काशी के इस कूप का सीधा पाताल लोक से है संबंध, जहां पूजा करने मात्र से दूर होता है कालसर्प दोष

भगवान शिव की नगरी काशी जो जीवन और मृत्यु के एक अनुठे संगम को दर्शाती है। वहीं यहां स्थित प्राचीन नाग कूप का इतिहास बेहद पुराना है। जो अपनी गहराई के लिए जाना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि यह कूप सीधे पाताल लोक तक जाता है। आइए इस कूप के बारे में विस्तार से जानते हैं।
 varanasi kashi naag kup significance and relation with patal lok
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भगवान शिव की नगरी काशी, जिसे वाराणसी और बनारस के नाम से भी जाना जाता है। यह शहर अपनी प्राचीनता और पवित्रता को दर्शाता है। यह दुनिया के सबसे पुराने बसे हुए शहरों में से एक माना जाता है। काशी को भगवान शिव की प्रिय नगरी माना जाता है और यह कहा जाता है कि यह उनके त्रिशूल पर टिकी हुई है। यहां स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर 12 ज्योतिर्लिगों में से एक है। ऐसी मान्यता है जो भक्त इस ज्योतिर्लिंग के दर्शन करता है। उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती है।

पौराणिक कथाओं के अनुसार, गंगा नदी में स्नान करने और काशी विश्वनाथ के दर्शन करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। अब ऐसे में क्या आप जानते हैं कि इस प्राचीन नगरी में एक कूप है। जिसे नागकूप के नाम से जाना जाता है। कहते हैं कि इस कूप का संबंध सीधे पाताल लोक से है। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से इस कूप के बारे में जानते हैं।

नागकूप के बारे में स्कंद पुराण में है वर्णित

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स्कंद पुराण के अनुसार, इस कूप को नागकूप के नाम से जाना जाता है। साथ ही यह कूप नाग लोक के मार्ग को भी बताता है। इतना ही नहीं कूप के अंदर एक शिवलिंग है। जिसका दर्शन बेहद दुर्लभ माना जाता है। यह कूप साल में एक बार नाग पंचमी के दिन खुलती है। भक्त दूर-दूर से दर्शन करने के लिए यहां आते हैं। साथ ही इस कूप में धान का लावा और दूध चढ़ाई जाती है।

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कूप की पूजा करने से कालसर्प दोष से मिल सकता है छुटकारा

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ऐसी मान्यता है कि जिस भी जातक की कुंडली में कालसर्प दोष है। वह अगर इस कूप के दर्शन कर लें और पूरे नियम के अनुसार पूजा-पाठ कर ले तो उसे कालसर्प दोष से छुटकारा मिल सकता है। इसके अलावा राहु-केतु दोष से भी छुटकारा मिल सकती है। इतना ही नहीं, वास्तु के अनुसार भी ऐसा कहा जाता है कि अगर कूप का पानी पूरे घर में छिड़का जाए तो नकारात्मक ऊर्जा से छुटकारा मिल सकता है। इतना ही नहीं, संतान सुख के लिए नागकूप की पूजा पूरे विधि-विधान से की जाती है।

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Image Credit- HerZindagi

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