significance of lighting lamp with salt under peepal

पीपल के नीचे दीये में नमक डालकर जलाने से क्या होता है?

पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाते समय अगर उसमें नमक डाल दिया जाए तो इससे कई लाभ मिल सकते हैं। आइये जानते हैं इस बारे में विस्तार से। 
Editorial
Updated:- 2025-12-25, 12:01 IST

पीपल का वृक्ष हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र और पूजनीय माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, पीपल के पेड़ में स्वयं भगवान विष्णु, भगवान शिव और ब्रह्म देव सहित सभी देवी-देवताओं का वास माना जाता है। इसलिए, पीपल के नीचे दीपक जलाना एक बहुत ही शुभ और शक्तिशाली ज्योतिषीय उपाय माना गया है। ऐसा माना जाता है कि यह उपाय व्यक्ति के जीवन से नकारात्मकता को दूर करता है और उसे कई प्रकार के ग्रहों के अशुभ प्रभावों से बचाता है। इस उपाय को करने से मानसिक शांति, आध्यात्मिक उन्नति और पितरों का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। वहीं, वृंदावन के ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स ने हमें बताया कि पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाते समय अगर उसमें नमक डाल दिया जाए तो इससे कई लाभ मिल सकते हैं। आइये जानते हैं इस बारे में विस्तार से।

शनि दोष और अशुभ ग्रहों की शांति

पीपल के पेड़ के नीचे विशेषकर शनिवार के दिन दीपक जलाना शनि देव को प्रसन्न करने का एक प्रमुख उपाय है। यदि किसी की कुंडली में शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही हो, या शनि अशुभ स्थिति में हो तो यह उपाय बहुत असरदार माना जाता है। दीपक की लौ सूर्य तत्व का प्रतीक होती है जो शनि के साथ संतुलन बनाती है। दीये में नमक डालने से यह क्रिया और भी शक्तिशाली हो जाती है जो शनि, राहु और केतु जैसे उग्र और छाया ग्रहों के अशुभ प्रभावों को शांत करने में मदद करती है।

peepal ke niche diye mein namak dalkar jalane ke labh

नकारात्मक ऊर्जा का नाश

नमक में नकारात्मक ऊर्जा को सोखने की अद्भुत क्षमता मानी जाती है। पीपल के पेड़ को सकारात्मक और दैवीय ऊर्जा का भंडार माना जाता है। जब दीपक में नमक डालकर पीपल के नीचे जलाया जाता है, तो यह माना जाता है कि उस स्थान की और व्यक्ति के आस-पास की सभी नकारात्मक ऊर्जा, बुरी शक्तियां या वास्तु दोष दूर हो जाते हैं। इससे घर और जीवन में सुख-शांति और सकारात्मकता का संचार होता है।

यह ही पढ़ें: Shaniwar Ke Upay: शनिवार के दिन सूर्यास्त के बाद विधिवत रूप से लगाएं एक पेड़ की परिक्रमा, साढे़साती और ढैय्या के अशुभ प्रभाव होंगे दूर

पितृ दोष से मुक्ति और पितरों का आशीर्वाद

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पीपल के वृक्ष पर पितरों का वास भी होता है। पीपल के नीचे दीपक जलाने से पितृ प्रसन्न होते हैं और अपना आशीर्वाद प्रदान करते हैं। दीये में नमक डालकर यह उपाय करने से पितृ दोष के कारण आ रही रुकावटें दूर हो सकती हैं। इससे परिवार में स्वास्थ्य, समृद्धि और वंश वृद्धि में लाभ होता है।

peepal ke niche diye mein namak dalkar jalane ka mahatva

धन-समृद्धि और आर्थिक स्थिरता

कहा जाता है कि शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष में माता लक्ष्मी का भी वास होता है। इसलिए, शनिवार को पीपल के नीचे दीपक जलाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में स्थिर लक्ष्मी का वास होता है। नमक के शुद्धिकारक प्रभाव से धन-संबंधी रुकावटें दूर होती हैं और आर्थिक उन्नति के रास्ते खुलते हैं।

यह ही पढ़ें: अंतिम संस्कार के बाद पीपल पर क्यों लटकाए जाते हैं मटके? पंडित जी से जानें

मानसिक शांति और आध्यात्मिक लाभ

पीपल की पूजा से मानसिक शांति मिलती है और तनाव कम होता है। दीपक का प्रकाश ज्ञान और शुद्धता का प्रतीक है। नमक के साथ यह उपाय करने से व्यक्ति की एकाग्रता बढ़ती है और आध्यात्मिक विकास होता है जिससे जीवन में सही निर्णय लेने की क्षमता आती है।

अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं और अपना फीडबैक भी शेयर कर सकते हैं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

image credit: herzindagi 

यह विडियो भी देखें

Herzindagi video

FAQ
पीपल के पेड़ की कितनी परिक्रमा करनी चाहिए?
पीपल के पेड़ की परिक्रमा कम से कम 3 और ज्यादा से ज्यादा 108 करनी चाहिए।
पीपल के नीचे दीपक कब नहीं जलाना चाहिए?
पीपल के नीचे रविवार के दिन दीपक नहीं जलाना चाहिए।   
Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।

;