image

Pitru Paksha 2025: पितृपक्ष के दौरान सफेद कपड़े पहनकर ही क्यों किया जाता है श्राद्ध कर्म?

हिंदू धर्म में पितृपक्ष के दौरान पितरों की पूजा का विशेष महत्व है। पितृपक्ष के दौरान ध्यान देने वाली एक और बात यह भी है कि श्राद्ध कर्म करते समय सफेद कपड़े पहने जाते हैं। तो आइए, जानते हैं कि इस समय सफेद वस्त्र पहनने की क्या मान्यता है।
Editorial
Updated:- 2025-09-17, 13:32 IST

पितृपक्ष 16 दिनों की एक विशेष अवधि होती है जो हिंदू धर्म में अपने पूर्वजों को याद करने और उनका सम्मान करने के लिए मनाई जाती है। यह उन सभी पूर्वजों के लिए है जो अब इस दुनिया में नहीं हैं। ऐसा माना जाता है कि इन 16 दिनों के दौरान हमारे पूर्वज धरती पर आते हैं और अपने परिवार के लोगों से मिलते हैं। इसलिए, यह समय उन्हें श्रद्धांजलि देने और उनके प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करने का होता है। इस दौरान लोग अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए कुछ खास काम करते हैं, जैसे कि श्राद्ध और तर्पण।

इसमें वे अपने पूर्वजों को भोजन, जल और दान-दक्षिणा जैसी चीजें अर्पित करते हैं। ऐसा माना जाता है कि इन कर्मकांडों को करने से पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है और वे प्रसन्न होकर अपने परिवार को सुख और समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। इस तरह, पितृपक्ष हमें अपनी जड़ों से जोड़े रखता है और हमें यह याद दिलाता है कि हम उन सभी लोगों के प्रति आभारी हैं जिन्होंने हमें यह जीवन दिया। पितृपक्ष के दौरान ध्यान देने वाली एक और बात यह भी है कि श्राद्ध कर्म करते समय सफेद कपड़े पहने जाते हैं। अब ऐसे में पितृपक्ष में पूजा के दौरान सफेद वस्त्र पहनने की मान्यता क्या है। इसके बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।

पितृपक्ष में सफेद वस्त्र पहनने का महत्व क्या है?

पितृपक्ष में सफेद वस्त्र पहनने के पीछे कई धार्मिक और सांस्कृतिक कारण हैं। सफेद रंग को शुद्धता, शांति और पवित्रता का प्रतीक माना जाता है। पितृपक्ष में हम अपने पूर्वजों को याद करते हैं और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। इस दौरान सफेद वस्त्र पहनकर हम अपनी भावनाओं को शुद्ध और पवित्र बनाते हैं।

untitled-3-27-16318865553x2

पितृपक्ष है शांति और पवित्रता का प्रतिक

पितृपक्ष में पूजा के दौरान सफेद वस्त्र पहनना बेहद शुभ फलदायी माना जाता है। सफेद रंग शुद्धता का प्रतीक है। पितृपक्ष में हम अपने पूर्वजों के प्रति श्रद्धा और सम्मान व्यक्त करने के लिए सफेद वस्त्र पहनते हैं। सफेद रंग शांति का भी प्रतीक है।

यह विडियो भी देखें

यह भी पढ़ें: Pitru Paksha Bhog: पितृपक्ष के दौरान सबसे पहला भोग किसे लगाया जाता है? अब तक नहीं दिया ध्यान तो आज जान लें

पितृपक्ष में शांतिपूर्ण वातावरण बनाए रखने के लिए सफेद वस्त्र पहने जाते हैं। सफेद रंग पवित्रता का भी प्रतीक है। पितृपक्ष में पवित्रता बनाए रखने के लिए सफेद वस्त्र पहने जाते हैं।

पूजा का मिलता है पूर्ण फल

पितृपक्ष में में पूजा के दौरान सफेद वस्त्र पहनने से व्यक्ति को शुभ परिणाम मिलते हैं। बता दें, पितृपक्ष का समय पितरों की पूजा के लिए ही समर्पित है। इसलिए इस दौरान उनकी आत्मा की शांति और तृप्ति के लिए पूजा के समय सफेद वस्त्र धारण करना बेहद जरूरी है। इससे उत्तम परिणाम मिलते हैं। साथ ही घर-परिवार में सुख-समृद्धि और सौभाग्य में भी वृद्धि होती है।

pitru-paksha-2022_1200x630xt

इतना ही नहीं, ऐसा कहा जाता है कि पितृपक्ष का महीना शोक का समय होता है। इस दौरान हर व्यक्ति अपने पितरों का ध्यान करते हैं। इसलिए अपनी भावनाओं को व्यक्त करने और पितृ कृपा के लिए सफेद वस्त्र धारण करने की मान्यता है। इसलिए अपने पूजा के दौरान सफेद कपड़े ही पहनकर पूजा करें।

यह भी पढ़ें: Pitru Paksha Ki Sabji: पितृपक्ष के दौरान सीताफल की सब्जी बनाना क्यों वर्जित है?

अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह के और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से। अपने विचार हमें आर्टिकल के ऊपर कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।

Image Credit- HerZindagi

FAQ
क्या पितृ पक्ष में मंदिर जा सकते हैं?
हां, पितृपक्ष में मंदिर जाना शुभ माना जाता है।
पितृ पक्ष के देवता कौन थे?
पितृपक्ष के देवता भगवान विष्णु हैं।
Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।

;