाए गए हैं। 

significance of kirtimukha idol at home vastu

हिंदू धर्म में किसी भी शक्ति का विशेष महत्व है। ऐसे ही वास्तु में कुछ चीजों को सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत माना जाता है। मान्यता है कि यदि आप घर को नजर दोषों से बचाना चाहते हैं तो आपको कुछ विशेष वास्तु उपाय आजमाने की सलाह दी जाती है।

ऐसे ही आपने अक्सर लोगों के घर के बाहर नजर से बचने के लिए एक मूर्ति लगी देखी होगी। ऐसा माना जाता है कि ये मूर्ति घर को किस भी नकारात्मक ऊर्जा से बचाती है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह करती है।

दरअसल ज्योतिष में इस मूर्ति को कीर्तिमुख कहा जाता है। वास्तु में भी यह मूर्ति एक महत्वपूर्ण और अद्वितीय स्थान रखती है। कीर्तिमुख को अक्सर एक क्रूर, शेर के चेहरे वाले राक्षस के रूप में चित्रित किया जाता है, जो सुरक्षात्मक शक्ति और शुभता का प्रतीक मानी होती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार अपने घर में कीर्तिमुख मूर्ति रखने से कई लाभ हो सकते हैं। आइए सेलिब्रिटी एस्ट्रोलॉजर प्रदुमन सूरी से जानें घर में इस मूर्ति को रखने के लाभ और इसके मतलब के बारे में।

क्या हैकीर्तिमुख की पौराणिक कथा

why we should place kirtimukha idol at home

पौराणिक कथा के अनुसार एक बार एक शक्तिशाली राक्षस जालंधर ने भगवान शिव को चुनौती देने के लिए राहु नामक एक दूत को भेजा। अहंकारी और ढीठ होने के कारण राहु ने भगवान शिव को क्रोधित कर दिया, जिसके जवाब में उन्होंने राहु को भस्म करने के लिए अपनी तीसरी आंख से एक भयंकर प्राणी का निर्माण किया।

यह प्राणी था कीर्तिमुख, जिसकी भूख कभी ख़त्म नहीं होती थी। अपनी गलती का एहसास करते हुए, राहु ने दया की भीख मांगी और भगवान शिव ने कीर्तिमुख को रुकने का आदेश दिया। हालांकि कीर्तिमुख अपनी भूख को नियंत्रित करने में असमर्थ था, उसने अपनी पूंछ से शुरुआत करते हुए, अपने ही शरीर को खाना शुरू कर दिया।

आत्म-बलिदान और आज्ञाकारिता के इस कार्य से प्रभावित होकर, भगवान शिव ने कीर्तिमुख को आशीर्वाद दिया और उसे एक सुरक्षात्मक अभिभावक के रूप में मंदिर के दरवाजे के ऊपर स्थान दिया। उसी समय से इस राक्षस की प्रतिमा को घर के मुख्य द्वार पर एक सुरक्षा कवच के रूप में स्थापित किया जाने लगा।

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घर में कीर्तिमुख की प्रतिमा लगाने के कारण

  • एक उग्र संरक्षक के रूप में, कीर्तिमुख को बुरी आत्माओं और नकारात्मक ऊर्जाओं से दूर रखने वाला माना जाता है। इसी वजह से इनकी प्रतिमा घर को किसी भी नकारात्मक ऊर्जा से बचाती है।
  • स्वयं को निगलने का कार्य आत्म-नियंत्रण और उच्च शक्ति के प्रति समर्पण का प्रतीक है। यही कारण है कि जिस घर में कीर्तिमुख की प्रतिमा होती है वहां सदैव समर्पण की भावना बनी रहती है।
  • कीर्तिमुख की उपस्थिति को सौभाग्य और सकारात्मक ऊर्जा का अग्रदूत माना जाता है। इसी वजह से जब घर के मुख्य द्वार पर कीर्तिमुख की प्रतिमा लगाई जाती है तो घर के भीतर सदैव ही सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।

घर में कीर्तिमुख मूर्ति की स्थापना कैसे करें

how to place kirtimukha idol at home

  • कीर्तिमुख की मूर्ति को अपने घर के मुख्य द्वार के ऊपर रखना अत्यधिक शुभ माना जाता है। यह स्थान एक सुरक्षा कवच के रूप में कार्य करता है, जो नकारात्मक ऊर्जाओं को प्रवेश करने से रोकता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को सुनिश्चित करता है।
  • कीर्तिमुख मूर्ति के लिए एक और उपयुक्त स्थान लिविंग रूम है, जो आदर्श रूप से प्रवेश द्वार के सामने होता है। यह मूर्ति घर के प्राथमिक स्थान की सुरक्षा करने, सद्भाव और शांति को बढ़ावा देने में मदद करती है।
  • यदि आप इस मूर्ति को घर के पूजा स्थान में रखती हैं तो इस स्थान की पवित्रता बढ़ाने में मदद मिलती है और इससे यह सुनिश्चित होता है कि आध्यात्मिक प्रार्थनाओं का आपको पूरा आशीर्वाद मिले।
  • कीर्तिमुख की मूर्ति को घर की उत्तर-पूर्व दिशा में रखने की सलाह दी जाती है क्योंकि यह दिशा कोई भी धार्मिक प्रतीक रखने के लिए सबसे उपयुक्त मानी जाती है। इस दिशा में कीर्तिमुख मूर्ति रखने से इसके सुरक्षात्मक और शुभ गुणों में वृद्धि हो सकती है।

घर में कीर्तिमुख मूर्ति की स्थापना करने के फायदे

benefits of placing kirtimukha idol at home

नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा

घर के मुख्य द्वार पर कीर्तिमुख मूर्ति लगाने का प्राथमिक लाभ इसकी सुरक्षात्मक शक्ति है। यह एक सुरक्षा कवच के रूप में कार्य करती है, जो नकारात्मक ऊर्जा, बुरी आत्माओं और बुरे प्रभावों को घर में प्रवेश करने से रोकती है। इसकी सुरक्षात्मक आभा घर के निवासियों के लिए एक सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करती है।

सकारात्मक ऊर्जा का संवर्धन

ऐसा माना जाता है कि कीर्तिमुख मूर्ति घर के भीतर सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती है। इसकी उपस्थिति एक जीवंत और सकारात्मक माहौल बनाने में मदद करती है, जो शांति, खुशी और समग्र कल्याण के लिए अनुकूल है। सकारात्मक ऊर्जा की यह वृद्धि एक सामंजस्यपूर्ण और संतुलित रहने की जगह बनाए रखने के लिए आवश्यक है।

सद्भाव एवं शांति को बढ़ावा देना

कीर्तिमुख मूर्ति घर के भीतर सद्भाव और शांति को बढ़ावा देती है। इससे परिवार के सदस्यों के बीच बेहतर रिश्ते बनते हैं, आपसी झगड़े कम होते हैं और शांति व खुशहाली का एहसास होता है।

शुभता एवं सौभाग्य

घर में कीर्तिमुख मूर्ति की उपस्थिति शुभता और सौभाग्य का प्रतीक मानी जाती है। ऐसा माना जाता है कि यह घर में समृद्धि, सफलता और खुशी को आकर्षित करती है। कीर्तिमुख मूर्ति का यह पहलू उन लोगों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है जो अपनी वित्तीय स्थिति और समग्र समृद्धि में सुधार करना चाहते हैं।

यदि आप भी घर को नजर जैसे किसी भी दोष से बचाना चाहते हैं तो घर में स्थापित की जाने वाली कीर्तिमुख की मूर्ति बहुत लाभदायक मानी जाती है।

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Images:Freepik.com

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