भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन राधा अष्टमी मनाई जाती है। इस साल राधा अष्टमी 11 सितंबर, दिन बुधवार की है। इस दिन राधा रानी का श्रृंगार किया जाता है, उन्हें विभिन्न भोग लगाए जाते हैं, राधा रानी को झूला झुलाया जाता है। इसके अलावा, इस दिन राधा रानी की पूजा के दौरान उनके नाम जाप का भी बहुत महत्व माना गया है। ऐसे में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं कि राधा अष्टमी के दिन राधा नामावली का जाप करने से क्या लाभ प्राप्त होते हैं।
क्या है राधा नामावली?
- श्री राधा रानी के 108 नामों का एक पंक्ति में लिखा होना राधा नामावली कहलाता है।
यह भी पढ़ें:Radha Ashtami 2024: क्या राधा अष्टमी पर भी रखा जाता है व्रत?
क्या है राधा नामावली जाप की विधि?
- राधा नामावली का जाप करने की विधि बहुत सरल है। इसके मात्र दो ही नियम हैं।
- पहला नियम यह है कि राधा नामावली जपने से पहले मुंह को शुद्ध कर लें।
- झूठे मुंह से नाम जाप करना उचित नहीं माना गया है। इससे दोष लग सकता है।
- दूसरा नियम यह है कि नाम जाप करते समय राधा रानी को पूर्ण भाव से याद करें।
- आसन पर बैठकर दीया जलाकर नाम जाप करना जरूरी नहीं है। भाव महत्वपूर्ण है।
क्या हैं राधा नामावली जाप के लाभ?
- राधा नामावली का जाप करने से श्री किशोरी जी का सानिध्य प्राप्त होता है।
- राधा नामावली के जाप से श्री लाडली जूं सरकार की कृपा बनी रहती है।
- इस नाम जाप से राधा रानी स्वयं व्यक्ति के सारे कष्ट हर लेती हैं।
- व्यक्ति को जो भी अपने जीवन में चाहिए उसे राधा रानी सजह ही दे देती हैं।
- श्री राधा रानी की कृपा से व्यक्ति को श्री कृष्ण का साथ भी प्राप्त हो जाता है।
आप भी इस लेख में दी गई जानकारी के माध्यम से यह जान सकते हैं कि आखिर राधा अष्टमी के दिन राधा नामावली का जाप करने से कौन से लाभ मिलते हैं। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
image credit: herzindagi
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों