सावन का महीना हिन्दू धर्म में अत्यंत पवित्र और विशेष माना जाता है। यह महीना भगवान शिव को समर्पित होता है, और ऐसा विश्वास है कि इसी समय स्वयं भोलेनाथ धरती पर अपने भक्तों को दर्शन देने आते हैं। इसलिए सावन का हर दिन किसी पर्व से कम नहीं होता। इस माह में आने वाले व्रत-त्योहार विशेष महत्व रखते हैं, जैसे हरियाली तीज, नाग पंचमी, रक्षाबंधन, सावन सोमवार, और शिवरात्रि आदि।
इन सभी पर्वों में पूजा-पाठ और व्रत का विशेष महत्व होता है, और इनके लिए शुभ मुहूर्त का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है। इसके अलावा सावन में कई शुभ योग भी बनते हैं जैसे सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग, रवि योग, गुरु पुष्य योग आदि, जिनमें विशेष कार्य करने से उनका फल कई गुना बढ़ जाता है।
इस लेख में हम आपको सावन माह के दौरान आने वाले प्रमुख व्रत-त्योहार, उनके शुभ मुहूर्त और विशेष योगों के साथ बताएंगे कि किस दिन कौन-सा काम करना सबसे शुभ रहेगा। तो आइए जानते हैं सावन में कौन से तीज-त्योहार कब मनाए जाएंगे और किन योगों का क्या लाभ है।
सावन के त्योहारों की पूरी लिस्ट और पूजा के शुभ मुहूर्त
तिथि | दिन | पर्व / व्रत | शुभ मुहूर्त / समय |
11 जुलाई | शुक्रवार | सावन आरंभ | पूरा दिन पूजा-अर्चन |
14 जुलाई | सोमवार | सावन का पहला सोमवार | ब्रह्म: 4:16–5:04, अभिजीत:12:05–12:58, अमृत:12:01–13:39, प्रदोष:17:38–19:22 |
15 जुलाई | मंगलवार | प्रथम मंगल गौरी | शाम 18:50–19:11 |
21 जुलाई | सोमवार | सावन का दूसरा सोमवार | ब्रह्म: 4:16–5:04, अभिजीत:12:05–12:58, अमृत:12:01–13:39, प्रदोष:17:38–19:22 |
22 जुलाई | मंगलवार | द्वितीय मंगल गौरी | शाम 18:48–19:52 |
23 जुलाई | बुधवार | सावनशिवरात्रि | निशा काल: 00:07–00:48 |
24 जुलाई | गुरुवार | हरियाली अमावस्या और पितृ तर्पण | दोपहर 12:00 बजे से 12:55 पितृों को तर्पण दें |
27 जुलाई | रविवार | हरियाली तीज | सुबह 6:17–8:24 |
28 जुलाई | सोमवार | सावन का तीसरा सोमवार | ब्रह्म 4:17–4:59, अभिजीत 12:00–12:55, अमृत 18:17–19:50 |
29 जुलाई | मंगलवार | तृतीय मंगल गौरी | शाम 18:51–19:54 |
4 अगस्त | सोमवार | सावन का अंतिम सोमवार | ब्रह्म 4:20–5:02, अभिजीत 12:00–12:54, अमृत रात 1:47–3:32 |
5 अगस्त | मंगलवार | अंतिम मंगल गौरी | शाम 18:54–19:50 |
8 अगस्त | शुक्रवार | वरलक्ष्मी व्रत | सुबह 5:57–8:14 |
9 अगस्त | शनिवार | रक्षाबंधन | सुबह 5:35–13:24 |
सावन में बन रहे हैं विशेष योग- शुभ मुहूर्त और लाभ जानें
1. सर्वार्थ सिद्धि योग
ये योग हर दिन सुबह से अगले दिन सुबह तक में बनते हैं:
- 12–13 जुलाई: 6:36 AM से 6:32 AM
- 17–18 जुलाई: 5:34 AM से 5:35 AM
- 18–19 जुलाई: 5:35 AM से 2:14 AM
- 21–22 जुलाई: 5:36 AM से 5:37 AM
- 24–25 जुलाई: 5:38 AM से 5:39 AM
- 30 जुलाई: 5:41 AM से 9:53 PM
- 4 अगस्त: 5:44 AM से 9:12 AM
- 8–9 अगस्त: 2:28 PM से 5:47 AM
- 9 अगस्त: 5:47 AM से 2:23 PM
शुभ कार्य: इस योग में गृह प्रवेश, विवाह, संतान प्राप्ति के प्रयास, धनार्जन, नया व्यवसाय, कोई यात्रा आदि शुरू कर सकती हैं।
2. अमृत सिद्धि योग
यह बहुत ही शुभ योग माना गया है:
- 21–22 जुलाई: 9:07 PM से 5:37 AM
- 24–25 जुलाई: 4:43 PM से 5:39 AM
शुभ कार्य : इस योग में संतान सुख, आयु वृद्धि, किसी बीमारी के लिए नई दवाओं के सेवन की शुरुआत, धार्मिक व सांस्कृतिक अनुष्ठान, ब्राह्मण दान आदि काम कर सकती हैं।
3. द्विपुष्कर योग
इसे दोहरे लाभ का योग कहा जाता है। आप इस योग में जो भी काम करेंगी आपको बहुत लाभ होगा। इस बार केवल 23 जुलाई को 5:37 AM – 7:05 AM तक यह योग मिलेगा।
शुभ कार्य : भूमि खरीद-फरोख्त , गृह निर्माण कार्य , विवाह आदि बात आरंभ कर सकती हैं।
4. त्रिपुष्कर योग
इस योग में आप जो भी काम करेंगी उसका तीन गुना फल आपको मिलेगा। सावन में यह योग केवल 12 जुलाई को
5:32 AM – 6:36 AM रहेगा।
शुभ कार्य : शिक्षा, नए करियर शुरुआत, आय की वृद्धि से जुड़ा कोई काम कर सकती हैं।
5. रवि योग
यह योग सूर्य ऊर्जा जितना फायदेमंद होता है यह योग लगभग हर हफ्ते तीन-चार बार बनते हैं। सावन मे यह योग निम्नलिखित तिथियों पर बन रहे हैं-
- 9 जुलाई, बुधवार: सुबह 5:30 बजे से 10 जुलाई, सुबह 4:50 बजे तक
- 16 जुलाई, बुधवार: सुबह 5:46 बजे से 17 जुलाई, सुबह 4:50 बजे तक
- 27 जुलाई, रविवार: दोपहर 4:23 बजे से 28 जुलाई, सुबह 5:40 बजे तक
- 28 जुलाई, सोमवार: सुबह 5:40 बजे से शाम 5:35 बजे तक
- 29 जुलाई, मंगलवार: रात 7:27 बजे से 30 जुलाई, सुबह 5:41 बजे तक
- 30 जुलाई, बुधवार: सुबह 5:41 बजे से रात 9:53 बजे तक
- 2 अगस्त, शनिवार: सुबह 5:43 बजे से 3 अगस्त, सुबह 4:16 बजे तक
- 3 अगस्त, रविवार: सुबह 6:35 बजे से 4 अगस्त, सुबह 5:44 बजे तक
- 4 अगस्त, सोमवार: सुबह 5:44 बजे से 5 अगस्त, सुबह 5:45 बजे तक
- 5 अगस्त, मंगलवार: सुबह 5:45 बजे से 11:23 बजे तक
- 7 अगस्त, गुरुवार: दोपहर 2:01 बजे से 8 अगस्त, सुबह 5:46 बजे तक
- 8 अगस्त, शुक्रवार: सुबह 5:46 बजे से दोपहर 2:28 बजे तक
शुभ कार्य: स्वास्थ्य से जुड़ा कोई कार्य, परिवार-कल्याण, सेवाभाव से किया कार्य, परीक्षा की तैयारी, धार्मिक-अध्यात्मिक अनुष्ठान, दान-पुण्य आदि इस योग में किया जा सकता है।
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