हिन्दू धर्म में सावन के महीने का बहुत महत्व माना जाता है। सावन माह की शुरुआत इस साल 22 जुलाई, दिन सोमवार से हो रही है। सावन में भगवान शिव की पूजा और विशेष रूप से शिवलिंग अभिषेक का विधान है। इस साल पड़ने वाले सावन की एक खासियत यह भी है कि इसमें 4 नहीं बल्कि 5 सोमवार पड़ने वाले हैं। ज्योतिष गणना के अनुसार, सावन में 5 सोमवार पड़ने से कुछ विशेष योगों का निर्माण हो रहा है जिनका शुभ और हितकारी प्रभाव सभी के जीवन पर देखने को मिलेगा। ऐसे में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं कि आखिर किन विशेष योगों में पड़ने जा रहे हैं सावन के पाँचों सोमवार और क्या है उन योगों का महत्व।
सावन 2024 के विशेष शुभ योग
पंचांग के अनुसार, इस बार सावन का दोहरा शुभ प्रभाव देखने को मिलेगा क्योंकि जहां एक ओर इस बार 5 सोमवार पड़ रहे हैं तो वहीं, दूसरी ओर तीन के बजाय 4 मंगला गौरी व्रत भी पड़ेंगे। सावन सोमवार और मंगला गौरी व्रत दोनों ही सुहागिनों एवं कुंवारी कन्याओं के लिए बेहद शुभ माने जाते हैं।
सावन के पहले सोमवार यानी कि 22 जुलाई पर सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। सुबह 5 बजकर 37 मिनट सेइस योग की शुरुआत होगी और इसका समापन रात 10 बजकर 21 मिनट पर होगा। साथ ई, इस दिन श्रावण नक्षत्र में प्रीति योग का निर्माण भी हो रहा है। इस दिन संकल्प के साथ पूजा करें।
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सावन के दूसरे सोमवार यानी कि 29 जुलाई पर आयुष्मान योग बन रहा है। इसके अलावा, इस दिन चंद्रमा और मंगल साथ में नौवें और पांचवें भाव में विराजमान होंगे जिसके कारण नवम पंचम योग का निर्माण हो रहा है। इस योग में शिवलिंग जलाभिषेक से अक्षय फल की प्राप्ति होती है।
सावन का तीसरा सोमवार 5 अगस्त को पड़ रहा है। इस दिन सौम्य नामक शुभ योग का निर्माण हो रहा है। साथ ही, सूर्य और चंद्रमा की कर्क राशि में युति हो रही है जिसके कारण जिन लोगों की कुंडली में चंद्रमा खराब है वह अगर इस दिन चंद्रमा की पूजा करें तो इससे चन्द्रमा मजबूत बनेगा।
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सावन 2024 का चौथा सावन का चौथा सोमवार 12 अगस्त को है। इस दिन अष्टमी तिथि रहेगी। अष्टमी तिथि के स्वामी स्वयं भगवान शिव हैं। इस दिन शुक्ल और ब्रह्म शुभ योग दिन भर रहेंगे और साथ ही, नक्षत्रों के संयोग से छत्र और मित्र नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। इन योगों में भगवान शिव का पंचाक्षर मंत्र जपें।
सावन का अंतिम सोमवार 19 अगस्त को रहेगा। इस दिन पूर्णिमा भी है तो पूरे दिन श्रवण योग बना रहेगा। ऐसे में भगवान शिव की पूजा के अलावा मां लक्ष्मी की पूजा भी करें। साथ ही, इस दिन बेलपत्र के पौधे की पूजा भी करें क्योंकि बेलपत्र भगवान शिव को प्रिय है और इसकी पत्तियों में मां लक्ष्मी का वास है।
आप भी इस लेख में दी गई जानकारी के माध्यम से यह जान सकते हैं कि आखिर इस बार सावन में कौन से ऐसे शुभ योगों का निर्माण बन रहा है जिनका ज्योतिष में बहुत महत्व माना जा रहा है और कैसा होगा इसका प्रभाव। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
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