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Pitru Paksha Ki Sabji: पितृपक्ष के दौरान सीताफल की सब्जी बनाना क्यों वर्जित है?

पितृपक्ष में कद्दू यानी कि सीताफल की सब्जी बनाना वर्जित माना गया है। हालांकि आजकल लोग घर में पितृपक्ष के दौरान कद्दू की सब्जी बनाते हैं, लेकिन पौराणिक कथा के अनुसार इसे गलत माना गया है।  
Editorial
Updated:- 2025-09-15, 12:28 IST

पितृपक्ष से जुड़ी कई मान्यताएं हैं जिनका पालन करते हैं लोग। इन्हीं में से एक है यह है कि पितृपक्ष के दौरान जहां एक ओर तोरई की सब्जी का भोग पितरों को लगाना बहुत शुभ माना जाता है तो वहीं, दूसरी ओर पितृपक्ष में कद्दू यानी कि सीताफल की सब्जी बनाना वर्जित माना गया है। आइये जानते हैं इसके पीछे का तर्क वृंदावन के ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से।

पितृपक्ष में कद्दू की सब्जी बनाने की मनाही क्यों है?

पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार वनवास के दौरान श्री राम के पिता राजा दशरथ की श्राद्ध तिथि पड़ी तो उन्होंने वन-वन घूमकर पितृ तर्पण के लिए सामान एकत्रित करना शुरू कर दिया। हालांकि श्री राम अपने पिता के श्राद्ध हेतु समय से नदी किनारे नैन पहुंच पाए तो वक्त की कमी को देखते हुए माता सीता ने ही राजा दशरथ का श्राद्ध कर दिया।

pitru paksha mein kaddu ki sabji kyu nahi bana sakte hain

जब श्री राम लौटे तो माता सीता ने उन्हें सब बात बताई और गवाह के रूप में उन्होंने गौ माता, सरयू नदी और कौवे का नाम लिया। लेकिन सिर्फ कौवे के अलावा, बाकि दोनों ने झूठ बोल दिया जिसके कारण माता सीता ने क्रोध में आकर गौ माता और सरयू नदी को भयंकर श्राप दे दिया। इतना कथा आप में से बहुत लोगों को शायद पता भी होगी।

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अब इससे जो हुआ वो इस प्रकार था कि माता सीता का क्रोध इतना बढ़ गया था कि उन्होंने श्री राम से यह भी कहा कि जब मेरे द्वारा किए गए श्राद्ध कर्म का कोई महत्व नहीं है तो मेरी कोई भी पसंदीदा वस्तु का इस्तेमाल आज के बाद श्राद्ध, तर्पण, पिंडदान आदि में नहीं होगा। इन्हीं प्रिय वस्तुओं में से एक थी सीताफल की सब्जी।

pitru paksha mein kaddu ki sabji kyu nahi banai jati hai

यूं तो माता सीता के क्रोध को शांत करने के लिए स्वयं राजा दशरथ की आत्मा प्रकट हुई थी और उन्होंने स्वयं माता सीता से कहा था कि उन्होंने उनके द्वारा किया गया श्राद्ध स्वीकार के लिया है, लेकिन तब तक श्राप फलित हो चुका था। यही कारण है कि पितृपक्ष के दौरान श्राद्ध कर्म में सीताफल की सब्जी न तो घर में बनती है और न ही उसका पितरों को भोग लगाया जाता है।

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image credit: herzindagi 

FAQ
पितृपक्ष के दौरान क्या तुलसी तोड़नी चाहिए?
पितृपक्ष के दौरान तुलसी तोड़ने से बचना चाहिए।
क्या पितृपक्ष के दौरान मंदिर जाना चाहिए?
हां, पितृपक्ष के दौरान मंदिर जाना शुभ माना जाता है।
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