क्या घर में आक का पौधा लगाना ठीक है? जानें वास्तु के नियम

आक के पौधे से निकलने वाले फूलों और पत्तियों को विशेष रूप से शिव जी की पूजा में अर्पित किया जाता है। अगर आप इस पौधे को अपने घर में रखती हैं तो इसके बारे में जरूर जानें कि यह पौधा लगाना ठीक है या नहीं।
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हमारे घर में कई अलग तरह के पौधे लगाने का विशेष महत्व है और सभी पौधों का अलग महत्व होता है। वास्तु शास्त्र और ज्योतिष के अनुसार, कुछ पौधे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं, तो कुछ नकारात्मकता लाते हैं। ऐसे ही पौधों में से एक है आक या मदार का पौधा। यह उन विशेष पौधों में से एक है, जो धार्मिक दृष्टिकोण से पवित्र माना जाता है लेकिन इसके घर में लगाने को लेकर विशेष नियम और सुझाव दिए जाते हैं।

आक का पौधा हिंदू रीति-रिवाजों से गहराई से जुड़ा हुआ है, खासकर भगवान शिव की पूजा में। इसके फूल और पत्ते दैनिक या विशेष पूजा समारोहों के हिस्से के रूप में शिव को चढ़ाए जाते हैं और ऐसा माना जाता है कि वे आपके घर में दिव्य आशीर्वाद लाते हैं।

आयुर्वेद में इस पौधे का उपयोग इसके औषधीय गुणों के लिए किया जाता है, वहीं वास्तु में इसका विशेष महत्व है। इस पौधे से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और यह सुख समृद्धि को भी आकर्षित करता है, लेकिन इस पौधे को घर में लगाना ठीक है या नहीं, इसके बारे में यहां ज्योतिर्विद पंडित रमेश भोजराज द्विवेदी से विस्तार से जानें।

वास्तु शास्त्र में आक का पौधा

aak plant at home vastu

वास्तु शास्त्र के अनुसार, आक का पौधा घर में लगाना बहुत ज्यादा शुभ नहीं माना जाता। इस पौधे में दूधिया पदार्थ होता है, जो कि विषैला होता है।

यह भी कहा जाता है कि आपको दूध वाले पौधे घर में नहीं लगाने चाहिए। यदि हम जंगली आक की बात करें तो इसे घर में लगाना अच्छा संकेत नहीं है, आप सफ़ेद आक के पौधे को घर में लगा सकती हैं, क्योंकि यह पौधा आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है।

इस पौधे की जड़ में गणपति का वास होता है और इसे घर में लगाने से सुख समृद्धि का संचार होता है। वहीं जंगली आर्क का पौधा जहरीला हो सकता है और इसे घर में लगाने से आपसी रिश्तों में कटुता आती है।

वास्तु के अनुसार जंगली आक के पौधे का नकारात्मक प्रभाव घर के सदस्यों पर पड़ सकता है, जिससे उनके स्वास्थ्य, मानसिक शांति और संबंधों में समस्या आ सकती है। इसके साथ ही, इस आक के पौधे को घर में लगाने से घर में दरिद्रता, नकारात्मक ऊर्जा और झगड़े का वातावरण बन सकता है।

जंगली आक का पौधा घर में क्यों नहीं लगाना चाहिए?

why we should not keep aak plant

वास्तु शास्त्र के अनुसार जंगली आक के पौधे से नकारात्मक ऊर्जा निकलती है, जो घर के वातावरण को प्रभावित कर सकती है। यह पौधा विशेष रूप से घर के भीतर रहने वालों के मानसिक और भावनात्मक संतुलन को प्रभावित कर सकता है। आक का पौधा जहरीला होता है और इसके संपर्क में आने से कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

आक के इस पौधे को घर में लगाने से परिवार के सदस्यों के बीच अनबन और झगड़े बढ़ सकते हैं। वास्तु के अनुसार, यह पौधा दरिद्रता और अशांति का प्रतीक माना जाता है। धार्मिक दृष्टिकोण से भी इसे घर में न लगाने की सलाह दी जाती है। आक का पौधा देवताओं को चढ़ाने के लिए विशेष माना गया है, लेकिन इसे घर में रखना अनुचित माना जाता है। हालांकि यदि यह अपने आप घर में निकल आए तो इसे हटाना नहीं चाहिए।

आक का पौधा किस स्थान पर लगाना सबसे ज्यादा शुभ माना जाता है

यदि आक का पौधा धार्मिक कार्यों में या पूजा में उपयोग के लिए जरूरी है, तो इसे घर से बाहर, विशेषकर मंदिर या शिवालय के पास लगाया जा सकता है। ऐसी मान्यता है कि इसे शिवलिंग पर चढ़ाने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। इसलिए, आक का पौधा मंदिर परिसर में लगाना अधिक उचित है, जहां इसका धार्मिक महत्व बना रहे और घर पर इसके नकारात्मक प्रभाव से भी बचा जा सके।

घर में आक का पौधा लगाने के कुछ विशेष नियम

aak plant vastu

अगर किसी विशेष कारण से आक का पौधा घर में रखना जरूरी है, जैसे कि यह पौधा अपने आप निकल आए तो आपको वास्तु के नियमों का पालन जरूर करना चाहिए। आइए इसके बारे में जानें-

  • आक का पौधा कभी भी घर के अंदर या मुख्य द्वार के पास नहीं लगाना चाहिए। इसे बगीचे के किसी कोने में या ऐसे स्थान पर लगाएं, जहां लोग आसानी से इसके पास न पहुंचे।
  • यदि आक के पौधे का धार्मिक कार्यों में प्रयोग किया जा रहा हो, तो इसे काटते समय सावधानी बरतें। इसके दूधिया पदार्थ से त्वचा को बचाएं और बच्चों को इससे दूर रखें।
  • आक के पौधे का उपयोग भगवान शिव की पूजा में करने से लाभ मिलता है। विशेष अवसरों पर इस पौधे के फूल और पत्तियों को शिवलिंग पर अर्पित करें।
  • घर में यदि किसी स्थान पर आक का पौधा निकल आए तो इसे वास्तु के अनुसार सही स्थान पर निकालकर लगा देना ठीक रहता है। इसके लिए आक का पौधा लगाने से पहले विशेष मंत्र उच्चारण करना चाहिए। इससे इस पौधे का नकारात्मक प्रभाव कम होता है और यह शुभ फलदायी होता है।

आक के पौधे के लिए आपको यहां बताए विशेष नियमों का पालन करना चाहिए, जिससे इसके कोई भी नकारात्मक प्रभाव न पड़ें। आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।

Images: Freepik.com

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