सावन में रोजाना करें मिट्टी के शिवलिंग की पूजा, पंडित जी से जानें विधि और लाभ

सावन में शिव भगवान की पूजा के लिए अगर आप मंदिर नहीं जा पा रहे हैं, तो ऐसे में आप घर पर मिट्टी के शिवलिंग को बनाकर इसकी पूजा कर सकते हैं। आर्टिकल में पंडित जी से जानते हैं इसकी विधि और लाभ।
Shiv puja

सावन का महीना शुरू होते ही हर कोई शिव की भक्ति में लग जाता है। यही महीना होता है, जब लोग कांवड़ लाते हैं। भगवान शिव का अभिषेक करते हैं। साथ ही, उनके आशीर्वाद को पाने के लिए रुद्राभिषेक करवाते हैं। लेकिन अगर ऐसे में आप किसी भी शिव मंदिर में नहीं जा पा रहे हैं, तो आप घर पर ही मिट्टी की शिवलिंग को बनाकर सावन में रोज पूजा कर सकती हैं। पंडित जन्मेश द्विवेदी जी ने इसकी विधि और लाभ को बताया है। आर्टिकल के जरिए हम भी आपको यह सारी जानकारी देते हैं।

मिट्टी के शिवलिंग घर पर क्यों बनाए जाते हैं

कई सारे लोग ऐसे होते हैं जो रोजाना मंदिर जानें में असमर्थ होते हैं। ऐसे में आप सावन के महीने में शिवजी की पूजा करने के लिए घर के गमले की मिट्टी से शिवलिंग को बनाएं और इसे स्थापित करें। ऐसा इसलिए क्योंकि इससे भगवान शिव की पूजा आप विधिवत तरीके से कर पाएंगे। साथ ही, यह घर पर पूजन के लिए सरल तरीका होता है। ऐसा कहा जाता है कि मिट्टी का शिवलिंग शिवजी को अति प्रिय होता है।

Shivling (2)

सावन में कैसे करें मिट्टी के शिवलिंग की पूजा

  • पंडित जी के बताए अनुसार, सुबह सबसे पहले स्नान करें और साफ-सुथरे वस्त्र धारण करें।
  • इसके बाद गमले की स्वच्छ मिट्टी लेकर छोटे आकार के शिवलिंग को बनाएं। इसे बनाते समय गंगाजल का इस्तेमाल करें।
  • शिवलिंग को साफ और सुंदर स्थान पर रखें।
  • इसके बाद शिवलिंग पर बेलपत्र, अक्षत, सफेद फूल, दूर्वा, दही, दूध, शहद और घी से अभिषेक करें।
  • ऊं नमः शिवाय मंत्र का जाप करते हुए पूजा करें। पूजा के बाद घी का दीपक जलाएं।
  • इसके बाद आप रोजाना इसी शिवलिंग की पूजा करें।

सावन में मिट्टी के शिवलिंग की पूजा के लाभ

  • अगर आप रोजाना सावन में मिट्टी के शिवलिंग की पूजा करते हैं तो इससे पारिवारिक कलर और मानसिक शांति मिलती है।
  • वैवाहिक जीवन में आने वाली परेशानियां दूर होती हैं।
  • संतान सुख की प्राप्ति के लिए भी आप मिट्टी के शिवलिंग की पूजा कर सकते हैं।
  • पितृ दोष की बाधाएं कम होती हैं।
Shiv puja (5)

मिट्टी के शिवलिंग की पूजा करना काफी शुभ होता है। लेकिन इसकी पूरे सावन पूजा करने के बाद उसे विसर्जित भी करना होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसे पार्थिक तरीके से हम नहीं तैयार करते हैं। ऐसे में आप सावन खत्म होने के बाद उसे विसर्जित जरूर करें।

इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही,अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें। इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हर जिन्दगी के साथImage credit- Freepik, Instagram

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP