तुलसी की पूजा से जुड़े ये गलत तथ्य आंख बंद करके पालन करते हैं लोग

आज के समय में ऐसा देखा जा रहा है कि तुलसी पूजा से जुड़ी गलत बातों को सच मानकर लोग उसे आंख बंद करके फॉलो करते हैं। आइये जानते हैं तुलसी की पूजा से जुड़े मिथ्स के बारे में।   
tulsi puja niyam
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तुलसी का पौधा हिंदू धर्म में बहुत पवित्र माना जाता है और इसे हर घर में पूजा जाता है। यह पौधा न सिर्फ धार्मिक महत्व रखता है बल्कि ज्योतिष शास्त्र में भी इसका विशेष स्थान मौजूद है, लेकिन आज के समय में ऐसा देखा जा रहा है कि तुलसी पूजा से जुड़ी गलत बातों को सच मानकर लोग उसे आंख बंद करके फॉलो करते हैं। आइये जानते हैं वृंदावन के ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से तुलसी की पूजा से जुड़े मिथ्स के बारे में।

तुलसी की पूजा से जुड़ी झूठी बातें

लोगों के बीच ये माना जाता है कि तुलसी को एकादशी के दिन नहीं छूना चाहिए और न ही उसकी पूजा करनी चाहिए। जबकि शास्त्रों में एकादशी तिथि पर तुलसी पूजन करना बहुत शुभ माना गया है। एकादशी तिथि पर तुलसी पूजन से सुख-समृद्धि बढ़ती है। द्वादशी तिथि पर तुलसी स्पर्श वर्जित है।

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लोगों के बीच यह माना जाता है कि शाम के समय और रविवार के दिन तुलसी नहीं तोड़नी चाहिए। जबकि तुलसी चालीसा में खुद इस बात का उल्लेख है कि तुलसी के पत्ते अगर भगवान के भोग के लिए चाहिए तो कभी भी तोड़ सकते हैं। यह ऐसा जैसे बालक के लिए आवश्यक सामग्री कैसे भी लाना।

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रही बात रविवार के दिन तुलसी के पत्ते तोड़ने की तो यह नियम सिर्फ तब तक लागू होता है जब तक कि सूर्योदय नहीं हो जाता। अगर पूजा-पाठ, हवन-अनुष्ठान या फिर भोग के लिए तुलसी के पत्ते तोड़ने हैं तो रविवार के दिन भी ब्रह्म मुहूर्त में सूर्योदय से पहले तोड़ना वर्जित नहीं माना गया है।

यह माना जाता है कि पीरियड्स के दैरान तुलसी को छूने से वह अपवित्र हो जाती है या तुलसी माला धारण करने से उसकी शुद्धता चली जाती है। जबकि किसी भी अवस्था में तुलसी को स्पर्श करो, उसकी ऊर्जा हमें ही पवित्र कर देती है। बाकी पीरियड्स में तुलसी छूना न छूना आपका निर्णय है।

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तुलसी के पौधे को लेकर ऐसा माना जाता है कि इसकी सकारात्मकता या शुभता किसी दिशा के आधीन है। जबकि शास्त्रों में ऐसा बताया गया है कि एक बार अगर आप तुलसी के पौधे को घर में रखते हैं तो उसके बाद उसकी पवित्रा हर रोग, दोष और नकारात्मक प्रभाव को खत्म कर देती है।

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FAQ

  • तुलसी में कलावा बांधने से क्या होता है? 

    तुलसी में कलावा बांधने से घर में सकारात्मकता तेजी से बढ़ती है।
  • क्या तुलसी को शाम के समय छूना चाहिए?

    शाम के समय तुलसी के पौधे को छूना या उसके पत्ते तोड़ना वर्जित माना जाता है।