क्या सुबह की पूजा के बाद भी करनी चाहिए आरती?

आरती करना देवी-देवताओं के प्रस्थान का प्रतीक माना गया है। ऐसे में देवी या देवताओं के घर से जाने के बाद भी उनकी कृपा उनकी दिव्यता घर में वास करती रहे इसके लिए आरती का उचित रूप से होना आवश्यक है।  
When should Aarti be done

हिन्दू धर्म में कैसी भी पूजा और किसी भी देवी-देवता की पूजा के बाद आरती करना आवश्यक माना गया है तभी पूजा पूर्ण मानी जाती है और पूजा का संपूर्ण फल भी मिलता है। इसी कारण से आरती करने से जुड़े कई नियम भी शास्त्रों में वर्णित हैं जिनका पालन करना जरूरी है क्योंकि आरती करना देवी-देवताओं के प्रस्थान का प्रतीक माना गया है। ऐसे में देवी या देवताओं के घर से जाने के बाद भी उनकी कृपा उनकी दिव्यता घर में वास करती रहे इसके लिए आरती का उचित रूप से होना आवश्यक है। इसी कड़ी में आज हम ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से जानेंगे कि क्या सुबह की पूजा के बाद भी आरती करनी चाहिए।

क्या सुबह की पूजा के बाद आरती कर सकते हैं?

kya subah ki puja ke baad aarti karni chahiye

शास्त्रों में आरती करने के तीन प्रमुख समय बताए गए हैं। यह समय हैं प्रातः काल, संध्या काल और रात्रि काल। प्रातः काल यानी कि सुबह के समय मंगला आरती होती है, संध्या काल यानी कि सूर्यास्त के समय संध्या आरती की जाती है और रात्रि काल यानी कि भगवान को सुलाते समय शयन आरती करते हैं।

हालांकि शास्त्रों में यह बताया गया है कि तीनों आरती तब की जाती है जब मंदिर में आरती हो रही हो यानी कि सुबह, शाम और रात की आरती किसी भी देवी-देवता की मंदिर प्रांगण में करना उचित माना गया है। वहीं, गृहस्थ लोगों के लिए सिर्फ संध्या आरती करना ही मान्य है और यह मंगलकारी सिद्ध होता है।

kya subah ki puja ke baad aarti kar sakte hain

असल में सुबह पूजा का समय शास्त्रों में ब्रह्म मुहूर्त माना गया है। यानी कि सुबह की पूजा हमेशा ब्रह्म मुहूर्त में करनी चाहिए। अब आज के समय में कई कारणों से गृहस्थ लोगों के लिए यह संभव नहीं कि वह ब्रह्म मुहूर्त में पूजा कर आरती करें। ऐसे में गृहस्थियों के लिए संध्या आरती करना ही उचित माना गया है।

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शास्त्रों में यह भी वर्णित है कि आप सुबह के समय पूजा कभी भी कर सकते हैं दोपहर के 12 बजे से पहले लेकिन सुबह पूजा के बाद अगर आप आरती करते हैं तो इससे आपकी पूजा खंडित हो जाती है क्योंकि ब्रह्म मुहूर्त की आरती ही धर्म ग्रंथों एवं शास्त्रों में सुबह की पूजा के बाद श्रेष्ठ मानी गई है।

kya subah ki puja ke baad aarti karna sahi hai

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image credit: herzindagi, shuttestock

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